Harbhajan Singh and ex Cricketer’s backed Arshdeep Singh: एशिया कप 2022 के सुपर-4 मैच में रविवार को पाकिस्तान से टीम इंडिया को 5 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। मैच के बाद युवा तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह को सोशल मीडिया पर निशाना बनाया जा रहा है। इसका कारण उनका कैच छोड़ना है। उन्होंने शॉर्ट थर्ड मैन पर रवि बिश्नोई की गेंद पर आसिफ अली का कैच छोड़ दिया। तब पाकिस्तान को 15 गेंदों में 32 रनों की जरूरत थी।
अगले ओवर में आसिफ ने भुवनेश्वर कुमार के ओवर में 19 रन बनाए। अंतिम ओवर में पाकिस्तान को 7 रनों की जरूरत थी। अर्शदीप ने आखिरी ओवर में शानदार गेंदबाजी की। उन्होंने आसिफ अली का विकेट भी लिया। आखिरी दो गेंदों पर 2 रनों की जरूरत थी और एक गेंद शेष रहते बाबर आजम की टीम ने जीत हासिल कर ली। कैच छोड़ने के बाद उन्हें खूब ट्रोल किया जा रहा है। अब हरभजन सिंह समेत कई पूर्व खिलाड़ियों ने उनका बचाव किया है।
हरभजन ने ट्वीट करके कहा, “युवा अर्शदीप सिंह की आलोचना करना बंद करें। कोई भी जानबूझकर कैच नहीं छोड़ता..हमें अपने लड़कों पर गर्व है। पाकिस्तान ने बेहतर खेला। ऐसे लोगों पर शर्म आती है, जो इस प्लेटफॉर्म पर अर्श और टीम के बारे में छोटी बातें कहकर हमारे ही लोगों को नीचा दिखा रहे हैं.. अर्श गोल्ड है।”
टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज इरफान पठान ने कहा, “अर्शदीप मजबूत इंसान हैं। ऐसे ही बने रहना।” कमेंटेटर और क्रिकेट एक्सपर्ट हर्षा भोगले ने कहा, “जब कोई खिलाड़ी निराश होता है तो आपको उसके पास पहुंचना होता है ताकि वह मजबूत होकर उभरे। अर्शदीप के बारे में गंदी बातें कहने से किसी का भला नहीं होगा। हम सभी ने दबाव में गलतियां की हैं। यह समय उन्हें समर्थन करने का है। वह भारत को ढेर सारे मैच जिताएंगे।”
पाकिस्तान के पूर्व ऑलराउंडर मोहम्मद हफीज ने भी अर्शदीप का समर्थन किया। उन्होंने कहा, “सभी भारतीय टीम के प्रशंसकों से मेरा अनुरोध है। खेल में हम इंसान होने के नाते गलतियां करते हैं। कृपया इन गलतियों पर किसी को अपमानित न करें।” इसके साथ ही उन्होंने अर्शदीप सिंह को टैग किया। बता दें कि प्रेस क्रॉन्फ्रेंस में भी टीम इंडिया के पूर्व कप्तान विराट कोहली ने अर्शदीप का बचाव किया।
विराट ने कहा, ” जब मैंने चैंपियंस ट्रॉफी में पाकिस्तान के खिलाफ अपना पहला मैच खेला था तो मैं भी खराब शॉट खेला था और आउट हो गया था। मैं सुबह 5 बजे तक सीलिंग घूर रहा था। मुझे लगा कि मेरा करियर खत्म हो गया है। दबाव में कोई भी गलती कर सकता है। टीम का माहौल अभी अच्छा है। इसका श्रेय प्रबंधन और कप्तान को जाता है। इसलिए व्यक्ति को अपनी गलती को स्वीकार करना चाहिए, उसका समाधान करना चाहिए और उस दबाव की स्थिति का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए। ”