केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) अक्सर रोड सेफ्टी को लेकर लोगों को जागरूक करते रहते हैं। बकौल गडकरी, देश में लाखों लोग सड़क दुर्घटना की वजह से असमय काल के गाल में समा जाते हैं। ओवर स्पीडिंग (Over Speeding) से लेकर तमाम वजहें जिम्मेदार हैं। एजेंडा आज तक (Agenda Aajtak) में रोड सेफ्टी पर चर्चा करते हुए गडकरी ने बताया कि खुद उनका भी कई बार चालान (Traffic Challan) कट चुका है।
ओवर स्पीडिंग में कट चुका है गडकरी का चालान
नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने बताया कि सड़क सुरक्षा (Road Safety) को लेकर तमाम कदम उठाए जा रहे हैं। इसी क्रम में मुंबई में वर्ली-बांद्रा सी लिंक पर कैमरे लग गए हैं। वहां मेरी गाड़ी का 3 बार चालान कट चुका है, मुझपर तीन बार फाइन लगा था।
गडकरी से जब पूछा गया कि क्या आप ओवर स्पीडिंग (Over Speeding) कर रहे थे? उन्होंने बताया कि मैं मुंबई नहीं रहता हूं, लेकिन मेरा फ्लैट है वर्ली में और मेरे नाम की गाड़ी भी है। ड्राइवर ने स्पीड बढ़ाई हो गई तो चालान कट गया।
लोगों को मानसिकता बदलने की जरूरत
नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने कहा कि चार पहिया वाहन में पीछे बैठने वाले लोगों को लगता है कि मैं क्यों सीट बेल्ट (Seat Belt) लगाऊं? यह तो आगे बैठने वालों का काम है। यह माइंडसेट बदलने की जरूरत है। कानून के प्रति सम्मान भी नहीं और डर भी नहीं, यह बहुत गलत है।
हर साल 5 लाख रोड एक्सिडेंट
नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने पिछले सप्ताह लोकसभा में रोड सेफ्टी पर चर्चा करते हुए बताया था कि भारत में हर साल रोड एक्सीडेंट की करीब 5 लाख घटनाएं होती हैं, इतने लोग तो महामारी, दंगे और लड़ाई में नहीं मरते हैं। सरकार रोड एक्सीडेंट और रोड सेफ्टी के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। तमाम सेलेब्रिटीज की मदद भी ली जा रही है, ताकि लोगों को जागरूक किया जा सके।
हाइवे पर बढ़ेगी स्पीड लिमिट
नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने लोकसभा (Loksabha) में कहा कि सरकार, राजमार्गों पर गाड़ियों की नई गति सीमा (Speed Limit) के संबंध में जल्द बड़ा फैसला लेगी। वाहनों की गति 140 किलोमीटर प्रति घंटा तक बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है। बकौल गडकरी, कुछ लेन ऐसी होंगी जहां लिमिट 120 होगी। इसी तरह शहरों के अंदर लिमिट 60 से 80 किलोमीटर प्रति घंटा रखी जा सकती है।
नितिन गडकरी ने कहा कि अब भारत में विश्व स्तरीय सड़कें बन गई हैं, तमाम इंटरनेशनल मानक फॉलो किए जा रहे हैं। ऐसे में स्पीड लिमिट पर भी विचार करने की जरूरत है।