Chief Justice of India DY Chandrachud Profile: चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया डीवाई चंद्रचूड़ (CJI DY Chandrachud) ने बतौर एडवोकेट अपने करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने लंबे वक्त तक बॉम्बे हाई कोर्ट में प्रैक्टिस की। उसके बाद सफलता की सीढ़ियां चढ़ते गए। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की पत्नी कल्पना दास (CJI DY Chandrachud Wife Kalpana Das) भी पेशे से वकील हैं और लंबे समय तक ब्रिटिश काउंसिल ( British Council) के लिए काम करती रही हैं।
जस्टिस चंद्रचूड़ के कुल 4 बच्चे हैं
कल्पना दास (Kalpana Das), जस्टिस चंद्रचूड़ की दूसरी पत्नी हैं। डीवाई चंद्रचूड़ की पहली पत्नी रश्मि का साल 2007 में कैंसर के चलते निधन हो गया था। पहली पत्नी से उनके दो बेटे हैं। बड़े बेटे अभिनव बॉम्बे हाई कोर्ट (Bombay High Court) में प्रैक्टिस करते हैं। तो छोटे बेटे चिंतन, एक ब्रिटिश लॉ फर्म में काम करते हैं।
जस्टिस चंद्रचूड़ (Justice Dhananjaya Yeshwant Chandrachud) ने कल्पना दास से दूसरी शादी के बाद, दो बेटियों को गोद भी लिया है। दोनों स्पेशल चाइल्ड हैं। बड़ी बेटी का नाम प्रियंका है और छोटी बेटी का नाम माही है।
कुछ वक्त पहले ही जस्टिस चंद्रचूड़ अपनी दोनों बेटियों को सुप्रीम कोर्ट ले गए थे और उन्हें अपना वर्कप्लेस दिखाया था।
आपको बता दें कि जस्टिस चंद्रचूड़ मूल रूप से पुणे के रहने वाले हैं। उनके पिता वाई. वी. चंद्रचूड़ (Y. V. Chandrachud) भी भारत के मुख्य न्यायाधीश रह चुके हैं। दिल्ली के सेंट स्टीफंस कॉलेज से मैथमेटिक्स और इकॉनॉमिक्स में ग्रेजुएट जस्टिस चंद्रचूड़ ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से ही लॉ में ग्रेजुएशन किया है। इसके बाद हार्वर्ड चले गए, जहां कानून में पोस्ट ग्रेजुएशन किया।

यूनिवर्सिटी टॉपर रहे हैं जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़
जस्टिस चंद्रचूड़ ने साल 1984 में हार्वर्ड से ही डॉक्टरेट की डिग्री (P.hd) की डिग्री हासिल की। उनकी थिसिस इनफॉर्मेटिव लीगल एक्शन पर केंद्रित थी। जस्टिस चंद्रचूड़ शुरू से ही मेधावी रहे हैं। इसकी तस्दीक स्कूल से लेकर ग्रेजुएशन तक के उनके साथी करते हैं, जिनमें सीनियर एडवोकेट अभिषेक मनु सिंघवी भी शामिल हैं।
एक इंटरव्यू में अभिषेक मनु सिंघवी ने बताया था कि स्कूल के दिनों में तो वह जस्टिस चंद्रचूड़ से आगे थे, लेकिन ग्रेजुएशन आते-आते जस्टिस चंद्रचूड़ ने सबको पछाड़ दिया और पूरी यूनिवर्सिटी टॉप की थी। जस्टिस चंद्रचूड़ शास्त्रीय संगीत में भी पारंगत हैं, और कविताई अंदाज में जजमेंट लिखने के लिए जाने जाते हैं। उनकी इस खूबी के साथी जज भी कायल हैं।