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ICC के अंपायर को पेड़ पर चढ़ने के बाद मिला था नेटवर्क, अब गांव में टॉवर लगवाकर बने हीरो

जीरो नेटवर्क के कारण अनिल चौधरी का जीवन रुक सा गया था। उन्हें नेटवर्क के लिए कई किलोमीटर दूर जाना पड़ता था। उसके धान के खेत में पेड़ चढ़ने के बाद मोबाइल में मुश्किल से थोड़ा नेटवर्क आता था।

अनिल चौधरी ने 20 वनडे और 27 टी20 मुकाबलों में अंपायरिंग की है। (सोर्स - सोशल मीडिया)
अनिल चौधरी ने 20 वनडे और 27 टी20 मुकाबलों में अंपायरिंग की है। (सोर्स – सोशल मीडिया)

आईसीसी के अंतरराष्ट्रीय पैनल में भारत के अंपायर अनिल चौधरी लॉकडाउन के दौरान उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में अपने घर पर रह रहे थे। इस दौरान उन्हें मोबाइल नेटवर्क के लिए काफी मेहनत करना पड़ा रहा था। यहां तक कि उन्हें नेटवर्क के लिए पेड़ पर चढ़ना पड़ा। दरअसल, चौधरी कोरोना वायरस के कारण हुए लॉकडाउन से पहले भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच होने वाली वनडे सीरीज में अंपायरिंग करने वाले थे, लेकिन सीरीज रद्द होने के बाद वे घर चले गए।

वहां उन्हें काफी दिनों तक नेटवर्क संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता था। चौधरी का घर मुजफ्फरनगर जिले के डंगरोल गांव में है। वे वहां एक सप्ताह के लिए गए थे, लेकिन देशभर में हुए लॉकडाउन के कारण चौधरी गांव में ही फंस गए। जीरो नेटवर्क के कारण उनका जीवन रुक सा गया था। उन्हें नेटवर्क के लिए कई किलोमीटर दूर जाना पड़ता था। उसके धान के खेत में पेड़ चढ़ने के बाद मोबाइल में मुश्किल से थोड़ा नेटवर्क आता था।

इसके बाद एक दिन उनसे एक टेलीकॉम कंपनी ने संपर्क किया। चौधरी ने गांव वालों की इस समस्या को अब हल कर दिया है। वे अब अपने गांव के नए ‘हीरो’ बन गए हैं। चौधरी ने हमारे सहयोगी वेबसाइट द इंडियन एक्सप्रेस से फोन पर बातचीत में कहा, ‘‘मैंने कभी नहीं सोचा था कि यह पहल हमारे गांव के लिए इतनी फायदेमंद होगी। जालंधर से एक प्रोफेसर हैं जो अब ऑनलाइन क्लास लेने में सक्षम हैं। बच्चे खुश हैं क्योंकि अब उन्हें ऑनलाइन क्लास के लिए खेतों में नहीं बैठना पड़ता है और मच्छरों से नहीं लड़ना पड़ता है।’’ अनिल चौधरी ने 20 वनडे और 27 टी20 मुकाबलों में अंपायरिंग की है।

गांव के निवासी राजकुमार पैसों के ट्रांसफर के लिए कई दिनों तक संघर्ष करते थे, लेकिन नए टॉवर के शुरू होने के बाद वे खुश हैं। उन्होंने कहा, ‘‘पहले पैसा ट्रांसफर करने में तीन-चार दिन लगते थे, अब बस कुछ ही घंटे लगते हैं। मैं इसके लिए अंपायर चौधरी का धन्यवाद करना चाहता हूं। हमारे पंचायत सदस्य मनीष चौहान और विधायक तेजिंदर नरवाल ने जिओ नेटवर्क से बात की। फिर समस्या दूर हो गई।’’ चौधरी ने कहा कि उनके लिए कृतज्ञता और आशीर्वाद बहुत अधिक हैं। उन्होंने हंसते हुए कहा, ‘‘अब वे मुझे अपनी अन्य सभी समस्याओं को हल करने के लिए कह रहे हैं। लेकिन मैंने उनसे कहा कि मैं केवल एक अंपायर हूं।’’

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First published on: 15-07-2020 at 11:15 IST
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