इंग्लैंड के स्पिनर जैक लीच ने कोरोनावायरस को लेकर चौंकाने वाला खुलासा किया है। उनकी मानें तो उन्हें जनवरी में ही इस महामारी के संकेत मिल गए थे। लीच ने बताया कि इस साल दक्षिण अफ्रीका दौरे के दौरान उनमें कोरोना वायरस जैसे लक्षण दिखे थे। बाएं हाथ के स्पिनर लीच को जनवरी में दक्षिण अफ्रीका दौरे के दौरान सेपसिस (प्रतिरक्षी तंत्र का संक्रमण के प्रति अत्यधिक प्रतिक्रिया देना) होने का बाद स्वदेश लौटना पड़ा था। उन्हें सेंचुरियन टेस्ट से पहले फ्लू भी हो गया था।
हालांकि, अब पूरी तरह से फिट हो चुके हैं और उनका पूरा ध्यान अगले महीने से शुरू होने वाली टेस्ट सीरीज के लिए राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने पर है। इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच 8 जुलाई से टेस्ट सीरीज की शुरुआत होनी है। उस सीरीज के लिए उन्हें इंग्लैंड की 30 सदस्यीय टीम में चुना गया है। अब उनकी कोशिश प्लेइंग इलेवन में जगह बनाने पर है।
लीच ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका दौरे के दौरान उनमें जो लक्षण दिखे थे वह कोविड-19 की तरह थे। इस महामारी से दुनिया भर में एक करोड़ से ज्यादा लोग अब तक संक्रमित हो चुके हैं। लीच ने बताया, मुझे लगता है कि अब हमें कभी पता नहीं चलेगा। अगर दक्षिण अफ्रीका में जो लक्षण दिखे थे वे अब दिखते तो मैं निश्चित तौर पर कह सकता था कि यह कोरोनावायरस है। लेकिन अब मैं खुद को स्वस्थ और फिट महसूस कर रहा हूं।
लीच ने वीडियो कॉल पर कहा कि इन सर्दियों में जो हुआ उसमें मैं कुछ नहीं कर सकता, लेकिन मैं भाग्यशाली हूं कि मेरी क्रोन की बीमारी अब ठीक है। कई ऐसे लोग हैं जो मुझसे भी बदतर बीमारी से पीड़ित हैं। मैं खुद के लिए दुखी नहीं हूं। मैं जितना ज्यादा संभव हो उतना क्रिकेट खेलना चाहता हूं। मैं फिट तथा स्वस्थ रहना चाहता हूं।
इंग्लैंड की 30 सदस्यीय टीम में लीच के अलावा डोम बेस, मोइन अली, अमर विर्डी और मैट पार्किंसन भी हैं। लीच का मानना है कि अगर वह सही मानसिकता रखते हैं तो किसी भी तरह की चुनौती से पार पा सकते हैं। वह हेडिंग्ले में अपने बल्लेबाजी के प्रदर्शन से प्रेरणा ले रहे हैं। वह तब 17 गेंद तक क्रीज पर टिके थे और बेन स्टोक्स के साथ मिलकर टीम को एक विकेट की शानदार जीत दिलाई थी।