केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान (Union minister Dharmendra Pradhan) ने मंगलवार को मीडिया से बात करते हुए एक बहुत ही दिलचस्प किस्सा साझा किया। उन्होंने बताया कि हाल में एक रोज वह सैंडल खरीदने निकले थे। धर्मेंद्र प्रधान (Dharmendra Pradhan) के साथ उनके निजी सुरक्षा अधिकारी थे। रास्ते में धर्मेंद्र प्रधान की गाड़ी ट्रैफिक जाम में फंस गयी। इसके बाद वह अपने सुरक्षा अधिकारी (Personal Security Officer) के साथ ऑटो रिक्शा में सवार हो गए।
दोनों सैंडल खरीदने के लिए बाजार की तरफ ऑटो-रिक्शा में जा ही रहे थे, तभी धर्मेंद्र प्रधान को एहसास हुआ कि उनके पास उनका पर्स नहीं है। जब तक केंद्रीय मंत्री को इस बात का एहसास वह आधे रास्ते आ चुके थे।
केंद्रीय मंत्री की इस समस्या के बारे में जब ऑटो-ड्राइवर को पता चला, तो उसने उन्हें पेमेंट ऐप के जरिए भुगतान करने का सुझाव दिया। लेकिन केंद्रीय मंत्री के फोन में ऐसा कोई ऐप नहीं था। इसके बाद धर्मेंद्र प्रधान के पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर मदद के लिए आगे आएं और उन्होंने ऑटो ड्राइवर को पेमेंट किया।
भारत सरकार के शिक्षा एवं कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्री इस कहानी जरिए यह बताना चाहते थे कि डिजिटल पेमेंट को लेकर नागरिक कितने सहज हैं।
जॉब क्रिएटर बन रहा है युवा – प्रधान
मंगलवार को भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दूसरे दिन पार्टी के तमाम दिग्गज नेता दिल्ली में दिखे। केंद्रीय शिक्षा मंत्री और भाजपा नेता धर्मेंद्र प्रधान ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि आज देश का युवा जॉब सीकर नहीं जॉब क्रिएटर बन रहा है। हम सामाजिक जाग्रति के तहत गुलामी की मानसिकता से बाहर निकले हैं। डिजिटल के क्षेत्र में हम आगे बढ़े हैं। कोविन ऐप और डिजीटल पेमेंट इसका उदाहरण है।
राम मंदिर पर बड़ा ऐलान
राम मंदिर की तारीख पर बोलते हुए धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि, “पहले जो लोग बोलते थे कि राम मंदिर बनाएंगे लेकिन तिथि नहीं बताएंगे। आज कार्यकारिणी बैठक में प्रधानमंत्री मोदी की मौजूदगी में तिथि भी घोषित कर दी गई है। जल्द ही देश को भव्य राम मंदिर समर्पित हो जाएगा।”