‘IPL में भी है नस्लवाद, मुझे और थिसारा परेरा को कालू बुलाते थे,’ विंडीज को 2 बार वर्ल्ड चैंपियन कप्तान डैरेन सैमी का दावा
अपनी अगुआई में वेस्टइंडीज को 2 बार वर्ल्ड चैंपियन बनाने वाले दिग्गज क्रिकेटर ने कहा कि उन्होंने आईपीएल में नस्लभेदी टिप्पणी का सामना किया है। डैरेन सैमी ने अपना यह गुस्सा अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी में जाहिर किया है।

अमेरिका में अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद नस्लीय भेदभाव का मुद्दा काफी गर्माया हुआ है। अब यह क्रिकेट जगत में भी फैलता दिख रहा है। इसकी यह आंच अब दुनिया के सबसे महंगे घरेलू टी20 क्रिकेट टूर्नामेंट इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) पर भी पड़ती दिख रही है। अपनी अगुआई में वेस्टइंडीज को 2 बार (2012 और 2016) में वर्ल्ड चैंपियन डैरेन सैमी इस मामले आईसीसी को पहले ही धिक्कार चुके हैं।
अब उन्होंने आईपीएल में नस्लीय भेदभाव होने का आरोप लगाया है। सैमी ने अपने साथ श्रीलंका के खिलाड़ी थिसारा परेरा का नाम भी लिया है। सैमी के मुताबिक, आईपीएल में उन्हें और परेरा को ‘कालू’ कहकर पुकारा जाता था। उसका मतलब उन्हें तब पता नहीं था। इसका अर्थ अब पता चलने के बाद वह बहुत गुस्से में हैं।
कैरेबियाई टीम के पूर्व दिग्गज ने कहा कि उन्होंने आईपीएल में नस्लभेदी टिप्पणी का सामना किया है। डैरेन सैमी ने अपना यह गुस्सा अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी में जाहिर किया है। उन्होंने लिखा, ‘मुझे अभी ‘कालू’ का मतलब मालूम चला है। जब मैं आईपीएल में सनराइजर्स के लिए खेलता था तब वे मुझे और (थिसारा) को इस नाम से बुलाते थे। मैं सोचता था कि इसका अर्थ मजबूत घोड़ा होता है। मेरी पहले की पोस्ट इसका कुछ और अर्थ बता रही है और मैं गुस्से में हूं।’
हालांकि, इस पोस्ट में यह साफ नहीं है कि उन्हें इस नस्ली शब्द से कौन पुकारता था। क्या वह प्रशंसक का नाम ले रहे हैं या फिर कोई और। डैरेन सैमी ने इससे पहले ट्वीट कर इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) से नस्लवाद के खिलाफ आवाज उठाने की अपील की थी। साथ ही चेतावनी भी दी थी कि अगर उसने ऐसा नहीं किया तो इस समस्या के लिए उसे भी दोषी ठहराया जाएगा।
उन्होंने कहा था, ‘ताजा वीडियो देखने के बाद भी अगर क्रिकेट जगत अश्वेतों के खिलाफ हो रही नाइंसाफी के खिलाफ खड़ा नहीं होगा तो उसे भी इस समस्या का हिस्सा माना जाएगा। अश्वेतों को सिर्फ अमेरिका ही नहीं दुनिया भर में नस्लवाद झेलना पड़ता है।’ नस्लीय भेदभाव के खिलाफ क्रिस गेल, आंद्रे रसेल समेत अन्य कई खिलाड़ी भी आवाज उठा चुके हैं।
बता दें कि अमेरिका के मिनियापोलिस में अफ्रीकी मूल के अमेरिकी नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी। उनकी मौत को लेकर एक वीडियो सामने आया था, जिसमें एक श्वेत पुलिस अधिाकरी ने जॉर्ज फ्लॉयड की गर्दन अपने घुटने से दबा दी थी, जिसके कारण उसकी मौत हो गई थी। उसके बाद से नस्लीय भेदभाव के खिलाफ दुनिया भर में आवाज उठ रही है। खेल जगत भी इस मुद्दे पर सामने आया है।