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पटना में कश्मीरी दुकानदारों को पीटने के मामले में हुए थे गिरफ्तार, जानिए कौन हैं यूट्यूबर मनीष कश्यप?

Manish Kashyap: पटना में कश्मीरी दुकानदारों पर हमला करने के मामले में मनीष कश्यप को बिहार पुलिस ने गिरफ्तार किया था।

manish kashyap | Bihar|
यूट्यूबर मनीष कश्यप (Photo Credit- Facebook/ErManishKasyapSOB)

बिहार के यूट्यूबर मनीष कश्यप (Manish Kashyap) गिरफ्तारी की तलवार लटक रही हैं। कश्यप पर FIR दर्ज हो चुकी है। उन पर बिहार के प्रवासी मजदूरों पर हमले का फेक वीडियो और खबर वायरल करने का आरोप है। मनीष कश्यप ने तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों पर हमले के दावे को सही साबित करने के लिए ‘स्क्रिप्टेड’ वीडियो शेयर किया था।

विवादों से है पुराना नाता

यूट्यूबर मनीष कश्यप पिछले कुछ वर्षों से लगातार विवादों में रहे हैं। 14 फरवरी, 2019 को पुलवामा आतंकी हमले के बाद  बिहार की राजधानी पटना में कश्मीरी दुकानदारों पर हमला किया गया था। करीब 20 युवाओं ने लाठी डंडों से पटना के ल्हासा मार्केट में कश्मीरी दुकानदारों को पीटा था। हमलावरों ने दुकानदारों को कश्मीर लौटने की धमकी दी थी।

टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बिहार पुलिस ने इस मामले में मनीष कश्यप को गिरफ्तार किया था। कश्यप के तीन साथी नागेश कुमार, गौरव सिंह और चंदन सिंह को भी पटना के अलग-अलग इलाकों से गिरफ्तार किया गया था। बाद में सीजेएम अदालत से जमानत मिलने के सभी छूटे थे।

मूर्ति तोड़ने के मामले में भी नाम

मनीष कश्यप ने सोशल मीडिया के जरिए राष्ट्रवाद के नाम पर लोगों से किंग एडवर्ड-Vll की मूर्ति तोड़ने की अपील की थी। यह मूर्ति पश्चिमी चंपारण जिले में महारानी जानकी कुंवर अस्पताल परिसर में स्थित है। कश्यप की अपील के बाद मूर्ति को क्षतिग्रस्त किया गया था। इसके बाद पश्चिमी चंपारण के डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट की रिपोर्ट के आधार पर FIR दर्ज किया गया था। एफआईआर में मनीष कश्यप और अन्य 21 लोगों को आरोपी बताया गया था। मनीष कश्यप को हिरासत में भी लिए गए थे।

मुस्लिम विरोधी ट्वीट के लिए कुख्यात

मनीष कश्यप अपने पॉपुलिस्ट विचारों और धार्मिक कट्टरता से भरे ट्वीट के कारण अक्सर चर्चा में रहते हैं। उनके मुस्लिम विरोधी ट्वीट्स की लिस्ट लंबी है। वह भारत को हिंदुओं का देश बताते हैं। शरणार्थियों को जिहादियों की टोली कहते हैं। पत्रकार दीपक चौरसिया के एक ट्वीट के कमेंट में मनीष कश्यप ने लिखा था, ‘मुल्लों हरामी देश छोड़ो’। यह एक उदाहरण मात्र है। मनीष कश्यप लगातार इस तरह के ट्वीट करते रहे हैं।

कौन हैं मनीष कश्यप?

त्रिपुरारी तिवारी उर्फ मनीष कश्यप बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के डुमरी महनवा गांव निवासी हैं। वह ‘सच तक न्यूज’ नाम से यूट्यूब चैनल चलाते हैं। सोशल मीडिया पर उनके हजारों फॉलोअर्स हैं। कश्यप के पिता का नाम उदित कुमार तिवारी है। कश्यप का दावा है कि उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है।

मनीष कश्यप ने 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में चनपटिया विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था। इस चुनाव में भाजपा के उमाकांत सिंह ने कांग्रेस के अभिषेक राजन को 13469 वोटों से हराया था। मनीष कश्यप इस सीट से निर्दलीय चुनाव लड़े थे। उन्हें 9239 लोगों ने वोट किया था। भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशी के बाद सबसे अधिक वोट मनीष कश्यप को ही मिला था।

तमिलनाडु में क्या हैं हालात?

प्रवासी श्रमिकों की सुरक्षा को लेकर अफवाह फैलाने के मामले में तमिलनाडु ने 11 लोगों पर केस दर्ज किया और तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। तमिलनाडु के डीजीपी सी. सिलेंद्र बाबू ने गुरुवार को कोयम्बटूर में कई इंडस्ट्रियलिस्ट के साथ बैठक करते हुए यह जानकारी दी है। तमिलनाडु पुलिस की विशेष टीमें अभी भी दिल्ली, भोपाल, बिहार और पटना सहित कई जगहों पर डेरा डाले हुए है।

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First published on: 10-03-2023 at 10:10 IST
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