एडवोकेट लक्ष्मणा चंद्रा विक्टोरिया गौरी (Lakshmana Chandra Victoria Gowri) ने आज (7 फरवरी) सुबह मद्रास हाईकोर्ट (Madras High Court) के जज के रूप में शपथ ले ली है। हालांकि गौरी की नियुक्ति को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में चुनौती दी गई है, जिससे जुड़ी याचिका पर आज सुनवाई भी होनी है।
राष्ट्रपति को चिट्ठी लिखकर जताया गया है विरोध
मद्रास हाईकोर्ट के सीनियर एडवोकेट के एक ग्रुप ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को चिट्ठी लिखकर एडवोकेट लक्ष्मणा चंद्र विक्टोरिया गौरी (Lekshmana Chandra Victoria Gowri) को जज बनाने की सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की सिफारिश का विरोध किया है। मद्रास हाईकोर्ट के 21 वकीलों के ग्रुप ने राष्ट्रपति को लिखी अपनी चिट्ठी में गौरी के कई बयानों का जिक्र करते हुए कहा है कि गौरी के इन बयानों से उनकी कट्टर विचारधारा झलकती है और हाईकोर्ट में जज बनने के लिए अयोग्य हैं।
वकीलों ने राष्ट्रपति को लिखी अपनी चिट्ठी में लक्ष्मणा चंद्र विक्टोरिया गौरी के साल 2018 के एक इंटरव्यू का जिक्र किया है जिसका टाइटल है ‘मोर थ्रेट टू नेशनल सिक्योरिटी एंड पीस? जिहाद or क्रिश्चियन मिशनरी (More Threat to National Security & Peace? Jihad or Christian Missionary?)। इस इंटरव्यू में कथित तौर पर गौरी कह रही हैं कि जिस तरीके से इस्लाम एक हरा आतंकवाद है, उसी तरीके से क्रिश्चियनिटी भी सफेद आतंकवाद है।
RSS के मुखपत्र में लिखे आर्टिकल का भी जिक्र
चिट्ठी में गौरी के 5 जून 2018 के एक अन्य इंटरव्यू का जिक्र है जिसमें वो कहती दिख रही हैं कि किसी क्रिश्चन सॉन्ग पर भरतनाट्यम नहीं किया जाना चाहिए। राष्ट्रपति को लिखी चिट्ठी में गौरी के आरएसएस के मुखपत्र ऑर्गेनाइजर में साल 2012 में प्रकाशित एक लेख का भी जिक्र किया गया।
राष्ट्रपति को लिखी चिट्ठी में जिन 21 सीनियर एडवोकेट्स ने सिग्नेचर किए हैं, उसमें सीनियर एडवोकेट आर. वैगई, (R Vaigai), डी नागासैला (D Nagasaila) और टी. मोहन (T Mohan) शामिल हैं। Bar&Bench की एक रिपोर्ट के मुताबिक सीनियर एडवोकेट डी नागासैला कहती हैं कि अगर कोई उनका इंटरव्यू देख ले तो उसे खुद समझ में आ जाएगा कि समस्या क्या है। गौरी को जज बनाने की सिफारिश वापस लेनी चाहिए और उनपर आईपीसी की धाराओं में केस दर्ज किया जाना चाहिए।
कौन हैं लक्ष्मणा चंद्र विक्टोरिया गौरी?
आपको बता दें कि इसी साल 17 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट की कॉलेजियम ने कुल 5 वकीलों को जज के तौर पर नियुक्ति के लिए सिफारिश की थी, जिसमें गौरी का भी नाम शामिल था। लक्ष्मणा चंद्र विक्टोरिया गौरी कथित तौर पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से भी जुड़ी हैं। गौरी के अनवेरिफाइड ट्विटर हैंडल के बायो में भी इस बात का जिक्र है कि वह बीजेपी महिला मोर्चा की नेशनल जनरल सेक्रेट्री भी रही हैं।
इसी हैंडल से 31 अगस्त 2019 को ट्वीट किया गया था, ‘मैंने बीजेपी ज्वाइन कर ली है, आप भी जुड़ें और न्यू इंडिया के निर्माण में हाथ बढ़ाएं’। हालांकि अब यह ट्वीट डिलीट हो गया है। बता दें गौरी, को केंद्र सरकार ने ASG भी नियुक्त किया है।