सीरिया में इस्लामिक स्टेट को बढ़ावा देने में पाकिस्तान का हाथ? अमेरिका करेगा जांच, इमरान सरकार की मुश्किलें बढ़ीं
पाकिस्तान पहले ही आतंकरोधी संस्था FATF की ओर से आतंकी गतिविधियों में शामिल रहने के लिए ग्रे लिस्ट में शामिल हो चुका है, ऐसे में आईएस से तार जुड़े होने की जांच उसके लिए मुश्किल पैदा कर सकती हैं।

एक समय सीरिया और इराक समेत दुनिया के कई देशों में आतंकी गतिविधियों में शामिल संगठन इस्लामिक स्टेट ISIS लगभग पूरी तरह तबाह हो चुका है। अमेरिका समेत कई देश बंदी बनाए गए और सरेंडर करने वाले आतंकियों से पूछताछ कर रहे हैं। बताया गया है कि अमेरिका अब सीरिया में इस्लामिक स्टेट को बढ़ावा देने वाले देशों की पहचान कर रहा है। इसी सिलसिले में अमेरिका अब आईएस के साथ पाकिस्तान के तारों की जांच में जुट गया है।
माना जा रहा है कि अमेरिका के इस अभियान से इमरान सरकार की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। पहले ही आतंकियों का समर्थन करने के लिए पाकिस्तान को FATF की तरफ से ग्रे लिस्ट में डाला जा चुका है। ऐसे में अगर पाक सरकार का आईएस को बढ़ावा देने में कोई हाथ निकलता है, तो पीएम इमरान खान के लिए पहले से पटरी से उतरी अर्थव्यवस्था को संभालना नामुमकिन हो सकता है।
जानकारी के मुताबिक, सीरिया में अमेरिका के साथ लड़ने वाली कुर्द सीरियन डेमोक्रेटिक फोर्सेज ने अमेरिका के साथ एक लिस्ट शेयर की है, जिसमें पकड़े गए 29 पाकिस्तानी आतंकियों के नाम हैं। इनमें से कुछ ने पाकिस्तान से भागकर तुर्की और सूडान जैसे देशों की नागरिकता ले ली थी। कुल पाकिस्तानी आतंकियों में 9 महिलाएं भी शामिल हैं।
अमेरिकी सुरक्षाबल अभी पकड़े गए आईएस के पाकिस्तानी आतंकियों से पूछताछ कर रहे हैं। उनसे यह भी पूछा जा रहा है कि आखिर उन्हें आईएस के लिए लड़ने के लिए किसने उकसाकर सीरिया भेजा। इसके अलावा उनसे उनके पुराने आतंकी गुटों (अल-कायदा और अन्य पाकिस्तानी आतंकी समूह) की जानकारी भी ली जा रही है। दरअसल, अफगानिस्तान के खोरसान प्रांत में उभर रहे आईएस आतंकियों के पाकिस्तान के आतंकी गुटों के साथ मिले होने की जानकारियां सामने आई हैं। ऐसे में सीरिया से पकड़े गए आतंकी पाकिस्तानी शासन के आतंकियों को समर्थन करने की बात का खुलासा भी कर सकते हैं।
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