चेन्नई सुपरकिंग्स (CSK) के थ्रोडाउन स्पेशलिस्ट कोंडप्पा राज पलानी ने दिग्गज एमएस धोनी के साथ अपनी पहली मुलाकात के बारे में बताया है, जब भारत के पूर्व कप्तान ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की थी। धोनी ने आईपीएल के 13वें संत्र की शुरुआत से कुछ दिन पहले 15 अगस्त, 2020 को संन्यास लेने का ऐलान कर दिया था। चेन्नई की टीम तैयारी के लिए कैंप में थी। उसी समय धोनी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को टाटा कहा। आईपीएल बस नजदीक था और धोनी को नेट्स में कुछ अभ्यास की जरूरत थी।
चेन्नई सुपकिंग्स की वेबसाइट पर पलानी ने कहा, “पहली बार कैंप तब शुरू हुआ जब धोनी ने संन्यास लिया। तब मैंने उन्हें पहली बार देखा था। उन्होंने पूछा कि क्या आप थ्रोअर हैं? फिर मुझे गेंद फेंकने के लिए कहा। नेट गेंदबाज उनके संन्यास की बात कर रहे थे। दो या तीन सप्ताह के बाद वह खेलने के लिए आए था। सब आ रहे थे।”
पलानी ने आगे कहा, “फ्लेमिंग, हसी और सभी ने कहा कि धोनी आ रहे हैं और मुझे सावधानी से गेंदबाजी करने को कहा। पहली दो गेंद वाइड थी। अगली गेंद फुल टॉस थी। धोनी मेरे पास आए और बोले ‘मेरी तरफ देखना बंद करो और गेंद फेंको’। उन्होंने मुझे स्वाभाविक रूप से खेलने के लिए कहा। मैंने उसके बाद जहां चाहा वहां गेंदबाजी करना शुरू किया और फिर वह बहुत खुश हुए। तब से वह मुझे रोज मेरे नाम से बुलाने लगे।”
पलानी एकमात्र सीएसके थ्रोडाउन स्पेशलिस्ट नहीं थे जिन्हें धोनी को गेंदबाजी करने का मौका मिला। उनके साथी, मुरुगन को भी सीएसके के दिग्गज को गेंदबाजी करने का मौका मिला। मुरुगन ने कहा, “वह ज्यादातर मुझसे फ्रंट फुट गेंदबाजी करने के लिए कहते हैं। वह कहते थे कि विकेट को बाद में समझेंगे। पहले इसे महसूस करेंगे। हमने उन्हें इसी तर थ्रो करना शुरू कर दिया।
बता दें कि आईपीएल 2022 में चेन्नई की टीम का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा। टीम दूसरी बार प्लेऑफ में नहीं पहुंची। इससे पहले साल 2020 में ऐसा हुआ। इसके बाद साल 2021 में टीम ने शानदार वापसी की और चौथी बार खिताब अपने नाम किया। टीम अगले साल भी कुछ ऐसा ही प्रदर्शन करना चाहेगी। धोनी ने यह भी साफ कर दिया है कि वह अगले साल भी खेलते दिखाई देंगे।