कभी ममता बनर्जी की इच्छा को बताया था उनका हुक्म, अब ‘दीदी’ को ही झटका दे फिर चर्चा में है यह पूर्व ऑलराउंडर
लक्ष्मी रतन शुक्ला की करीबी माने जाने वाली बाली से विधायक वैशाली डालमिया ने भी हावड़ा में पार्टी नेताओं की गतिविधि को लेकर असंतोष जताया है। वैशाली डालमिया बीसीसीआई के अध्यक्ष रह चुके जगमोहन डालमिया की पुत्री हैं।

पश्चिम बंगाल के युवा और खेल मामलों के राज्य मंत्री लक्ष्मी रतन शुक्ला ने मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। राज्य सचिवालय के सूत्रों ने इस बारे में बताया। उन्होंने बताया कि शुक्ला ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को अपना इस्तीफा भेज दिया है और उन्होंने इसकी एक प्रति राज्यपाल जगदीप धनखड़ को भी भेजी है। बता दें कि लक्ष्मी रतन शुक्ला ने कभी ममता बनर्जी की इच्छा को उनका हुक्म बताया था।
क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद अपनी राजनीतिक पारी शुरू करते हुए लक्ष्मी रतन शुक्ला ने कहा था, ‘दीदी (ममता बनर्जी) की इच्छा मेरे लिए उनका आदेश है। मैं लोगों के विकास के लिए कुछ भी करने के लिए तैयार हूं। मेरा काम उन सैनिकों में शामिल होना है, जो उस विकास की मशाल उठाए हुए हैं।’ भारतीय क्रिकेट टीम के ऑलराउंडर लक्ष्मी रतन शुक्ला के इस्तीफे के पहले राज्य के परिवहन मंत्री शुभेंदु अधिकारी ने पार्टी छोड़ दी थी और भाजपा में शामिल हो गए थे। राज्य सचिवालय के अधिकारियों ने बताया कि बंगाल की रणजी टीम के पूर्व कप्तान और हावड़ा (उत्तर) के विधायक लक्ष्मी रतन शुक्ला (39) ने ममता बनर्जी को भेजे अपने त्यागपत्र में कहा है कि वह राजनीति से ‘संन्यास’ लेना चाहते हैं।
पीटीआई की खबर के मुताबिक, हावड़ा जिले में तृणमूल कांग्रेस के पार्टी मामलों को देखने वाले लक्ष्मी रतन शुक्ला ने हालांकि विधायक पद से इस्तीफा नहीं दिया है। लक्ष्मी रतन शुक्ला से कई बार संपर्क का प्रयास किया गया, लेकिन उनका जवाब नहीं मिल पाया। इस बीच, मीडिया रिपोर्ट्स में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के हवाले से कहा गया कि लक्ष्मी रतन शुक्ला ने पहले ही पत्र लिख मंत्री पद से हटने की इच्छा जताई थी।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, लक्ष्मी रतन शुक्ला खेल जगत में लौटना चाहते हैं। उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा नहीं दिया हैं। मैंने इस्तीफा स्वीाकर कर लिया है और राज्यपाल को मंजूरी के लिए भेज दिया है। वह फिर से खेल जगत में लौटना चाहते हैं, तो वह खेल जगत में लौट जाएं।
दूसरी ओर, लक्ष्मी रतन शुक्ला की करीबी माने जाने वाली बाली से विधायक वैशाली डालमिया ने भी हावड़ा में पार्टी नेताओं की गतिविधि को लेकर असंतोष जताया है। वैशाली डालमिया भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष रह चुके जगमोहन डालमिया की पुत्री हैं। वैशाली डालमिया ने दावा किया कि लक्ष्मी रतन शुक्ला के साथ-साथ उन्हें भी पार्टी और आम लोगों का काम करने में बाधा दी जा रही है।
वैशाली डामलिया ने पार्टी नेतृत्व से इसकी शिकायत की है। हालांकि, अब तक समस्या का समाधान नहीं निकला है। वह इंतजार कर रही हैं। वैशाली डालमिया ने आरोप लगाया कि पार्टी को कुछ लोग कीड़े की तरह अंदर ही अंदर खा रहे हैं। पार्टी को उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं होता है, उलटा पार्टी छोड़ जाने वालों को ही बेईमान कहा जाता है।