हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) की रिपोर्ट के बाद से अडानी ग्रुप (Adani Group) के शेयरों की कीमतें लगातार गोते खा रही हैं। अडानी (Adani) द्वारा अधिग्रहण किए जाने के बाद से NDTV के शेयर की कीमतों में 37 प्रतिशत की गिरावट आ चुकी है।
न्यू दिल्ली टेलीविजन लिमिटेड (NDTV) पिछले साल के आखिरी महीने के अंतिम सप्ताह में अडानी ग्रुप के स्वामित्व वाली कंपनी हो गयी थी। सौदा 30 दिसंबर, 2022 पूरा हुआ था, जिसकी जानकारी खुद अडानी इंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) ने दी थी।
30 दिसंबर से अब तक
जिस रोज (30 दिसंबर, 2022) एनडीटीवी का अधिकांश शेयर आधिकारिक रूप से अडानी का हुआ, उस रोज एनडीटीवी के शेयर की कीमत 345 रुपये थी। उसके बाद से लगभग हर रोज एनडीटीवी के शेयर की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है।
6 फरवरी को बाजार बंद होने तक एनडीटीवी के एक शेयर की कीमत 217 रुपये थी। इस हिसाब से देखें तो 30 दिसंबर से 6 फरवरी के बीच एनडीटीवी के शेयर में 37 प्रतिशत की गिरावट आ चुकी है।
अडानी को 10 दिन में 118 बिलियन डॉलर का नुकसान
24 जनवरी को न्यूयॉर्क की शॉर्ट-सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आयी थी। रिपोर्ट में गौतम अडानी को कॉरपोरेट जगत का सबसे बड़ा ठग बताया गया था। रिपोर्ट में अडानी ग्रुप की कंपनियों पर वित्तीय अनियमितता का आरोप लगा है। रिपोर्ट सार्वजनिक होने के 10 दिन के भीतर अडानी ग्रुप 118 बिलियन डॉलर खो चुकी है।
इसके अलावा अडानी ब्लूमबर्ग बिलेनियर्स इंडेक्स में सूची में टॉप-20 से भी बाहर हो चुके हैं। उनकी संपत्ति घटकर आधी हो चुकी है। अडानी का नेटवर्थ 61 बिलियन डॉलर रह गया है। इस बीच अमेरिका के डाउ जोंस सस्टेनिबिलिटी इंडेक्स से अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर को बाहर कर दिया गया है। भारत में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने अडानी ग्रुप के तीन उपक्रमों को एडिशनल सर्विलांस मार्जिन में डाल दिया है।