इंग्लैंड के खिलाफ वर्षाबाधित दूसरे टेस्ट में पहली पारी में 107 रन पर सिमटने के बाद भारतीय उपकप्तान अजिंक्य रहाणे ने टीम की बल्लेबाजी को लेकर अपनी बात रखी है। रहाणे ने स्वीकार किया कि टीम के बल्लेबाजों ने चुनौतीपूर्ण हालात में गलतियां की। रहाणे ने कहा ,‘‘इससे अधिक चुनौतीपूर्ण हालात नहीं मिल सकते खासकर इस मौसम में नई गेंद के साथ। एक बल्लेबाज के तौर पर हालांकि आपको खुद पर भरोसा होना चाहिए। यह सिर्फ रन बनाने की नहीं बल्कि अच्छे डिफेंस और गेंद को छोड़ने की भी बात है। एक बल्लेबाज के लिए यहां खेलना काफी चुनौतीपूर्ण है।’’ उन्होंने कहा,‘‘आपको अपनी गलती स्वीकार करनी होगी। इंग्लैंड में यह विकेट के पीछे लपके जाने या रन आउट होने की बात नहीं है बल्कि आपको अपनी गलती स्वीकार करके आगे बढ़ना होगा। हम जितना जल्दी अपनी गलतियों से सबक लेंगे, उतना ही अच्छा होगा।’’ रहाणे ने कहा ,‘‘ हालात वाकई चुनौतीपूर्ण थे। जेम्स एंडरसन ने एक भी शॉर्ट गेंद नहीं फेंकी। वह एक ही जगह पर गेंद डाल रहा था जो इस विकेट पर जरूरी है। ऐसे में बल्लेबाज की तकनीक और संयम की परीक्षा होती है।’’

चेतेश्वर पुजारा इस साल में तीसरी बार रन आउट हुए। रहाणे ने कहा ,‘‘ इससे बुरा तो लगता है और मुझे यकीन है कि पुजारा भी निराश होंगे। हम खराब मौसम के कारण तीन चार घंटे नहीं खेल सके और एक टीम के तौर पर बुरा लगता है। बता दें कि मैच के दौरान रहाणे विकेट पर थे और उनसे काफी उम्मीदें थीं, लेकिन 84 के कुल स्कोर पर एंडरसन और कुक की जोड़ी ने रहाणे की 44 गेंदों में 18 रनों का पारी का अंत कर दिया जिसमें दो चौके शामिल थे।
पहले टेस्ट मैच में भी रहाणे का बल्ला अपना असर छोड़ने में नाकाम रहा था। बतौर बल्लेबाज टीम को रहाणे से काफी उम्मीदें हैं, दूसरी पारी में रहाणे की बल्लेबाजी टीम के लिए काफी अहम होगी। शनिवार को भारतीय टीम की कोशिश इंग्लैंड की पहली पारी को जल्द से जल्द समाप्त करने की होगी। (भाषा इनपुट के साथ)