भारतीय बैडमिंटन संघ (बीएआई) द्वारा मोहाली में अखिल भारतीय सब-जूनियर रैंकिंग टूर्नामेंट स्थगित करने के एक दिन बाद खेल की संचालन संस्था ने राजस्थान के दो खिलाड़ियों को निलंबित कर दिया। टूर्नामेंट में हिस्सा लेने वाले कई खिलाड़ियों के पैरेंट्स ने प्रतियोगिता में कुछ शटलर्स की उम्र अधिक होने को लेकर शिकायत की थी। शनिवार सुबह विरोध करने वाले अभिभावकों ने बीएआई सचिव संजय मिश्रा से मुलाकात की। इसके बाद दोनों खिलाड़ियों को निलंबित कर दिया गया।
मोहाली में शनिवार 2 जुलाई 2022 को मैच चल रहे थे। संजय मिश्रा ने अभिभावकों को कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया। अखिल भारतीय सब-जूनियर रैंकिंग टूर्नामेंट (अंडर-13) का आयोजन पंजाब बैडमिंटन एसोसिएशन की ओर से किया जा रहा है। बीएआई पर्यवेक्षक बामंग टैगो ने कहा, ‘पैरेंट्स की ओर से शिकायत मिलने के बाद, बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने राजस्थान के दो खिलाड़ियों को निलंबित कर दिया है।’
बामंग टैगो ने कहा, ‘निलंबित किए गए खिलाड़ियों की बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया आईडी भी डि-एक्टिवेट कर दी है। इस मुद्दे को आयु धोखाधड़ी समिति को भेज दिया गया है। आगे की कार्रवाई बीएआई द्वारा की जाएगी। खिलाड़ियों के जन्म प्रमाण पत्र फर्जी होने की शिकायतों के संबंध में बीएआई सबूतों के आधार पर कार्रवाई करेगा।’
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार, इस सप्ताह की शुरुआत में, 60 से अधिक माता-पिता ने सचिव संजय मिश्रा को कुछ खिलाड़ियों की ओर से फर्जी जन्म प्रमाण पत्र जमा करने के बारे में लिखा था। जिन पैरेंट्स ने बुधवार को लिखित शिकायत दी थी, उनमें से कुछ ने शुक्रवार को टूर्नामेंट के मुख्य ड्रॉ के मुकाबलों के दौरान विरोध किया था।
बामंग टैगो और प्रदर्शनकारी अभिभावकों के बीच दो घंटे तक चली वार्ता के बाद पीबीए की आयोजन समिति ने मैच शनिवार तक के लिए टालने का फैसला किया। हैदराबाद में ऑल इंडिया सब-जूनियर बैडमिंटन अंडर-13 रैंकिंग टूर्नामेंट (19 से 25 जून तक) में भी ओवरएज खिलाड़ियों के हिस्सा लेने की खबरें थीं।
मोहाली अंडर-13 टूर्नामेंट में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ियों में से एक के पिता रवि व्यास ने कहा, ‘जब हमने विरोध किया तो बीएआई ने केवल इस मामले को गंभीरता से लिया, बल्कि मुकाबलों को भी रोक दिया। हमने हैदराबाद में हुए रैंकिंग टूर्नामेंट में भी उम्र में फर्जीवाड़ा करने को लेकर शिकायतें की थीं। हमें खुशी है कि राजस्थान के दो खिलाड़ियों को निलंबित कर दिया गया है।’
उन्होंने बताया, ‘हमने बीएआई से उम्र धोखाधड़ी के इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करने को भी कहा है ताकि भविष्य में अन्य खिलाड़ियों को ऐसा करने से रोका जा सके। हम यह भी उम्मीद करते हैं कि जिनके खिलाफ कई पैरेट्स ने सबूत जमा किए हैं, उनकी शिकायतों की जांच की जाए।’ भारतीय बैडमिंटन संघ (BAI) की आयु फ्राड समिति के अध्यक्ष केके शर्मा टिप्पणी के लिए उपलब्ध नहीं थे।