दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भारतीय करेंसी पर भगवान गणेश और लक्ष्मी की तस्वीरें छापने की मांग की है। केजरीवाल ने कहा कि दिवाली पर हम सबने समृद्धि के लिए लक्ष्मी जी और गणेश जी की पूजा की। इंडोनेशिया एक मुस्लिम देश है लेकिन वहां की करेंसी नोट पर गणेश जी की तस्वीर है।
सुब्रमण्यम स्वामी भी कर चुके हैं यही मांग: अरविंद केजरीवाल पहले नेता नहीं हैं जिन्होंने करेंसी पर गणेश-लक्ष्मी की तस्वीर छापने की मांग की है। ठीक यही मांग बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी भी कर चुके हैं। स्वामी ने ‘स्वामी विवेकानंद व्याख्यानमाला’ नामक एक व्याख्यान श्रृंखला को संबोधित करने के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा था कि भगवान गणेश बाधाओं को दूर करते हैं, मैं कहता हूं कि देवी लक्ष्मी की तस्वीर भारतीय मुद्रा की स्थिति में सुधार कर सकती है।
करेंसी पर कब आई थी गांधी की तस्वीर? भारत में करेंसी नोट जारी करने का अधिकार सिर्फ भारतीय रिजर्व बैंक को है। भारतीय रिजर्व बैंक की वेबसाइट के मुताबिक 1949 में पहली बार एक रुपए का नया नोट जारी किया गया था। 1947 में स्वतंत्रता के बाद यह महसूस किया गया था कि ब्रिटिश राजा के चित्र को महात्मा गांधी की तस्वीर से बदल दिया जाना चाहिए, लेकिन उस समय की सरकार को इस मुद्दे पर आम सहमति तक पहुंचने में काफी समय लगा।
फिर 1969 में रिज़र्व बैंक ने 100 रुपये का एक स्मारक नोट जारी किया था। जिसपर छपी तस्वीर में गांधी जी बैठे हुए दिखाई देते हैं और पीछे सेवा ग्राम आश्रम नजर आ रहा था। लेकिन राष्ट्रपिता का चित्र करेंसी नोट पर नियमित रूप से 1987 में ही दिखाई दिया। जिसमें 500 रुपये के नोटों की श्रृंखला शुरू हुई थी, जिसमें मुस्कुराते हुए गांधी की तस्वीर थी। तब से करेंसी नोटों पर नियमित रूप से महात्मा गांधी के चित्र का उपयोग किया जाता रहा है। गांधी के चित्र से पहले करेंसी नोटों पर कई डिज़ाइन और छवियों का उपयोग किया जाता था।
केजरीवाल की मांग- करेंसी पर हो गणेश-लक्ष्मी की फोटो, देखें ये वीडियो
पहले कई तस्वीरें थीं: शुरुआत में यह चर्चा आई कि नोट पर अशोक स्तम्भ की तस्वीर छपेगी, 1950 में पहली बार भारत में दो, पाँच, दस और सौ रुपये के नोट जारी किए गए थे। 1953 में कुछ अन्य नोट छापे गए, दो और पांच की करेंसी पर शेर, हिरण आदि की तस्वीर लगी होती थी।1975 में चाय बागानों और कृषि से संबंधित तस्वीरें छपीं।