7 पारियों में 2 अर्धशतक लगाने के बाद टूटा बेन स्टोक्स का मनोबल, बोले- यह करियर का सबसे मुश्किल दौरा
स्टोक्स को इस बात से और ज्यादा निराशा थी कि खतरनाक गेंद कौन सी है, इसे जान गए थे और फिर भी इसी पर आउट हो गए। उन्होंने कहा, ‘‘बहुत निराश हूं। ढाई घंटे बिताने के बाद, अच्छा खेलने के बाद, और स्ट्रेट गेंद पर आउट होने से बचने की कोशिश में, इसी गेंद पर आउट होना हताशाजनक है।’’

इंग्लैंड के ऑलराउंडर बेन स्टोक्स मौजूदा भारत दौरे पर खराब प्रदर्शन से निराश हैं। वे 4 टेस्ट की 7 पारियों में अब तक सिर्फ 2 ही अर्धशतक लगा सके हैं। स्टोक्स अच्छी शुरुआत करने के बाद विकेट गंवाने की निराशा को छुपा नहीं सके। उनका मानना है कि करियर के 70 टेस्ट मैचों में यह अब तक की सबसे मुश्किल दौरा और बल्लेबाजी के लिए सबसे मुश्किल परिस्थिति है।
स्टोक्स ने भारत के खिलाफ अंतिम टेस्ट के शुरूआती दिन 121 गेंद में 55 रन बनाए, लेकिन वॉशिंगटन सुंदर की स्किड करती गेंद ने उन्हें एलबीडब्ल्यू कर दिया। स्टोक्स ने कहा, ‘‘मैं बहुत ज्यादा निराश हूं कि मैंने अच्छी शुरुआत के बाद विकेट गंवा दिया। अर्धशतक वास्तव में ऐसा स्कोर नहीं है जो आपको टेस्ट मैच में जीत दिलाए। मैं बहुत निराश था कि उस विकेट पर सहज महसूस करने के बाद मैं इस तरह से आउट हो गया, विशेषकर तब जब मैंने खुद को स्किड करती गेंद से बचाने में ढाई घंटे बिताए और इसी स्किड होती गेंद पर आउट हो गया। इसलिए मैं खुद से काफी निराश था।’’
स्टोक्स को इस बात से और ज्यादा निराशा थी कि खतरनाक गेंद कौन सी है, इसे जान गए थे और फिर भी इसी पर आउट हो गए। उन्होंने कहा, ‘‘बहुत निराश हूं। ढाई घंटे बिताने के बाद, अच्छा खेलने के बाद, और स्ट्रेट गेंद पर आउट होने से बचने की कोशिश में, इसी गेंद पर आउट होना हताशाजनक है। ’’ स्टोक्स टीम के बल्लेबाजी प्रदर्शन से भी निराश थे।
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि हम बल्लेबाजी से निराश हैं। मुझे लगता है कि हम रन जुटाने में काफी सक्षम है इसलिये यह निराशाजनक है। लेकिन दिन के अंत में एक विकेट हासिल करना अच्छा रहा। ’’स्टोक्स को यह स्वीकार करने में कोई हिचक नहीं थी कि ये बल्लेबाजी के लिये ‘मुश्किल हालात’ हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हां, मैं अब तक 70 के करीब मैच खेल चुका हूं और मैंने टीम में अन्य खिलाड़ियों को भी बताया कि बतौर बल्लेबाज मैंने अब तक इतने मुश्किल हालात का सामना नहीं किया जबकि मैं पूरी दुनिया में खेल चुका हूं।’’