वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल (WTC Final) भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच ओवल में 7 से 11 जून के बीच खेला जाएगा। टीम इंडिया लगातार दूसरी बार चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंची है। पहली बार उस न्यूजीलैंड ने हराया था। वह फाइनल भी इंग्लैंड में हुआ था। अब टीम इंडिया के पूर्व ओपनर आकाश चोपड़ा ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के फॉर्मेट पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा है कि चैंपियन का फैसला 1 मैच के बजाय तीन मैच की सीरीज से होना चाहिए। इसके अलावा उन्होंने यह भी सवाल किया है कि जून में ही यह मैच क्यों हो रहा है और इंग्लैंड ही मेजबान क्यों है?
आकाश चोपड़ा को लगता है कि इंग्लैंड की परिस्थितियां एशियाई टीमों के अनुकूल नहीं होती। उन्होंने सुझाव दिया कि दोनों टीमों के घर पर एक-एक मैच और न्यूट्रल वेन्यू पर एक मैच होना चाहिए। उन्होंने ट्वीट करके कहा, “WTC फाइनल केवल इंग्लैंड में ही क्यों होता है? तटस्थ स्थान, लेकिन यह एशियाई परिस्थितियों के एक दम विपरित है।”
विश्व टेस्ट चैंपियन का फैसला करने के लिए टेस्ट सीरीज क्यों नहीं?
आकाश चोपड़ा ने आगे कहा, ” इसमें केवल एक ही मैच क्यों? विश्व टेस्ट चैंपियन का फैसला करने के लिए टेस्ट सीरीज क्यों नहीं? दोनों टीमों के घर पर एक-एक मैच और न्यूट्रल वेन्यू पर मैच क्यों नहीं हो सकता? कोई भी टूर्नामेंट विजेता के लिए दो साल तक नहीं चलता। इसलिए मेरे हिसाब से फाइनल एक नॉकआउट गेम नहीं होना चाहिए। टेस्ट क्रिकेट एक बहुत ही अनोखा खेल है… पांच दिनों तक चलता है। चैंपियनशिप दो साल तक चलती है। फाइनल निश्चित रूप से 3 मैचों की सीरीज हो सकती है।”
आईसीसी ने नहीं किया बदलाव
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान विराट कोहली ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के पहले फाइनल में टीम इंडिया की अगुआई की थी। यह मैच बारिश से प्रभावित रहा था। न्यूजीलैंड से 8 विकेट से हार के बाद उन्होंने कहा था कि डब्ल्यूटीसी फाइनल तीन मैचों की सीरीज होनी चाहिए। हालांकि, आईसीसी ने फाइनल मैच के सिस्टम में कोई बदलाव नहीं किया है।