2019 वर्ल्ड कप में पूरे समय बीवियां साथ रखना चाहते हैं क्रिकेटर्स, रिजर्व्ड ट्रेन कोच और केले भी मांगे
कोहली ने पहले ही बीसीसीआई से आग्रह किया था कि पूरे टूर के दौरान खिलाडि़यों को पत्नी के साथ रहने की इजाजत दी जाए ताकि मैच के बाद वे रिलैक्स हो सकें।

अगले साल इंग्लैंड में होने वाले क्रिकेट वर्ल्ड कप के दौरान क्रिकेटर पूरे समय अपनी पत्नियों को साथ रखना चाहते हैं। उन्होंने एक रिजर्व ट्रेन कोच और केले की भी मांग की है। विराट कोहली के नेतृत्व वाले भारतीय टीम की ये कुछ मांग है, जिसे उन्होंने प्रशासकों की समिति (सीओए) के समक्ष समीक्षा बैठक में रखा। यह बैठक 11 सितंबर को इंग्लैंड दौरा समाप्त होने के बाद हैदराबाद में अयोजित हुई थी। सूत्रों के अनुसार, अन्य सभी मांगों के साथ ड्रेसिंग रूम में केला रखने की मांग ने सीओए को चौंका दिया। सूत्र ने बताया, “इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड टूर के दौरान भारतीय क्रिकेटरों द्वारा पसंदीदा फल की मांग को पूरा नहीं कर सका था। सीओए ने कहा कि खिलाडि़यों को टीम मैनेजर को बीसीसीआई के खर्च पर केले खरीदने को कहना चाहिए था।”
सूत्र ने बताया, “अन्य मांगों में जिम की सुविधा के साथ होटल की बुकिंग और टूर के दौरान पत्नी को साथ रखने संबंधी प्रोटोकॉल तथा समय पर चर्चा हुई।” भारत ने टी-20 सीरीज जीतकर दो महीने के इंग्लैंड टूर की शुरूआत की थी, लेकिन बाद में वनडे और टेस्ट सीरीज हार गई। इस महीने शुरू हुई वेस्टइंडीज टेस्ट सीरीज से पहले आयोजित समीक्षा बैठक में कप्तान विराट कोहली, उप कप्तान अजिंक्य रहाणे, रोहित शर्मा, कोच रवि शास्त्री और चयन समिति के अध्यक्ष एमएसके प्रसाद शामिल हुए।
सीआेए के समक्ष दूसरी मांग अगले साल इंग्लैंड में होने वाले वर्ल्ड कप के लिए ट्रेन की यात्रा को प्राथमिकता देने की हुई। पत्नियों को साथ रखने का अनुरोध सीओए के उस आदेश को ध्यान में रखते हुए किया गया है, जिसमें अगले महीने ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान खिलाडि़यों को ऑफिशियल बस में पत्नियों को साथ रखने की इजाजत नहीं दी गई है। सीओए ने कहा कि इसके बदले पत्नियों को अलग से ले जाने के लिए प्राइवेट गाडि़यों का इंतजाम किया जाएगा। सूत्र ने बताया, “पिछले कई बार ऐसा देखा गया है कि कुछ खिलाड़ी अपनी पत्नियों के साथ अलग गाड़ी से गए। बोर्ड इसे रोकना चाहता है क्योंकि इससे टीम की बॉडिंग पर असर पड़ता है।”
इंग्लैंड में होने वाले वर्ल्ड कप के लिए टीम खिलाडि़यों ने आग्रह किया है कि रेल यात्रा को प्राथमिकता दी जाए। इससे समय भी बचता है और यह आरामदायक भी होता है। सूत्र ने बताया, “सीओए सुरक्षा को देखते हुए शुरूआत में इस पर राजी नहीं हुआ। लेकिन कोहली के द्वारा बताया गया कि इंग्लैंड टीम ट्रेन के माध्यम से यात्रा करती है। भारतीय टीम भी भी एक स्पेशल कोच चाहती है। सीओए ट्रेन से यात्रा के दौरान भारतीय फैन्स के इकट्ठा होने की वजह से चिंतित थी। आखिरकार समिति इस शर्त के साथ सहमत हुई कि यदि कुछ अप्रिय घटना होती है तो इसके लिए सीओए या बीसीसीआई को जिम्मेदार नहीं ठहराया जाएगा।”
तीसरा आग्रह टूर के दौरान पत्नियों को साथ रखने का था, जिस पर काफी देर तक बहस हुई। कोहली ने पहले ही बीसीसीआई से आग्रह किया था कि पूरे टूर के दौरान खिलाडि़यों को पत्नी के साथ रहने की इजाजत दी जाए ताकि मैच के बाद वे रिलैक्स हो सकें। हालांकि, सीओए ने कहा कि वह यह निर्णय लेने से पहले टीम के सभी सदस्यों से व्यक्तिगत रूप से लिखित सहमति मांगेगा। सीओए के सदस्य डायना एडुलजी ने इंडियन एक्सप्रेस को पहले बताया था कि बीसीसीआई जल्दबाजी में नहीं है क्योंकि यह पॉलिसी डिसीजन होगा। जब तक एक निर्णय लिया जाता है, बोर्ड पहले से चल रहे नियम, जिसमें यह अनुमति दी गई है कि दौरे के दौरान दो सप्ताह तक पत्नियां उनके साथ रह सकती है, को फॉलो करेगा।