BCCI: बीसीसीआई ने वुमेंस अंडर-19 टी20 वर्ल्ड कप 2023 (Women’s Under-19 T20 World Cup) के लिए दो ऐसी खिलाड़ियों को टीम में शामिल किया है जो लगभग 40 से ज्यादा इंटरनेशनल मैच खेल चुकी हैं। दोनों खिलाड़ी भारतीय महिला (Team India) टीम में अपनी जगह भी पक्की कर चुकी हैं। इन खिलाड़ियों का नाम है शेफाली वर्मा (Shefali Verma) और ऋचा घोष (Richa Ghosh), जिन्हें अगले साल होने वाले अंडर-19 टी20 वर्ल्ड कप के लिए टीम में शामिल किया गया है।
इंटरनेशनल खिलाड़ी की जगह नए खिलाड़ियों को मौका मिलना चाहिए (New players should get a chance instead of international players)
अंडर-19 क्रिकेट को एक सीढ़ी के तौर पर देखा जाता है। अंडर-19 खेलने के बाद खिलाड़ी इंटरनेशनल क्रिकेट में खेलने का सपना देखते हैं। लेकिन अगर कोई खिलाड़ी इंटरनेशनल खेलकर अंडर-19 क्रिकेट खेले तो यह हैरान करने वाला वाक्या जरूर लगता है। हालांकि बीसीसीआई ने कोई नियम का उल्लंघन नहीं किया है। बल्कि सवाल यह खड़ा होता है कि इन दोनों की जगह कोई नए खिलाड़ी को मौका दिया जाना चाहिए था।
पाकिस्तान क्रिकेट ने नसीम शाह का नाम लिया था वापस (Naseem Shah’s name was withdrawn by Pakistan Cricket)
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने अंडर-19 क्रिकेट वर्ल्ड 2020 के लिए नसीम शाह को टीम में शामिल किया था। उस समय नसीम 16 साल के थे, लेकिन कुछ दिनों बाद नसीम ने इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू कर लिया। उसके बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने नसीम शाह को अंडर-19 के टीम से रिलीज कर दिया था। उस समय पाकिस्तान क्रिकेट के सीईओ वसीम खान ने कहा था कि यह भविष्य के सितारों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है और युवाओं के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट में जाने का बेहतरीन मौका भी है।
उन्होंने आगे कहा था कि नसीम शाह ने इंटरनेशनल क्रिकेट के लिए क्वालीफाई करने की बाधा को तोड़ दिया है और एक इंटरनेशनल खिलाड़ी के रूप में टीम में जगह बनाने में जुटे हुए हैं। ऐसे में पीसीबी ने नसीम शाह की जगह किसी और होनहार खिलाड़ी को मौका देने के उनका नाम वापस लेने का फैसला किया था, ताकि अन्य खिलाड़ी भी बड़े मंच पर अपनी प्रतिभा दिखा सके।
भारत में भारी जनसंख्या होने के बावजूद भी बीसीसीआई नए खिलाड़ियों की तलाश नहीं कर पा रही है। क्या भारतीय क्रिकेट में कोई महिला खिलाड़ी नहीं है जो विकेट कीपिंग कर सके या फिर ओपनिंग। ऐसे में बीसीसीआई का यह फैसला तोड़ा चौकाने वाल जरूर है।