हरमनप्रीत कौर की अगुवाई वाली भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने मेजबान श्रीलंका को पहले टी-20 में 34 रनों से हरा दिया। टीम की जीत में शेफाली वर्मा ने गेंद और बल्ले दोनों से अहम भूमिका निभाई। उन्होंने 31 रन बनाए और 2 ओवर में 10 रन देकर 2 विकेट भी लिए। वहीं राधा यादव ने 4 ओवर में 22 रन देकर 2 विकेट लिए और पूजा वस्तकार ने 4 ओवर में सिर्फ 13 रन देकर 1 विकेट लिए। दीप्ती शर्मा ने 3 ओवर में 9 रन देकर एक विकेट लिए। जेमिमा रोड्रिगेज को 36 रनों की पारी के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया।
भारत ने टॉस जीतकर श्रीलंका के अनुशासित गेंदबाजी आक्रमण के खिलाफ छह विकेट पर 138 रन का स्कोर खड़ा किया। इसके जवाब में श्रीलंकाई टीम 20 ओवर में 5 विकेट पर 104 रन ही बना पाई। भारत ने ओपनर बल्लेबाज स्मृति मंधाना (01) का विकेट पारी के तीसरे ओवर में ही खो दिया। 25 साल की भारतीय खिलाड़ी हाथ खोलने के प्रयास में अनुभवी ओाशादी का शिकार बनीं। वह शॉट खेलने की कोशिश में गेंद सीधे मिडऑन पर खड़ी चामरी अटापट्टू को कैच दे बैठीं।
सभिनेनी मेघना एक भी रन नहीं जोड़ सकीं और अनुभवी राणासिंघे ने उन्हें ड्रेसिंग रूम में भेज दिया। गर्म और उमस भरे हालात में शुरू में ही दो विकेट गंवाने के बाद टीम पर दबाव साफ दिख रहा था। हरमनप्रीत और शेफाली वर्मा की जोड़ी ने इस नाजुक स्थिति को संभाला। शेफाली (31 रन) आउट होने वाली तीसरी खिलाड़ी रही जिन्हें अटापट्टू ने अपना शिकार बनाया जब वह बड़ा शॉट खेलने का प्रयास कर रही थीं।
श्रीलंकाई गेंदबाजों ने अच्छी गेंदबाजी कर सुनिश्चित किया कि उन्हें जल्द ही बड़ा विकेट मिल जाए और ऐसा हुआ भी जब कप्तान हरमनप्रीत (22) 11वें ओवर में स्पिनर इनोका राणावीरा की गेंद पर पगबाधा आउट हुई। राणावीरा ने दो और विकेट अपने नाम किए, उन्होंने विकेटकीपर बल्लेबाज रिचा घोष (11) और पूजा वस्त्राकर (14) के विकेट लेकर मेहमान टीम के 17 ओवर में छह विकेट झटक लिए थे जबकि उसका स्कोर महज 106 रन था।
टीम में वापसी कर रही रोड्रिगेज ने भारत को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाने की जिम्मेदारी बखूबी निभायी। पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरी रोड्रिगेज दबाव में नहीं आयी और उन्होंने टीम के लिए अहम रन जुटाए। उन्होंने तीन चौके और एक छक्का जमाया और दूसरे छोर पर दीप्ति शर्मा ने आठ गेंद में 17 रन जोड़े।