Deepak Hooda: वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे और टी20 सीरीज के लिए भारतीय टीम की घोषणा हो चुकी है। रवि बिश्नोई को जहां पहली बार दोनों टीमों में जगह मिली थी। वहीं दीपक हुड्डा को भारत की वनडे टीम में शामिल किया गया था। भारत के 1000वें वनडे में उन्हें इंटरनेशनल कैप मिली है और अहमदाबाद में डेब्यू करने का मौका मिला है। खास बात यह है कि लगभग एक साल पहले हुड्डा को सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में क्रुणाल पंड्या से विवाद के बाद बाहर कर दिया गया था।
जनवरी 2021 में बड़ौदा की टी20 टीम से निलंबित किए गए दीपक हुड्डा (Deepak Hooda) को जनवरी 2022 में भारतीय टीम में जगह मिली है। गौर करने वाली बात यह है कि जिस खिलाड़ी पर उनका करियर खत्म करने की धमकी और गाली देने का आरोप लगा था यानी क्रुणाल पंड्या, वह आज टीम से बाहर हैं। 26 वर्षीय हुड्डा को अपने 7 साल लंबे घरेलू करियर के बाद दूसरी बार इंटरनेशनल टीम में एंट्री मिली है।
आपको बता दें इससे पहले दीपक हुड्डा को 2017-18 में भारतीय स्क्वॉड में शामिल किया गया था लेकिन वह अंतिम-11 में शामिल नहीं हो पाए थे। अपने सेलेक्शन के बाद हुड्डा ने स्पोर्ट्स स्टार से कहा कि,’मुझे अगले मौके का इंतजार करने के लिए 5 साल का समय लग गया। पिछले एक साल ने मुझे बहुत कुछ सिखाया। युसुफ भाई, इरफान भाई और अपने परिवार की मदद से मैं बुरे समय से बाहर आ पाया। इसे बयां कर पाना मुश्किल है लेकिन यह बहुत बड़ा पल है मेरे लिए।’
क्या था दीपक हुड्डा-क्रुणाल पंड्या विवाद?
दीपक हुड्डा ने हार्दिक पंड्या (Hardik Pandya) के बड़े भाई क्रुणाल पंड्या पर गाली-गलौच करने और धमकी देने का आरोप लगाया था। यह वाकिया है 2020-21 सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी का जब हुड्डा को निलंबित कर दिया गया था। हालांकि शिकायत दीपक हुड्डा की तरफ से बड़ौदा के कप्तान क्रुणाल पंड्या के खिलाफ अभद्र भाषा (गाली) का इस्तेमाल करन के लिए की गई थी।
हालांकि, अब तक यह पता नहीं चला है कि दोनों के बीच बहस किस बात को लेकर हुई थी और यह बहस गाली गलौच और धमकी (हुड्डा के मुताबिक) तक कैसे पहुंच गई? मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो हुड्डा ने अपने पत्र में लिखा था कि,’क्रुणाल पंड्या मुझे हर वक्त नीचा दिखाने की कोशिश कर रहे हैं। वह मुझे धमकी दे रहे हैं कि मै कैसे बड़ौदा के लिए खेलता हूं, मैं तुमको देख लूंगा।’
इस पूरे मामले पर बड़ौदा क्रिकेट एसोसिएशन (BCA) ने फैसला देते हुए उपकप्तान हुड्डा को सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के उस पूरे सीजन के लिए निलंबित कर दिया था। बीसीए के मुताबिक दीपक हुड्डा क्रुणाल पंड्या से नाराजगी के बाद बायो-बबल छोड़ होटल से बाहर चले गए थे। जिस कारण एसोसिएशन ने यह फैसला लिया था। इसके बाद हुड्डा ने अगले सत्र में बड़ौदा छोड़ राजस्थान के लिए खेलने का फैसला किया।
राजस्थान के लिए खेलने लगे हुड्डा
इस पूरे विवाद के बाद 2021 के घरेलू सीजन में दीपक हुड्डा (Deepak Hooda) ने बड़ौदा का साथ छोड़ राजस्थान के लिए खेलना शुरू कर दिया। उसका परिणाम यह था कि पंजाब किंग्स के इस बल्लेबाज ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के 6 मुकाबलों में 294 रन बनाए। इसके बाद विजय हजारे ट्रॉफी में उन्हें राजस्थान का कप्तान बना दिया गया, जहां उन्होंने 6 मैचों में 198 रन बनाए। इसमें कर्नाटक के खिलाफ उनकी सेंचुरी भी शामिल थी।
2014 में अपना फर्स्ट क्लास डेब्यू करने वाले हुड्डा को 7 साल बाद उम्मीद है कि उन्हें इस बार भारत के लिए डेब्यू करने का मौका मिलेगा। 26 वर्षीय इस बल्लेबाज ने आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स, सनराइजर्स हैदराबाद और पंजाब किंग्स के लिए खुद को साबित किया है। वह बल्लेबाजी के साथ-साथ दाएं हाथ से ऑफ ब्रेक गेंदबाजी भी कर सकते हैं।