टीम इंडिया इन दिनों विराट कोहली के नेतृत्व में ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर है जहां दोनों टीमों को हर फॉर्मेट में मुकाबले खेलने हैं। इन दोनों टीमों के बीच जब भी मुकाबला होता है वो काफी सुर्खियों में रहता है जिसका एक कारण है कि ये दोनों ही टीमें क्रिकेट जगत की शीर्ष टीमों में गिनी जाती हैं वहीं इसका दूसरा कारण है विवाद। दरअसल इन टीमों के बीच जब भी मुकाबले खेले गए हैं तो खिलाड़ियों के कोई न कोई आपसी विवाद भी उभर कर सामने आए हैं। इस दौरे से पहले भी कप्तान कोहली ने मेजबान टीम को चेताया था कि अगर वो हमको छेड़ेंगे तो हम छोड़ेंगे नहीं। ऐसे में आइए आपको बताते हैं ऐसे ही कुछ विवादों के बारे में……..
जब आपस में भिड़े रोहित-वार्नरः ये बात उस वक्त की है जब 2015 में टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर थी। एक वनडे मुकाबले में टीम इंडिया बल्लेबाजी कर रही थी और रोहित शर्मा-सुरेश रैना की जोड़ी क्रीज में मौजूद थी। रोहित ने एक शॉट खेला जो डेविड वार्नर के पास जाकर पहुंची, वार्नर ने थ्रो फेंका तो रोहित ने ओवर थ्रो का रन भी चुरा लिया। इसपर वार्नर शर्मिंदा हो गए और रोहित के पास तक चले आए रोहित हिंदी में बात कर रहे थे और वार्नर कह रहे थे स्पीक इंग्लिश। वार्नर के इस व्यवहार के चलते उनपर मैच फीस का 50 प्रतिशत जुर्माना लगा था।
हरभजन-साइमंड्स विवादः मंकीगेट के नाम से मशहूर इस विवाद को भला कौन भूल सकता है। सिडनी में टेस्ट मैच के दौरान साइमंड्स ने भज्जी पर नस्लीय टिप्पणी का आरोप लगाया जिसके चलते भज्जी को लेवल 3 का चार्ज झेलना पड़ा और उन्हें तीन टेस्ट मैचों के लिए बैन और साथ ही 50 प्रतिशत मैच फीस का जुर्माना लगा था। इस बैन के बाद टीम इंडिया के खिलाड़ियों में भी काफी नाराजगी देखने को मिली थी। वहीं सचिन की गवाही के बाद उनपर लगा ये बैन हटा। इसके बाद साइमंड्स को अपना ये आरोप वापस लेना पड़ा था।
जब कोहली से स्मिथ की हुई तू-तू मैं-मैंः ये वाकया 2016 का है जब एडिलेड के मैदान पर टीम इंडिया टी-20 का मुकाबला खेल रही थी। ऑस्ट्रेलिया की टीम लक्ष्य का पीछा करने उतरी थी और स्मिथ ने युवा पांड्या को निशाना बनाते हुए कुछ शानदार शॉट खेले जिसके चलते स्मिथ के साथ कोहली की बहस हुई। कुछ ही देर बाद जब स्मिथ का विकेट गिरा तो कोहली ने उन्हें चिट-चैट वाला इशारा करके मैदान के बाहर जाने को कहा।
जब गंभीर ने वाटसन को जड़ दी थी कोहनीः साल 2008 का वक्त था और इस बार ऑस्ट्रेलिया टीम की मेहमान नवाजी टीम इंडिया कर रही थी। इस दौरे के टेस्ट मुकाबले में गंभीर ने एक शॉट खेला और रन भागने लगे, पहला रन लेते वक्त ही वाटसन ने उन्हें कुछ कह दिया बस फिर क्या दूसरा रन भागते हुए गंभीर ने उन्हें कोहनी मार दी। इसके बाद गंभीर ने उसे एक एक्सीडेंट बताया था लेकिन आईसीसी ने उनपर एक मैच का प्रतिबंध लगाया था।
द्रविड़-सचिन के साथ स्लैटर की कहासुनीः ये वाकया भी 2001 में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान ही हुआ था जब इस सीरीज के पहले ही मुकाबले में स्लेटर ने द्रविड़ को आउट किया लेकिन स्थिति स्पष्ट न होने के चलते थर्ड अंपायर ने उन्हें नॉट आउट करार दिया। इसके बाद स्लेटर खासा नाराज आए और पहले द्रविड़ से कुछ कहा उसके बाद सचिन से भी उलझ पड़े। इसके बाद उन्होंने अपने इस बर्ताव के लिए माफी भी मांगी।
इन दोनों टीमों के बीच हुए ये विवाद आज भी खेल प्रशंसको के लिए काफी दुखद हैं क्योंकि खेल के मैदान पर भले ही दो टीमें एक दूसरे को हराने के लिए खेलती हैं लेकिन खेल की मर्यादा और खेल भावना हमेशा जीतती रहनी चाहिए।