भारत-ऑस्ट्रेलिया वनडे सीरीज के दौरान हुई ऑनलाइन सट्टेबाजी? BCCI ने मामले से पल्ला झाड़ा
Online Betting: एडवरटाइजिंग स्टैंडर्ड्स काउंसिल ऑफ इंडिया (एएससीआई) के दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि कानून के तहत जिस पर प्रतिबंध लगा हुआ है, उनसे जुड़े विज्ञापन उत्पादों का प्रचार नहीं होगा।

Online Betting in Ind vs Australia Series: ऑस्ट्रेलिया में तीन मैचों की वनडे सीरीज की लाइव स्ट्रीमिंग के दौरान ऑनलाइन सट्टेबाजी की दो दिग्गज कंपनियों ने विज्ञापन अभियान चलाया। इसमें भारतीय यूजर्स को इंडियन बैंकिंग सिस्टम (भारतीय बैंकिंग प्रणाली) का इस्तेमाल करके ऑनलाइन सट्टेबाजी की मंजूरी दी गई थी। ये विज्ञापन माल्टा में पंजीकृत बेटवे (Betway) और फिलीपींस स्थित डाफाबेट (Dafabet) के थे। इन्हें सोनी लिव पर भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सीरीज की लाइव स्ट्रीमिंग के दौरान दिखाया गया।
सोनी लिव भारत-ऑस्ट्रेलिया सीरीज के आधिकारिक प्रसारणकर्ता सोनी पिक्चर्स नेटवर्क का डिजिटल प्लेटफॉर्म है। विशेषज्ञों की नजर में इस तरह के विज्ञापन दिखाया जाना चिंता का विषय है। हालांकि, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने इस पूरे मामले से पल्ला झाड़ लिया है। द इंडियन एक्सप्रेस से हुई बातचीत में बीसीसीआई कोषाध्यक्ष अरुण धूमल ने कहा, ‘हमें इसकी कोई जानकारी नहीं है।’ बता दें सिक्किम को छोड़कर सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में ऑनलाइन स्पोर्ट्स सट्टेबाजी पर प्रतिबंध है। एडवरटाइजिंग स्टैंडर्ड्स काउंसिल ऑफ इंडिया (एएससीआई) के दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि कानून के तहत जिस पर प्रतिबंध लगा हुआ है, उनसे जुड़े विज्ञापन उत्पादों का प्रचार नहीं होगा।
धूमल ने कहा, ‘यह बीसीसीआई नहीं है, जिसके पास ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच सीरीज के प्रसारण का अधिकार और नियंत्रण है। यह क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया है। उसके पास अधिकार हैं। नियमानुसार, हम तब ही कुछ कर सकते हैं, जब हम किसी अंतरराष्ट्रीय मैच की मेजबानी कर रहे हों या यह हमारे अधिकार क्षेत्र में आता हो।’
हालांकि, कानूनी विशेषज्ञों के अनुसार, भारत से ऑनलाइन सट्टा लगाना देश के जुए और विदेशी मुद्रा कानूनों का उल्लंघन होगा। खेल और गेमिंग वकील विदुषपत सिंघानिया ने कहा, भारतीय कानून के अनुसार, सिक्किम को छोड़कर, हर जगह ऑनलाइन खेल सट्टेबाजी अवैध है। विदुषपत सिंघानिया जस्टिस मुद्गल की अगुआई वाली आईपीएल मैच फिक्सिंग जांच समिति के सचिव थे।
उन्होंने बताया, ‘अगर एक जुए घर में ऑनलाइन या ऑफलाइन सट्टेबाजी होती है और लेनदेन किया जाता है तो यह गैम्बलिंग एक्ट के उल्लंघन के अलावा, अंतरराष्ट्रीय लेनदेन फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट (चालू खाता लेनदेन) नियमों का उल्लंघन भी होगा।’
ये वेबसाइट्स अपने यूजर्स से उनके पैन विवरण मांगती हैं और उन्हें लगभग सभी प्रमुख बैंकों की नेट बैंकिंग सुविधा के माध्यम से भुगतान करने का विकल्प प्रदान करती हैं। डाफाबेट में बिटकॉइन का इस्तेमाल करके सट्टा लगाने का विकल्प भी है, जबकि बेटवे के पास आईसीआईसीआई बैंक का यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस प्लेटफॉर्म है, जो भुगतान के तरीकों में से एक है।
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