धोनी की बायोपिक से खुश नहीं गौतम गंभीर, बोले- क्रिकेटर्स की बायोपिक में भरोसा नहीं
क्रिकेटर गौतम गंभीर का कहना है कि वह क्रिकेटर्स के ऊपर बनने वाली फिल्मों में विश्वास नहीं करते हैं। गंभीर का मानना है कि क्रिकेटर्स बायोपिक के लायक नहीं है।

भारतीय वनडे और टी20 क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी पर बनी बायोपिक ‘एमएस धोनी:द अनटोल्ड स्टोरी’ जल्द ही सिनेमाघरों में रीलीज होने वाली हैं। इसी बीच क्रिकेटर गौतम गंभीर का कहना है कि वह क्रिकेटर्स के ऊपर बनने वाली फिल्मों में विश्वास नहीं करते हैं। गंभीर का मानना है कि क्रिकेटर्स बायोपिक के लायक नहीं है। यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें भी अपने ऊपर एक बायोपिक फिल्म बनने की उम्मीद है, गंभीर ने कहा, ‘नहीं, कभी नहीं। मैं क्रिकेटर्स के ऊपर बनने वाली बायोपिक में विश्वास नहीं करता।’
उन्होंने कहा, ‘मेरा मानना है कि बायोपिक उन लोगों के ऊपर बननी चाहिए जिन्होंने देश के लिए एक क्रिकेटर से ज्यादा अपनी सेवाएं दी हैं। देश में बहुत सारे ऐसे लोग हैं जिन्होंने एक क्रिकेटर से ज्यादा देश की भलाई के लिए काम किया है। इसलिए बायोपिक उन लोगों के ऊपर बननी चाहिए।’ गंभीर ने इशारों में बता दिया कि धोनी के जीवन पर फिल्म की जरूरत नहीं थी। गौरतलब है कि धोनी और गंभीर के बीच रिश्ते कुछ सालों से तल्ख हैं। इसी साल के शुरुआत में गंभीर ने कहा था कि वे धोनी के बजाय विराट कोहली को फिनिशर मानते हैं।
जीवन पर बनी फिल्म मेरा गुणगान नहीं करती, मेरा सफर दिखाती है: धोनी
वहीं आईपीएल में कोलकाता नाइटराइडर्स की कप्तानी के बाद गंभीर का मानना है कि अब उन्हें दिल्ली से ज्यादा ‘कोलकाता बॉय’ के नाम से पुकारा जाने लगा है। अपनी कप्तानी में कोलकाता नाइट राइडर्स को दो बार इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का खिताब दिला चुके गंभीर ने कहा, ‘दिल्ली डेयरडेविल्स छोड़ने के बाद जब मैं कोलकाता नाइट राइडर्स से जुड़ा था तब मैंने कहा था कि मैं एक कोलकाता बॉय हूं और कोलकाता नाइट राइडर्स के लिये मुझसे जो कुछ भी होगा मैं करूंगा। एक पेशेवर क्रिकेटर को दूसरे तरीके से भी सोचना चाहिए। जब आप टीम का नेतृत्व करते हैं तो आपको जीतने का प्रयास करना चाहिए।’