Budget 2023: अगले साल होने वाले आम चुनाव से पहले का यह आखिरी पूर्ण बजट (Union Budget 2023) है। भाजपा इसका ज्यादा से ज्यादा फायदा उठाना चाहती है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) की योजना के मुताबिक, 1 फरवरी से 12 फरवरी के बीच केंद्रीय बजट पर चर्चा के लिए अभियान चलाया जाना है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) ने इसके लिए एक नौ सदस्यीय समिति का गठन भी किया है।
समिति का संयोजक बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) को बनाया गया है। समिति ने मंगलवार को अपनी पहली बैठक की और देश भर के सभी राज्यों की राजधानियों सहित 50 केंद्रों पर प्रेस कॉन्फ्रेंस और सम्मेलन आयोजित करने का फैसला किया।
समिति में कौन-कौन?
बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी के अलावा समिति में भाजपा नेता विवेक वेंकटस्वामी, भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल, राष्ट्रीय किसान मोर्चा के अध्यक्ष राजकुमार चाहर, राष्ट्रीय युवा मोर्चा के अध्यक्ष एमपी तेजस्वी सूर्या, अशोक लहरी, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गोपाल कृष्ण अग्रवाल, संजू वर्मा और युवा मोर्चा के राष्ट्रीय प्रभारी वरुण झावेरी शामिल हैं। बजट 2023-24 पर देशव्यापी चर्चा के दौरान भारत सरकार के मंत्री और राष्ट्रीय पदाधिकारी भी शामिल होंगे।
भाजपा शासित राज्यों में CM करेंगे प्रेस कॉन्फ्रेंस
बजट की अहम बातों को आम जनता तक पहुंचाने के लिए चार फरवरी से पांच फरवरी के बीच बजट सम्मेलन और प्रेस कॉन्फ्रेंस का भी आयोजन किया जाएगा। इन दोनों कार्यक्रमों में भारत सरकार के मंत्री, कई राष्ट्रीय पदाधिकारी और आर्थिक विशेषज्ञ भी दिखेंगे।
भाजपा शासित राज्यों की राजधानी में दो फरवरी को मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष प्रेस कॉन्फ्रेस करेंगे। जिला स्तर के सम्मलनों का भी आयोजन किया जाएगा ताकि बजट की महत्वपूर्ण बातें जमीन तक पहुंच सकें।
समिति करेगी चार बैठक
बजट पर चर्चा के लिए गठित समिति के सदस्य चार बैठक करेंगे। सिर्फ एक बैठक फिजिकल होगा। तीन बैठकें वर्जुअल होंगी। बजट पर देशव्यापी अभियान के दौरान केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता हर राज्य का दौरा करेंगे। दरअसल भाजपा यह दिखाना चाहती है कि जब रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से दुनियाआर्थिक संकट से जूझ रही है। भारत की स्थिति स्थिर बनी हुई है।