चीन ने गुरुवार को संकेत दिया है कि राष्ट्रपति शी जिनपिंग और उनके अमेरिकी समकक्ष जो-बाइडेन के बीच अगले सप्ताह इंडोनेशिया में संभावित जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान मुलाकात हो सकती है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने बीजिंग में प्रेस कांफ्रेंस में कहा, “चीन इंडोनेशिया के शहर बाली में जी 20 शिखर सम्मेलन में दो शीर्ष नेताओं के बीच बैठक के अमेरिकी प्रस्ताव को महत्व देता है।”
शी और बाइडेन जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए अगले सप्ताह इंडोनेशिया के बाली जाएंगे। “चीनी और अमेरिकी राष्ट्राध्यक्ष विभिन्न तरीकों से लगातार संपर्क में रहते हैं। चीनी दैनिक ग्लोबल टाइम्स ने झाओ के हवाले से कहा कि दोनों पक्ष बाली बैठक पर संवाद कर रहे हैं।” बीजिंग का यह बयान तब आया है जब बाइडेन ने बुधवार को कहा था कि वह बाली में जी-20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में शी से मिलने पर ताइवान की रक्षा पर “कोई मौलिक रियायत नहीं देंगे।” बाइडेन ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “मैं कोई बुनियादी रियायत देने को तैयार नहीं हूं क्योंकि मैंने शुरुआत में उनसे जो कहा था… जब मैं उपराष्ट्रपति था।”
उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए 14 से 16 नवंबर तक इंडोनेशिया के बाली की यात्रा करेंगे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार को यह जानकारी दी। बागची ने साप्ताहिक प्रेस वार्ता में बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिये इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विदोदो के आमंत्रण पर जा रहे हैं।
शिखर बैठक से इतर, प्रधानमंत्री मोदी दूसरे देशों के अपने समकक्षों के साथ द्विपक्षीय बैठक भी करेंगे। समझा जाता है कि जी-20 शिखर सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों, जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज एवं अन्य नेता हिस्सा लेंगे।
भारत एक दिसंबर से इस समूह की अध्यक्षता करेगा
बागची ने कहा कि बैठक के समापन सत्र में प्रधानमंत्री मोदी जी-20 समूह की अध्यक्षता ग्रहण करेंगे । भारत एक दिसंबर से इस समूह की अध्यक्षता करेगा। कुछ ही दिन पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि भारत जी-20 की अध्यक्षता करने जा रहा है और यह आयोजन हमारे लिए 130 करोड़ भारतीयों की शक्ति और सामर्थ्य का प्रतिनिधित्व है।