FIFA World Cup 2022: ईरान (Iran) के फुटबॉल खिलाड़ियों (Football Players) को उनके ही देश ने धमकी (Threat) दी है। सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, संयुक्त राज्य अमेरिका (United States Of America) की टीम के खिलाफ ‘अच्छा नहीं खेलने’ पर ईरान की सरकार (Iranian Government) अपने खिलाड़ियों के परिवारों के खिलाफ हिंसा और यातना (Violence And Torture) का रास्ता अपनाएगी।
सीएनएन (CNN) ने अपने सूत्रों का हवाला देते हुए बताया कि कतर (Qatar) में रहने के दौरान खिलाड़ियों पर नजर रखने के लिए ईरान (Iran) के पास बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी (Security Guard) हैं। रिपोर्ट के अनुसार, ईरान के कोच कार्लोस क्विरोज (Carlos Queiroz) ने धमकी के बीच ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (Iranian Revolutionary Guard Corps) के अधिकारियों से मुलाकात की। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि बैठक किस बारे में थी।
फुटबॉल विश्व कप (FIFA World Cup) 2022 में इंग्लैंड के खिलाफ अपने पहले मैच से पहले ईरान के खिलाड़ियों ने राष्ट्रगान (National Anthem) गाने से इंकार कर दिया था। सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, इंग्लैंड (England) के खिलाफ मैच से पहले खिलाड़ियों को पहले ‘तोहफे और कार’ देने की पेशकश की गई थी। खिलाड़ी धमकियों से नाराज थे। हालांकि, वेल्स (Wales) के खिलाफ मैच से पहले ईरान के खिलाड़ियों ने राष्ट्रगान (National Anthem) गाया।
रिपोर्ट में कहा गया है कि ईरान अपने फुटबॉलर्स से कहा है कि अगर अमेरिका के खिलाफ मैच से पहले राष्ट्रगान नहीं गाया तो उनके परिवार को न सिर्फ जेल भेजा जाएगा, बल्कि यातनाएं भी दी जाएंगी। ईरान के फुटबालर्स पर विदेशियों और उनकी सीमा से बाहर के लोगों से बात करने पर पाबंदी है।
ईरान के प्रसारण प्रमुख ने धमकी की बात को खारिज किया
हालांकि, ईरान के प्रसारण प्रमुख पेमैन जेबेली ने ऐसी खबर को सिरे से खारिज कर दिया। जेबेली के मुताबिक, उनके देश में राष्ट्रगान गाने का कोई नियम नहीं है। इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान ब्रॉडकास्टिंग (आईआरआईबी) के अध्यक्ष पेमैन जेबेली ने एएनआई (ANI) को बताया, ‘हमारे खिलाड़ियों की ओर से राष्ट्रगान गाने से मना करने से ईरान को समस्या नहीं हैं। ईरान में राष्ट्रगान को लेकर निश्चित नियम नहीं हैं। राष्ट्रगान के दौरान खड़े होकर लोग केवल सम्मान दिखाते हैं।’
ईरान ने अमेरिका के खिलाफ मैच से पहले फुटबॉल खिलाड़ियों को रिहा किया
ईरान के अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि राष्ट्रीय फुटबॉल टीम के दो पूर्व सदस्यों को इस महीने देशव्यापी विरोध प्रदर्शन के सिलसिले में गिरफ्तार करने के बाद जमानत पर रिहा कर दिया गया है। यह घोषणा ईरान और अमेरिका के बीच फुटबॉल विश्व कप मुकाबले से कुछ घंटों पहले की गई। इस मुकाबले को ईरान के अधिकारी बड़े पैमाने पर बढ़ावा दे रहे हैं क्योंकि वे लगभग तीन महीने से देशव्यापी विरोध प्रदर्शनों से जूझ रहे हैं।
सार्वजनिक मीडिया के अनुसार संन्यास ले चुके गोलकीपर परविज बोरौमांड को लगभग दो सप्ताह पहले राजधानी तेहरान में विरोध प्रदर्शन में भाग लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उन पर संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का आरोप भी लगा था। वोरिया गफौरी को पिछले हफ्ते ‘राष्ट्रीय फुटबॉल टीम का अपमान करने और सरकार के खिलाफ प्रचार करने’ के लिए गिरफ्तार किया गया था। न्यायपालिका ने बिना विस्तृत जानकारी दिए मंगलवार को उनकी रिहाई की घोषणा की।