Raghav Chadha Parineeti Chopra News: आम आदमी पार्टी के नेता राघव चड्ढा (Raghav Chadha) और एक्ट्रेस परिणीति चोपड़ा (Parineeti Chopra) सुर्खियों में हैं। हाल के दिनों में दोनों कई बार साथ दिखे। सियासी गलियारों में चर्चा है कि राघव चड्ढा और परिणीति चोपड़ा जल्द ही शादी के बंधन में बंधने वाले हैं। पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट राघव चड्ढा (Raghav Chadha) पंजाब से AAP के राज्यसभा सदस्य हैं। नामांकन के वक्त उन्होंने अपनी संपत्ति से लेकर पढ़ाई लिखाई का ब्यौरा दिया था। तब राघव चड्ढा ने बताया कि उनके पास करीब 37 लाख की प्रॉपर्टी है, जबकि एक भी रुपए का कर्ज नहीं है।
कितनी प्रॉपर्टी के मालिक हैं राघव चड्ढा? (Raghav Chadha Net Worth)
राघव चड्ढा ने अपने हलफनामे में बताया था कि उनके पास कुल 36,99,471 रुपए की चल संपत्ति है। जिसमें तब 30000 रुपये हाथ में। बाकी एक्सिस बैंक से लेकर दूसरी जगहों पर लगे थे। राघव चड्ढा के पास न तो अपना घर है और न ही कोई जमीन। अचल संपत्ति के नाम पर उनके पास कुछ भी नहीं है।
राघव के नाम पर बस स्विफ्ट डिजायर
राघव चड्ढा ने बताया था कि उनके नाम पर सिर्फ एक मारुति स्विफ्ट डिजायर है। 2019 मॉडल की इस गाड़ी की कीमत 132000 रुपये बताई थी। इसके अलावा उनके पास 90 ग्राम गोल्ड ज्वेलरी थी, जिसकी कीमत 495000 रुपये बताई थी।
राघव चड्ढा के खिलाफ कुल तीन मुकदमे
साल 2019 के हलफनामे के मुताबिक तब आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता राघव चड्ढा के खिलाफ कुल 3 मुकदमे चल रहे थे। एक मुकदमा दिल्ली के राउस एवेन्यू कोर्ट में, एक गाजियाबाद में और एक नोएडा में चल रहा था।
लंदन से पढ़े हैं राघव चड्ढा
11 नंबर 1988 को दिल्ली में जन्में राघव चड्ढा ने अपनी शुरुआती पढ़ाई लिखाई दिल्ली के मॉडर्न स्कूल से की है। इसके बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीकॉम की डिग्री हासिल की। फिर लंदन चले गए, जहां लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में एडमिशन लिया। बाद में चार्टर्ड अकाउंटेंट बने।
केजरीवाल के करीबी माने जाते हैं चड्ढा
राघव चड्ढा आम आदमी पार्टी के शुरुआती नेताओं में से रहे हैं। पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल के दाहिने हाथ माने जाते हैं। AAP की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य राघव, पार्टी के सबसे कम उम्र के प्रवक्ता भी हैं। वह पार्टी के कोषाध्यक्ष भी रहे हैं।
सरकार को लौटा दिया था वेतन
राघव चड्ढा, केंद्र सरकार के वित्तीय सलाहकार के रूप में भी काम कर चुके हैं। अप्रैल 2018 में सरकार ने उनकी नियुक्ति रद्द कर दी थी। तब राघव चड्ढा ने अपना ढाई लाख रुपए वेतन लौटा दिया था।