बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार ने शुक्रवार (4 सितंबर) को एक मल्टीप्लेयर गेम FAU-G की घोषणा की। उन्होंने सोशल मीडिया पर इस गेम की घोषणा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत अभियान का समर्थन किया गया। यह एक्शन-मल्टीप्लेयर गेम अक्षय द्वारा जारी किया गया है। इसके जरिए खिलाड़ियों को सैनिकों के बलिदान के बारे में भी बताएगा। इसके अलावा, खेल से मिलने वाले राजस्व का 20 प्रतिशत ‘भारत के वीर ट्रस्ट’ को दान किया जाएगा।
FAU-G गेम को खुद अक्षय कुमार भारतीय प्लेयर्स के लिए लेकर आ रहे हैं। अक्षय ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर भी इस गेम का एक पोस्टर शेयर किया है और उसपर कमिंग सून (COMING SOON) लिखा नजर आ रहा है। ऐसे में जल्द ही मल्टीप्लेयर बैटल रॉयल गेम अलग-अलग प्लेटफॉर्म्स पर गेमर्स के लिए उतारा जा सकता है। FAU-G के बारे में इससे ज्यादा जानकारी अभी सामने नहीं आई है। भारत में PUBG खेलने वाले लाखों प्लेयर्स थे और गेम बैन किए जाने का असर उन सभी पर पड़ा है। ऐसे में नया FAU-G गेम आना उन्हें बड़ी राहत दे सकता है। अगर गेम के ग्राफिक्स और कंट्रोल्स PUBG की टक्कर के हुए तो यह बड़ा हिट हो सकता है।
Supporting PM @narendramodi’s AtmaNirbhar movement, proud to present an action game,Fearless And United-Guards FAU-G. Besides entertainment, players will also learn about the sacrifices of our soldiers. 20% of the net revenue generated will be donated to @BharatKeVeer Trust #FAUG pic.twitter.com/Q1HLFB5hPt
— Akshay Kumar (@akshaykumar) September 4, 2020
इस गेम की घोषणा उस समय हुई जब सरकार ने Tencent के PUBG मोबाइल गेम्स पर प्रतिबंध लगा दिया। 2 सितंबर को कुल 118 ऐप्स पर प्रतिबंध लगाया गया था। लोकप्रिय मोबाइल गेम के प्रतिबंध ने कई प्रशंसकों को निराश कर दिया था। हालांकि, PUBG के मोबाइल और डेस्कटॉप वर्जन अभी भी भारत में उपलब्ध है। सोशल मीडिया पर अक्षय कुमार द्वारा FAU-G की घोषणा के बाद लोग उनकी तारीफ कर रहे हैं।
कुछ लोग सोशल मीडिया पर इस गेम को लेकर उत्साहित दिखे हैं, तो कुछ ने इसे पबजी का रिप्लेसमेंट बताया है। सभी इस बात को जानना चाहते हैं कि क्या गेम मोबाइल या डेस्कटॉप के लिए उपलब्ध होगा। सीमा पर चीन के साथ जारी गतिरोध के बीच भारत सरकार ने कई चीनी मोबाइल ऐप्स को बैन कर दिया था। सरकार की 118 ऐप्स को बैन करने से पहले भी 59 ऐप्स पर प्रतिबंध लगाया था। इसमें लोकप्रिय ऐप TikTok भी शामिल था। बाद में सरकार ने 47 और ऐप को बैन किया था।