दुनिया का सबसे लंबा लग्जरी रिवर क्रूज ‘गंगा विलास (Ganga Vilas)’ 13 जनवरी से अपने सफर पर निकल चुका है। गंगा विलास वाराणसी से बांग्लादेश (Bangladesh) होते हुए असम के डिब्रूगढ़ (Dibrugarh) तक जाएगा। गंगा विलास का इंटीरियर भारत की संस्कृति और हेरिटेज को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है। क्रूज के शाही ठाट-बाट को देखकर यह गंगा विलास को बनाने वाली की तरीफ हो रही है।
किसने बनाया है गंगा विलास?
गंगा विलास को अंतरा लग्जरी रिवर क्रूज (Antara Luxury River Cruises) कंपनी ने बनाया है। कंपनी के सीईओ और फाउंडर राज सिंह (Raj Singh) हैं। राज सिंह ने एक मीडिया संस्थान को दिए इंटरव्यू में बताया कि गंगा विलास दूसरे क्रूज से बिल्कुल अलग है।
गंगा विलास का संचालन आईलैंड वाटरवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया करता है। इसे मिनिस्ट्री ऑफ शिपिंग का समर्थन प्राप्त है। राज सिंह 15 साल से क्रूज बनाने के बिजनेस में हैं। अब तक उनकी कंपनी 9 लग्जरी क्रूज बना चुकी है। वह एक प्रसिद्ध वाइल्ड लाइफ ऑथर हैं। राज सिंह राजस्थान के भरतपुर के उद्योगपति हैं।
किसका था आइडिया?
गंगा विलास का आइडिया राज सिंह का ही था। दरअसल राज सिंह एक कार्यक्रम में स्पीकर के तौर पर बुलाए गए थे। संयोग से उस कार्यक्रम में जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल भी मौजूद थे।
राज सिंह कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वाटर ट्यूरिज्म पर बात की। उन्होंने कहा पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए वाराणसी से डिब्रूगढ़ के बीच क्रूज चलाया जाना चाहिए। कार्यक्रम में मौजूद सर्बानंद सोनोवाल खुद डिब्रूगढ़ के हैं। उन्हें राज सिंह का आइडिया पसंद आया। उन्होंने इसके लिए खुद पीएम मोदी से बात की। प्रधानमंत्री को भी यह आइडिया पसंद आया।
प्रधानमंत्री की सहमति के बाद इस आइडिया पर तेजी से काम हुआ। मंत्रालय ने रूट तय करने और दस्तावेजी कामों को फटाफट निपटाया। प्लान के मुताबिक, क्रूज को डेढ़ साल में तैयार करना था लेकिन कोरोना के कारण तीन साल का समय लग गया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गंगा विलास क्रूज को बनाने में 68 करोड़ रुपये की लागत आयी है।
मार्च 2024 तक फुल हैं टिकट
दुनिया के सबसे लंबे रिवर क्रूज़ गंगा विलास की 51-दिवसीय यात्रा के लिए प्रति व्यक्ति औसतन 20 लाख रुपये खर्च करना होगा। गंगा विलास की टिकट मार्च 2024 तक फुल है। अप्रैल 2024 के बाद की टिकट उपलब्ध है। राज सिंह ने खुद इन तथ्यों की पुष्टि की है।
राज सिंह ने बताया है कि, “डिब्रूगढ़ की यात्रा के दौरान ऑन-बोर्ड यात्रियों को केवल शाकाहारी भारतीय व्यंजन और गैर-मादक पेय (non-alcoholic drinks) ही परोसे जाएंगे। पर्यटकों को स्थानीय भोजन और मौसमी सब्जियां परोसी जाएंगी। जहाज पर कोई भी मांसाहारी भोजन या शराब नहीं होगी।”
गंगा विलास पर मिलने वाली सुविधाएं
तीन मंजिला गंगा विलास पर 18 लग्जरी कमरे हैं। उन कमरों में कनवर्टिबल बेड, फ्रेंच बालकनी, एयर कंडिशनर, सोफा, LED टीवी, अटैच बाथरूम की सुविधाएं दी गई हैं। (पढ़ें पूरी खबर)