न्यू दिल्ली बार एसोसिएशन (NDBA) के होली मिलन कार्यक्रम को लेकर विवाद हो गया है। वकीलों के एक ग्रुप ने इस कार्यक्रम में आइटम नंबर पर डांस को लेकर तीखी नाराजगी जाहिर की है और बार एसोसिएशन को एक पत्र लिखकर कहा है कि यह शर्मनाक है कि एसोसिएशन के बैनर तले इस तरह के कार्यक्रम आयोजित किए गए, जो महिलाओं के लिए बेहद अपमानजनक हैं।
क्या है पूरा मामला?
न्यू दिल्ली बार एसोसिएशन (NDBA) ने 6 मार्च को पटियाला हाउस कोर्ट कांप्लेक्स में होली मिलन का आयोजन किया था। जिसमें कथित तौर पर ‘बाबूजी जरा धीरे चलो’ और ‘दिलबर दिलबर’ जैसे आइटम नंबर पर डांस आयोजित किया गया। अब इस कार्यक्रम के खिलाफ करीब 100 वकीलों ने न्यू दिल्ली बार एसोसिएशन को पत्र लिखा है। इस पत्र में कहा है कि होली मिलन के नाम पर सेक्सिस्ट और महिलाओं की गरिमा को चोट पहुंचाने वाला कार्यक्रम आयोजित किया गया।
बार एसोसिएशन को लिखे पत्र में कहा गया है कि कोर्ट परिसर में इस तरह के कार्यक्रम एक तरीके से सेक्सुअल हैरेसमेंट की कैटेगरी में आते हैं और यहां काम करने वाली महिलाओं के लिए बेहद अपमानजनक था। इस तरह के कार्यक्रम, जिसमें महिलाओं को ऑब्जेक्टिफाई किया जाए, उनका मजाक उड़ाया जाए… न सिर्फ लीगल प्रोफेशन के लिए अपमानजनक है बल्कि पूरी सोसायटी के लिए भी शर्मनाक।
आयोजकों पर कार्रवाई की मांग
पत्र में लिखा गया है कि इस कार्यक्रम से बार एसोसिएशन की इमेज को गहरा धक्का लगा। भविष्य में इस तरह के अश्लील कार्यक्रम ना आयोजित जाएं, जो गैर सामाजिक और गैर संवैधानिक हों। पत्र में बार काउंसिल ऑफ दिल्ली से यह अनुरोध भी किया गया है कि कार्यक्रम के आयोजकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
SCBA का होली मिलन भी चर्चा में
आपको बता दें कि पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (SCBA) ने भी होली मिलन कार्यक्रम का आयोजन किया था। यह कार्यक्रम भी चर्चा का विषय बना, क्योंकि कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया डीवाई चंद्रचूड़ (CJI DY Chandrachud) आए ही नहीं। उनकी अनुपस्थिति को एससीबीए के अध्यक्ष विकास सिंह से हुई उनकी नोकझोंक से जोड़कर देखा जा रहा है।