टीम इंडिया के पूर्व कोच अनिल कुंबले को अपने कार्यकाल को लेकर कोई पछतावा नहीं है। कुंबले 2017 चैंपियंस ट्रॉफी तक टीम इंडिया के कोच थे। कुंबले ने कहा कि मुझे कोई पछतावा नहीं है, लेकिन कार्यकाल का अंत बेहतर तरीके से हो सकता था। कप्तान विराट कोहली के साथ मतभेद के कारण उन्हें अपना पद छोड़ना पड़ा था। उनके बाद पूर्व क्रिकेटर रवि शास्त्री को कोच बनाया गया था, लेकिन उनके रहने के बावजूद टीम इंडिया अब तक आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीत सकी है।
49 साल के कुंबले ने जिम्बाब्वे के पूर्व क्रिकेटर और मशहूर कमेंटेटर पॉमी एमबान्गवा के साथ बातचीत में ये बाते कहीं। उन्होंने आगे कहा, ‘‘हमने एक साल के दौरान बेहतरीन काम किया था। मैं सचमुच काफी खुश था कि इसमें कुछ योगदान किए गए थे। मुझे कोई पछतावा नहीं है। मैं वहां से भी आगे बढ़कर खुश था। मुझे पता है कि अंत इससे बेहतर हो सकता था, लेकिन कोई बात नहीं। कोच के तौर पर आप महसूस करते हो कि आगे बढ़ने का समय कब है। कोच ही होता है जिसे आगे बढ़ने की जरूरत होती है। मैं सचमुच काफी खुश था। मैंने उस एक साल में काफी अहम भूमिका निभाई थी।’’
कोच के तौर पर कुंबले का कार्यकाल शानदार रहा था। उनके रहते हुए टीम इंडिया चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल तक पहुंची थी। उसे खिताबी मुकाबले में पाकिस्तान के खिलाफ हार मिली थी। कुंबले के रहते हुए भारतीय टीम 17 में से सिर्फ एक ही टेस्ट मैच हारी थी। कुंबले ने कहा, ‘‘मैं भारतीय टीम का कोच बनकर बहुत खुश था। वह एक शानदार पल था। टीम इंडिया के साथ एक साल बिताना मेरे लिए सुखद अनुभव था।’’
कुंबले ने 132 टेस्ट मुकाबलों में 619 विकेट अपने नाम किए थे। सिर्फ टेस्ट ही नहीं वनडे में भी उनका प्रदर्शन शानदार रहा है। कुंबले ने 271 मुकाबलों में 337 विकेट अपने नाम किए थे। कुंबले ने कहा कि बेहतरीन खिलाड़ियों के साथ और भारतीय ड्रेसिंग रूम का हिस्सा बनना एक शानदार अहसास है। कुंबले इस समय इंडियन प्रीमियर लीग में किंग्स इलेवन पंजाब की टीम के मुख्य कोच है। उनके आने के बाद ही केएल राहुल को टीम का कप्तान बनाया गया है।