इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने जिम्बाब्वे के पूर्व कप्तान ब्रेंडन टेलर पर 2019 में भारतीय व्यवसायी द्वारा स्पॉट फिक्सिंग की पेशकश की रिपोर्ट समय पर नहीं करने के लिए साढ़े तीन साल का बैन लगा दिया है। साथ ही आईसीसी ने टेलर को इसी प्रकरण के दौरान कोकीन लेने के कारण डोप परीक्षण में विफल रहने के लिए एक महीने के लिए निलंबित किया है।
आईसीसी ने अपने बयान में कहा कि टेलर ने स्वीकार किया है कि, उन्होंने आईसीसी की भ्रष्टाचार निरोधक संहिता के चार प्रावधानों (अनुच्छेद 2.4.2, 2.4.3, 2.4.4 और 2.4.7) का उल्लंघन किया है। इससे पहले पूर्व क्रिकेटर ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर चार पन्ने का लेटर शेयर किया था और पूरे मामले की विस्तार से जानकारी दी थी।
आईसीसी ने कहा कि, ‘‘जिम्बाब्वे के पूर्व कप्तान ब्रेंडन टेलर को आईसीसी भ्रष्टाचार रोधी संहिता के प्रावधानों का उल्लंघन करने के चार आरोपों और आईसीसी डोपिंग रोधी संहिता के एक आरोप को स्वीकार करने के बाद साढ़े तीन साल के लिये सभी तरह की क्रिकेट से प्रतिबंधित कर दिया गया है।’’
क्या था पूरा मामला?
आपको बता दें कि टेलर ने 24 जनवरी को खुलासा किया था कि एक भारतीय व्यवसायी के साथ मीटिंग के दौरान ‘मूर्खतापूर्वक’ कोकीन लेने के बाद उन्हें ब्लैकमेल किया गया था। टेलर ने कहा था कि, उन्हें भारतीय व्यवसायी द्वारा 2019 में स्पॉट फिक्सिंग की पेशकश की रिपोर्ट समय पर नहीं करने के कारण कई साल का प्रतिबंध झेलना पड़ सकता है।
टेलर ने दावा किया था कि भारतीय व्यवसायी ने उन्हें भारत में ‘स्पॉन्सर’ दिलाने और जिम्बाब्वे में एक टी20 टूर्नामेंट की संभावित योजना पर चर्चा करने के लिये आमंत्रित किया था। उन्होंने व्यवासायी के नाम का खुलासा किए बिना कहा था कि, उन्हें अक्टूबर 2019 में 15,000 डॉलर की पेशकश की गई थी।
35 वर्षीय पूर्व क्रिकेटर ने पिछले साल संन्यास लेने से पहले 205 एकदिवसीय, 34 टेस्ट और 45 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले। उन्हें बेंजोलेकोगनाइन के सेवन का दोषी पाया गया था क्योंकि उन्होंने कोकीन ली थी। आईसीसी संहिता में इसे प्रतिबंधित पदार्थों के तहत रखा गया है। टेलर का आठ सितंबर 2021 को जिम्बाब्वे और आयरलैंड के बीच मैच में प्रतियोगिता के दौरान परीक्षण किया गया था।
आईसीसी ने कहा, ‘‘आईसीसी भ्रष्टाचार निरोधक संहिता के तहत साढ़े तीन साल के प्रतिबंध के साथ ही एक महीने का निलंबन चलेगा। टेलर 28 जुलाई 2025 के बाद खेल से जुड़ी गतिविधियों में शामिल होने के लिए स्वतंत्र होंगे। उनका डोपिंग के लिए निलंबन एक महीने तक इसलिए घटाया गया, क्योंकि वह यह साबित करने में सफल रहे कि उन्होंने प्रतियोगिता से इतर इस पदार्थ का सेवन किया था। इसका खेल में प्रदर्शन से कोई संबंध नहीं था।’’
आईसीसी ने कहा कि उसका यह फैसला अंतिम है। टेलर ने स्पॉट फिक्सिंग की पेशकश के बारे में आईसीसी भ्रष्टाचार निरोधक इकाई को 31 मार्च 2020 को जानकारी दी थी जबकि यह घटना उससे पहले पिछले साल नवंबर में घटी थी।