US Elections 2020 HIGHLIGHTS: ट्रंप की टीम ने तीन राज्यों में वोटों की गिनती रुकवाने की याचिका दायर की, लगाया फ्रॉड का आरोप
कई बड़े राज्यों में ट्रंप ने बढ़त बना ली है। ट्रंप फ्लोरिडा में 29, ओहियो में 18 और टैक्सस में 38 इलेक्टोरल पर आगे हैं।

US Presidential Elections 2020 HIGHLIGHTS: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों के आ रहे नतीजे बताते हैं कि डेमोक्रेट उम्मीदवार जो बाइडेन अपने समकक्ष रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप से आगे चल रहे हैं। अभी तक बाइडेन को 7 करोड़ से ज्यादा वोट मिल चुके हैं। यह अमेरिकी इतिहास में किसी भी राष्ट्रपति को मिले सबसे ज्यादा वोट हैं। दूसरी तरफ ट्रंप को भी अब तक 7 करोड़ वोट मिले हैं। इस बीच ट्रंप की टीम ने मिशिगन, पेन्सिलवेनिया और जॉर्जिया में अपील दायर कर वोटों की गिनती रुकवाने की मांग की है। ट्रंप ने डेमोक्रेट पार्टी के चुनाव अभियान पर फर्जीवाड़े के आरोप लगाए।
अमेरिका में कुल 538 इलेक्टोरल वोट हैं और राज्यों के हिसाब से इनकी संख्या अलग है। इसमें मतदाता अपना इलेक्टोरल चुनते हैं और वो राष्ट्रपति को। मतलब जनता अपना वोट डालती है तो वह राष्ट्रपति नहीं बल्कि अपने राज्य के प्रतिनिधि चुनती है। ये इलेक्टर राष्ट्रपति के चुनाव के लिए वोट करते हैं। ये जरूरी नहीं है कि मतदाता जिसे अपना इलेक्टर चुन रहे हैं वो मतदाताओं के पसंद के राष्ट्रपति उम्मीदवार को अपना वोट दे।।
ऐसे में जिस उम्मीदवार को बहुमत लायक वोट यानी 270 इलेक्टोरल वोट मिलेंगे उसे विजेता माना जाएगा। अभी डेमोक्रेट उम्मीदवार जो बाइडेन 238 इलेक्टोरल के साथ आगे चल रहे हैं जबकि ट्रंप को 213 इलेक्टोरल वोट मिले हैं। राज्यों की बात करें तो कई बड़े राज्यों में ट्रंप ने बढ़त बना ली है। ट्रंप फ्लोरिडा में 29, ओहियो में 18 और टैक्सस में 38 इलेक्टोरल पर आगे हैं। इसी तरह जो बाइडेन कैलिफोर्निया में 55 और न्यूयॉर्क में 29 इलेक्टोरल पर आगे चल रहे हैं।
Highlights
डेमोक्रेट पार्टी की ओर से सीनेट का चुनाव लड़ने वाले गैरी पीटर्स ने डेट्रॉयट के बिजनेसमैन और रिपब्लिकन उम्मीदवार जॉन जेम्स को हराकर सीनेट में जगह बना ली है। 61 साल के पीटर्स एक अपने मध्यमार्गीय रुख के लिए जाने जाते हैं, जबकि जॉन जेम्स ट्रंप के बड़े समर्थक रहे थे। हालांकि, इस चुनाव में उन्होंने भी प्रचार के दौरान ट्रंप का कम ही जिक्र किया।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सलाहकार ने कहा है कि अरिजोना में वोटों की गिनती के आखिरी चरण में उनकी पार्टी बढ़त हासिल करेगी और राज्य को छोटे अंतर से जीत लेगी। सलाहकार ने यह भी कहा कि जॉर्जिया जीत के लिए अहम है। पार्टी इस राज्य को किसी हालत में गंवाने का जोखिम नहीं ले सकती।
अमेरिका में वोटों की गिनती शुरू होने के साथ ही प्रदर्शनों का दौर भी शुरू हो चुका है। जहां ट्रंप ने चुनाव में धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए वोटों की गिनती रुकवाने की धमकी दी है, वहीं उनके खिलाफ खड़े प्रदर्शनकारियों ने अधिकारियों से एक-एक वोट की गिनती करने की मांग की है। टेक्सास, पोर्टलैंड और ओरेगॉन में प्रदर्शनकारियों की भीड़ जुटी है।
वोटों की गिनती जारी रहने के साथ ही कई राज्य डोनाल्ड ट्रंप के हाथ से फिसलते दिख रहे हैं। इनमें पेन्सिलवेनिया भी शामिल है, जहां ट्रंप की लीड अब 1 लाख वोटों के करीब ही रह गई है। बताया गया है कि पेन्सिलवेनिया में अभी 10 लाख वोटों की गिनती की जानी है। ऐसे में चुनावी नतीजे पलटने के आसार दिख रहे हैं।
डेमोक्रेट पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बाइडेन ने भरोसा जताया है कि चुनाव में जब वोटों की गिनती पूरी होगी, तब वे ही विजेता होंगे। बाइडेन ने ट्वीट्स की शृंखला में कहा कि मेरी जीत मेरे अकेले की नहीं होगी। यह अमेरिकी लोगों की जीत होगी। हमारे लोकतंत्र की जीत होगी। अमेरिका की जीत होगी। बाइडेन ने कहा कि हमें चुनाव प्रक्रिया पर भरोसा रखने की जरूरत है। हम यह चुनाव साथ ही जीतेंगे।
डोनाल्ड ट्रंप की टीम ने मिशिगन में याचिका दायर कर वोटों की गिनती को रोकने की मांग की है। ट्रंप समर्थकों का आरोप है कि उन्हें बैलट की गिनती की सही जानकारी नहीं दी गई। रिपब्लिकन पार्टी का कहना है कि उन्हें वोटों की गिनती वाली जगह पर जाने नहीं दिया गया। हालांकि, राज्य के मंत्री ने इन आरोपों को गलत करार दिया।
डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट करके पोस्टल बैलटों पर निशाना साधा। उन्होंने लिखा कि बीती रात तक डेमोक्रेट्स के नियंत्रण वाले लगभग सभी राज्यों में मैं आगे था, फिर जादुई तरीके से एक-एक कर वो गायब होने शुरू हो गए क्योंकि चौंकाने वाले मतों की गिनती की गई। बेहद आश्चर्यजनक, चुनाव विश्लेषक इसे पूरी तरह और ऐतिहासिक रूप से ग़लत समझ रहे हैं।
अमेरिका में करीब 40 लाख भारतीय मूल के लोग हैं जिनमें से 25 लाख मतदान के अधिकारी हैं। 13 लाख से अधिक भारतीय-अमेरिकी टेक्सास, मिशिगन, फ्लोरिडा और पेनसिल्वेनिया जैसे अहम राज्यों के मतदाता हैं। मतदान का समय अलग-अलग राज्यों के लिए भिन्न है। शुरुआती में बड़ी संख्या में लोगों के मतदान करने की खबरें हैं। पेनसिल्वेलिया में सैकड़ों लोगों को मतदान शुरू होने से पहले ही मतदान केंद्रों के बाहर कतारों में देखा गया।
न्यूज एजेंसी 'द एसोसिएटेड प्रेस' के मुताबिक अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ट्रंप के अलास्का, अरकैंसस, केंटकी, लूइजियाना, मिसिसिप्पी, नेब्रास्का, नॉर्थ डकोटा, साउथ डकोटा, ओक्लाहोमा, टेनेसी, वेस्ट वर्जिनिया, व्योमिंग, इंडियाना, साउथ कैरोलाइना राज्यों में जीत हासिल की है।
बाइडेन ने पारंपरिक डेमोक्रेट राज्य कोलाराडो, कनेक्टिकट, डेलावारे, इलिनॉय, मैरीलैंड, मैसाच्युसेट्स, न्यूजर्सी, न्यू मैक्सिको, न्यूयॉर्क, रोड आइलैंड, वरमोंट और वर्जिनिया में जीत हासिल कर ली है। दोनों पार्टियों के बीच सबसे कड़ा मुकाबला फ्लोरिडा में चल रहा है।
अमेरिका के पूर्वी राज्यों में वोटिंग खत्म होने के साथ ही नतीजे आना शुरू हो गए हैं। राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बाइडेन अभी ट्रंप से आगे चल रहे हैं। न्यूज ग्रुप बीबीसी के मुताबिक, बाइडेन के अभी 238 इलेक्टोरल कॉलेज वोट जीतने की संभावना है, जबकि ट्रंप 213 पर आगे हैं। इस बीच ट्रंप ने वोटों की गिनती के बीच ही अपनी जीत का दावा कर दिया। व्हाइट हाउस से दिए भाषण में ट्रंप ने कहा कि वे यह चुनाव जीत ही गए। उन्होंने बाइडेन की टीम पर चुनाव में धोखाधड़ी का भी आरोप लगाया। हालांकि, जब उनसे यह जीत के दावे के बारे में पूछा गया, तो ट्रंप ने कहा, "जीतना आसान, हारना बिल्कुल नहीं, मैं चुनावी रात के लिए भाषण की तैयारी नहीं कर के आया था।"
यूं तो देश में ज्यादातर वोट पोलिंग स्टेशन पर पड़ते हैं, लेकिन इस साल कोरोना वायरस की वजह से इसमें बदलाव देखा जा सकता है। साल 2016 के चुनाव में ही 21% वोटरों ने पोस्ट से वोट डाला था। इस बार भी ऐसे देखने को मिल सकता है। ज्यादातर नेता पोस्टल बैलट के इस्तेमाल के लिए कह रहे हैं लेकिन राष्ट्रपति ट्रंप का कहना है कि इससे फ्राड की संभावना ज्यादा है। अमेरिका में अब तक 55 फीसदी या 9 करोड़ वोटर पहले ही मतदान कर चुके हैं।
चीन ने बुधवार को संकल्प लिया कि अगर अमेरिका ताइवान को हथियार बेचने की योजना पर आगे बढ़ता है तो वह ‘उचित और जरूरी’ जवाब देगा। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा कि ताइवान को 60 करोड़ डॉलर मूल्य के सैन्य ड्रोन की बिक्री ‘‘ चीन के आंतरिक मामलों में घोर हस्तक्षेप है और चीन की संप्रभुता व सुरक्षा हितों की गंभीर अनदेखी है।’’ वांग ने संवाददाताओं के साथ दैनिक संवाद में कहा कि अमेरिका को ताइवान के साथ हुए ऐसे सभी बिक्री (हथियारों) करारों को रद्द कर देना चाहिए ताकि चीन-अमेरिका के रिश्तों को और एवं ताइवान की शांति व स्थिरता को और नुकसान से बचाया जा सके। उल्लेखनीय है कि चीन, ताइवान पर अपना दावा करता है। वांग ने कहा कि उत्पन्न होने वाली परिस्थिति के अनुरूप उचित और जरूरी जवाब दिया जाएगा। गौरतलब है कि अमेरिका के विदेश विभाग ने मंगलवार को बताया कि उसने हथियार और अन्य उपकरणों से लैस आधुनिक श्रेणी के चार ड्रोन ताइवान को बेचने की मंजूरी दे दी है।
अमेरिका में राष्ट्रपति के अधिकारिक निवास व्हाइट हाउस से महज कुछ दूरी पर स्थित ब्लैक लाइव मैटर प्लाजा पर एक हजार से अधिक प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का विरोध करने के लिए एकत्र हुए। वहीं सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने वाशिंगटन की सड़कों पर मार्च निकाला और कई बार यातायात को बाधित किया एवं पटाखे जलाए। न्यूयॉर्क शहर से लेकर सिएटल तक कई छिट-पुट प्रदर्शन हुए, लेकिन मतदान समाप्त होने के कुछ घंटों बाद पूरे अमेरिका में कुल मिलाकर गंभीर हिंसा या अशांति के संकेत नहीं मिले। वाशिंगटन में प्रदर्शन कुल मिलाकर शांतिपूर्ण रहा। लोग नारे लगा रहे थे, ‘‘यह किसकी सड़क है? हमारी है!’’ और ‘‘हमें अगर न्याय नहीं मिला तो उन्हें शांति नहीं मिलेगी।’’ समूह में शामिल किशोर सड़क पर नाच रहे थे और वहां से गुजरने वाले मुस्कुरा रहे थे। प्रदर्शनकारियों ने विशाल बैनर लिए थे जिनमें से एक पर लिखा था, ‘‘ट्रंप हमेशा झूठ बोलते हैं।’’
न्यूज एजेंसी ‘द एसोसिएटेड प्रेस’ के मुताबिक अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप फ्लोरिडा, अलास्का, अरकैंसस, केंटकी, लूइजियाना, मिसिसिप्पी, नेब्रास्का, नॉर्थ डकोटा, साउथ डकोटा, ओक्लाहोमा, टेनेसी, वेस्ट वर्जिनिया, व्योमिंग, इंडियाना, साउथ कैरोलाइना राज्यों में या तो जीत हासिल कर चुके हैं या जीत के करीब हैं। वहीं बाइडेन ने पारंपरिक डेमोक्रेट राज्य कोलाराडो, कनेक्टिकट, अरिजोना, डेलावारे, इलिनॉय, मैरीलैंड, मैसाच्युसेट्स, न्यूजर्सी, न्यू मैक्सिको, न्यूयॉर्क, रोड आइलैंड, वरमोंट और वर्जिनिया में जीत हासिल कर चुके हैं या करने वाले हैं।
चुनावी अनिश्चितता के बीच अमेरिका बुधवार को पेरिस जलवायु संधि से औपचारिक रूप से अलग हो गया। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ग्रीन हाऊस गैस के उत्सर्जन में कटौती से संबंधित इस ऐतिहासिक करार से अमेरिका को अलग करने का अपना इरादा 2017 में प्रकट किया था। उन्होंने पिछले साल संयुक्त राष्ट्र को औपचारिक रूप से इस संबंध में अधिसूचित किया था। अमेरिका अनिवार्य एक साल की प्रतीक्षावधि बुधवार को पूरा हो जाने पर इस करार से बाहर आ गया। इस ऐतिहासिक करार में धरती के बढ़ते तापमान को दो डिग्री के नीचे रखने की व्यवस्था पर बल दिया गया है । यह एक ऐसा आंकड़ा है जिसके संबंध में जलवायु विज्ञानियों का मानना है कि यदि तापमान इससे ऊपर गया तो विनाशकारी परिणाम होंगे। ट्रंप ने बार-बार इस करार की आलोचना की है और इसे आर्थिक रूप से नुकसानदेह बताया है। उनका दावा है कि इससे 2025 तक उनके देश में 25 लाख नौकरियां चली जाएंगी।ॉ
डेमोक्रेट प्रत्याशी जो बाइडेन ने हवाई राज्य में जीत हासिल की है। इसी के साथ पार्टी के खाते में 4 और सीटें जुड़ गई हैं। पिछली बार हुए चुनाव में हिलेरी क्लिंटन ने भी इस राज्य में जीत हासिल की थी। हालांकि, आम चुनाव (संसदीय चुनाव) में ट्रंप की पार्टी को यहां बड़ा फायदा हुआ था। बता दें कि अमेरिका में सरकार बनाने के लिए किसी भी उम्मीदवार को 270 इलेक्टोरल कॉलेज वोटों की जरूरत होती है।
जर्मनी की रक्षा मंत्री अनेग्रेट क्रैम्प-कैरेबावर ने बुधवार को कहा कि अमेरिका में अभी विस्फोटक स्थिति पैदा हो रही है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने काफी पहले ही चुनावी जीत की घोषणा कर दी। लेकिन अभी वोट काउंटिंग जारी है। ट्रंप ऐसे ऐलान कर के अमेरिका में संवैधानिक संकट पैदा कर सकते हैं।
राष्ट्रपति चुनाव के साथ मोंटाना में हुए गवर्नर चुनाव में रिपब्लिन पार्टी को बड़ी जीत मिली। यहां से ग्रेग गियानफोर्ट अगले गवर्नर होंगे। बता दें कि पिछली बार वे डेमोक्रेट उम्मीदवार स्टीव बुलॉक से हार गए थे। बता दें कि 2017 में ग्रेग पर एक रिपोर्टर के साथ मारपीट का आरोप लगा था। तब ट्रंप ने उन्हें अपना आदमी करार दिया था।
डेमोक्रेट पार्टी की ओर से सीनेट (संसद के उच्च सदन) के लिए उम्मीदवार मार्क केली ने जीत हासिल की है। यहां से रिपब्लिकन पार्टी की मार्था मैकसैली की हार हुई है। बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव के साथ सीनेट की 35 सीटों के चुनाव भी कराए गए थे। रिपब्लिकन पार्टी की दांव पर लगी 6 सीटों में से अब तक डेमोक्रेट एक ही सीट छीन पाई है।
नॉर्थ डकोटा की असेंबली से चुनाव लड़ रहे एक उम्मीदवार की कोरोना से अक्टूबर में मौत हो गई थी। अब नतीजों में उसे विजेता घोषित किया गया है। 55 साल के डेविड अंदहाल की जीत कई लोगों के लिए चौंकाने वाली खबर है, क्योंकि वे काफी समय तक प्रचार से भी दूर रहे थे। उन्होंने इस सीट पर मौजूदा विधायक को पटखनी दी है।
अमेरिकी सीनेट में पहली बार एक ट्रांसजेंडर सारा मैकब्राइड ने चुनाव जीतकर इतिहास रच दिया। सारा ने डेलावारे स्टेट सीनेट से चुनाव जीता। पिंक न्यूज के मुताबिक मैकब्राइड डेलावारे में LGBTQ समुदाय के अधिकारों के लिए लड़ने वालों में शामिल थीं। वे समान अधिकारों के कानून के भी साथ रही हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप थोड़ी देर में ही जनता को व्हाइट हाउस से संबोधित करेंगे। उन्होंने ट्विटर से ऐलान किया था कि वे जीतने जा रहे हैं और इसीलिए कॉन्फ्रेंस करेंगे। बता दें कि ट्रंप अभी तक बाइडेन से पीछे हैं। इसके बावजूद उनके जीतने की संभावना काफी ज्यादा हो गई है।
डोनाल्ड ट्रंप पेन्सिलवेनिया में बाइडेन से आगे निकलते दिख रहे हैं। जो भी उम्मीदवार इस राज्य को जीतेगा, उसे 20 इलेक्टोरल कॉलेज वोट मिलेंगे। मौजूदा समय में ट्रंप 6 परसेंटेज पॉइंट्स आगे हैं। हालांकि, बाइडेन के समर्थकों उम्मीद है कि वे रिपब्लिकन पार्टी द्वारा 2016 में छीने गए इस राज्य को वापस ले लेंगे।
डोनाल्ड ट्रंप ने आरोप लगाया है कि बाइडेन के अभियान ने उनके वोट चोरी किए हैं। एक ट्वीट में ट्रंप ने कहा कि मतदान खत्म होने के बाद वोटिंग नहीं करने दी जा सकती। हालांकि, ट्विटर ने उनके इस ट्वीट पर चेतावनी लिखी और इसे शैडो बैन कर दिया। इसके बाद उन्होंने अपनी जीत का बड़ा दावा करते हुए कहा कि आज ही वे कॉन्फ्रेंस में शामिल होंगे।
इस साल चुनाव में छह राज्य- कोलाराडो, हवाई, मोंटाना, ओरेगॉन, टेक्सास और वॉशिंगटन स्टेट में रिकॉर्ड टर्नआउट देखा गया। यानी इन जगहों पर 2016 के मुकाबले मतदाताओं की संख्या बढ़ी है। बताया गया है कि चुनाव के दिन 10 करोड़ 20 लाख से ज्यादा अमेरिकियों ने अपने वोट का इस्तेमाल किया। यह वोटिंग 2016 के कुल वोट्स का 73 फीसदी रहा। इससे पहले करोड़ों की संख्या में अमेरिकी ने 'अर्ली वोटिंग' (चुनाव की तारीख से पहले मतदान) में हिस्सा ले चुके हैं।
न्यूज एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस ने फ्लोरिडा में डोनाल्ड ट्रंप के जीतने का अनुमान लगाया है। अगर ट्रंप इस राज्य में जीतते हैं, तो 29 इलेक्टोरल कॉलेज वोट्स उनके नाम होंगे। फ्लोरिडा ट्रंप के दोबारा चुने जाने में अहम माना जाता है। बता दें कि बाइडेन ने इस राज्य में कोरोनावायरस के मुद्दे पर सबसे ज्यादा प्रचार किया था, उन्होंने यहां बुजुर्गों की मौत का मुद्दा भी उठाया था।
चुनावी नतीजों के आने के साथ ही डोनाल्ड ट्रंप ओहायो में जीत हासिल करने की संभावना बढ़ गई हैं। बताया गया है कि यहां जीत हासिल करने के साथ ही ट्रंप को 18 इलेक्टोरल कॉलेज वोट्स मिल जाएंगे। दूसरी तरफ टेक्सास में भी ट्रंप की ही जीत की संभावनाएं हैं। माना जा रहा है कि यहां के 38 इलेक्टोरल वोट्स ट्रंप के ही पक्ष में जाएंगे।
भारतीय मूल के डेमोक्रेट सांसद राजा कृष्णमूर्ति ने एक बार फिर अमेरिकी संसद के निचले सदन- हाउज ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स में जगह बना ली है। कृष्णमूर्ति (47) ने इस सीट के लिए लिबरटेरियन पार्टी के प्रेस्टन नेल्सन को हराया। बता दें कि राजा कृष्णमूर्ति के माता-पिता तमिलनाडु के हैं और उन्होंने लंबा समय दिल्ली में बिताया है। पहली बार वे 2016 मे सदन पहुंचे थे।
अमेरिकी मीडिया ग्रुप फॉक्स न्यूज ने अनुमान जताया है कि डोनाल्ड ट्रंप फ्लोरिडा में कड़ी टक्कर के बाद जीत हासिल कर लेंगे। माना जा रहा है कि अगर ट्रंप फ्लोरिडा जीतते हैं, तो उनके राष्ट्रपति बने रहने के मौके बरकरार रखेंगे, क्योंकि यहां से मिलने वाले वोट पिछली बार भी ट्रंप के चुनाव में अहम साबित हुए थे। वहीं, अगर बाइडेन इस राज्य को जीतते हैं, तो उनका राष्ट्रपति बनना लगभग तय माना जा रहा है।
अमेरिका में पिछले कुछ दशकों में सबसे अधिक आरोप-प्रत्यारोप वाले राष्ट्रपति चुनावों को बड़ी संख्या में मतदाता मतदान करने के लिए निकले। कई मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की लंबी कतारें देखी गईं। इस चुनाव में राष्ट्रपति और रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के सामने डेमोक्रेट जो बाइडेन हैं। डाक मतपत्रों की गिनती में कुछ राज्यों में कुछ दिन या सप्ताह लग सकते हैं और इससे तय है कि मंगलवार को मतदान संपन्न होने के कुछ ही घंटे बाद विजेता की घोषणा होने की संभावना नहीं है।
अमेरिका के एग्जिट पोल्स में दिखाया गया है कि यहां के लोगों ने इस बार वोटिंग के लिए दो मुख्य विषयों के आधार पर फैसला किया। इनमें एक विषय कोरोनावायरस महामारी थी और दूसरी थी इसकी वजह से तबाह होने वाली अर्थव्यवस्था। न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मतदाता इन्हीं दो मुद्दों पर सबसे ज्यादा बंटे दिखे। कुछ लोगों को कोरोना महामारी का मुद्दा बड़ा दिखा और बाकी लोगों को अर्थव्यवस्था को खोलने में ट्रंप सरकार की जल्दी।
अमेरिका के कई न्यूज संस्थानों ने अनुमान लगाया है कि डेमोक्रेट पार्टी हाउज ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स (संसद के निचले सदन) का नियंत्रण बरकरार रखेगी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, डेमोक्रेट्स के खाते में 5 और सीटें जुड़ेंगी। यह खबर सदन की स्पीकर नैंसी पेलोसी के लिए काफी अहम है, क्योंकि उनके पास कार्यकाल में दो साल और हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में इस बार कई राज्यों में रिपब्लिक और डेमोक्रेट के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है। ट्रंप और बाइडेन टेक्सास में कड़ी लड़ाई में उलझे हैं। दोनों ने ही यहां 49 फीसदी से कुछ ज्यादा वोट हासिल कर लिए हैं। हालांकि, 64 फीसदी वोटों की काउंटिंग के बाद ट्रंप अभी राज्य में आगे हैं। जहां ट्रंप 49.4% तो बाइडेन को 49.3% वोट मिले हैं।
अमेरिकी चुनाव के नतीजे आने के साथ ही यहां गूगल सर्च में भी भारी उछाल देखा गया है। बड़ी संख्या में लोग यहां शराब की दुकानों के बारे में सर्च कर रहे हैं। ब्लूमबर्ग के मुताबिक, इस तरह की सर्च इस वक्त सबसे ज्यादा हैं।
एपी के प्रोजेक्शंस के मुताबिक, डोनाल्ड ट्रंप ने साउथ कैरोलाइन राज्य जीत लेंगे। वहीं सीएनएन ने संभावना जताई है कि ट्रंप ओक्लाहोमा और केंटकी में भी जीत हासिल करेंगे। दूसरी तरफ बाइडेन ने मैरीलैंड जीत लिया है। इसके अलावा कोलंबिया, डेलावारे और मैसाच्युसेट्स जैसे राज्यों में भी कब्जा जमाया है। यह सभी राज्य स्विंग स्टेट्स के तौर पर जाने जाते हैं। यानी दोनों में ही कभी किसी एक पार्टी के लिए वोटिंग नहीं हुई।
उपराष्ट्रपति पद की डेमोक्रेट उम्मीदवार कमला हैरिस ने मतदाताओं से कहा कि ‘अगर आपने मतदान कर दिया है तो शुक्रिया। लेकिन हमें अब भी आपकी मदद की जरूरत है। 20 मिनट निकालिए और मतदाताओं को मतदान केंद्रों को खोजने में मदद कीजिए।’राष्ट्रीय सर्वेक्षणों में बाइडेन के ट्रंप से आगे रहने का पूर्वानुमान व्यक्त किया जा रहा है और उन्हें आठ प्रतिशत की ठीकठाक बढ़ोतरी आंकी जा रही है।
मतदान पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जताया आभार, ट्वीट कर कहा, "हमें पूरे देश में उत्साह दिख रहा है। आपको धन्यवाद।"
कोविड-19 महामारी के प्रकोप के बीच करीब 10 करोड़ अमेरिकी पूर्व-मतदान में अपना वोट डाल चुके हैं और माना जा रहा है कि देश के एक सदी के इतिहास में इस बार सर्वाधिक मतदान हो सकता है। इस साल करीब 23.9 करोड़ लोग मताधिकार के योग्य हैं ।
पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन और उनकी पत्नी हिलेरी क्लिंटन ने जो बिडेन के पक्ष में वोट डाला।
यूएस डेमोक्रेटिक के उम्मीदवार जो बिडेन ने लोगों से की अपील, 'मैं आपसे यह वादा करता हूं, जैसा कि मैं एक गर्वित डेमोक्रेट के रूप में चल रहा हूं, अगर आप मुझे चुनते हैं तो मैं एक अमेरिकी राष्ट्रपति होने जा रहा हूं, केवल संयुक्त राज्य अमेरिका में कोई लाल राज्य या नीला राज्य नहीं होगा:
अमेरिका में चुनाव के दिन हिंसा की आशंका के बीच व्हाइट हाउस, प्रमुख वाणिज्यिक क्षेत्रों और बाजारों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। दुकानदार अपनी दुकानों को नुकसान से बचाने के लिए उनपर लकड़ी के कवर लगवा रहे हैं।
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान के दिन डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन को एक छोटी सी जीत हासिल हुई है। दरअसल न्यू हैंपशायर के डिक्सविले नॉच इलाके में डाले गए सभी पांच वोट उनके पक्ष में पड़े हैं। साल 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में तब हिलेरी क्लिंटन को यहां से वोट मिले थे। कनाडा की सीमा पर नजदीक तब इस टाउन में कुल आठ मतदाता थे। बता दें कि अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के अलावा फेडरल और स्टेट लेजिस्लेटिव असेंबली के लिए भी चुनाव हो रहे हैं। अमेरिका में मतदान के समय हिंसा की आशंका जताई जा रही है। जिसके चलते व्हाइट हाउस, प्रमुख वाणिज्य क्षेत्रों और बाजारों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।।
अनेक लोगों के मन में सवाल उठता है कि अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के पीछे ‘270’ का क्या चक्कर है? असल में, यह एक जादुई संख्या और गणितीय खेल है जो निर्वाचक मंडल के रूप में तय करता है कि अगले चार साल तक व्हाइट हाउस में कौन बैठेगा। निर्वाचक मंडल के महत्व पर जाएं तो इसके महत्व का अंदाज इसी बात से लगाया जा सकता है कि 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में हिलेरी क्लिंटन को लगभग 29 लाख अधिक मत मिले थे, लेकिन फिर भी वह चुनाव हार गई थीं। इस चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप विजयी रहे थे क्योंकि अमेरिकी संविधान की निर्वाचक मंडल रूपी व्यवस्था के आंकड़ों में उन्हें सफलता मिली थी। इस जादुई संख्या रूपी व्यवस्था में अमेरिका का राष्ट्रपति बनने के लिए किसी भी उम्मीदवार को निर्वाचक मंडल के कम से कम 270 मतों की आवश्यकता होती है। यह देश के 50 राज्यों के 538 सदस्यीय निर्वाचक मंडल में बहुमत का जादुई आंकड़ा है। प्रत्येक राज्य को अलग-अलग संख्या में निर्वाचक मंडल मत आवंटित हैं जो इस आधार पर तय किए गए हैं कि प्रतिनिधि सभा में उसके कितने सदस्य हैं। इसमें दो सीनेटर भी जोड़े जाते हैं।
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मतदान में धांधली के आधारहीन दावों का उल्लेख करते हुए मंगलवार को एक टेलीविजन संबोधन में अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव का माखौल उड़ाया। अयातुल्ला अली खामेनी ने ईरान के पुराने रुख को दोहराया कि ट्रंप जीतें या जो बाइडेन जीतें, उससे कोई फर्क नहीं पड़ता। ट्रंप के और चार साल के कार्यकाल के दौरान ईरान के खिलाफ अधिकतम दबाव सामने आ सकता है जिससे ईरानी अर्थव्यवस्था और प्रभावित हो सकती है। इससे तेहरान के विदेशों में अपने कच्चे तेल को खुलेआम बेचने पर रोक लग सकती है। हालांकि बाइडेन ने कहा है कि वह तेहरान के विश्व शक्तियों के साथ 2015 के परमाणु समझौते में फिर से शामिल करने पर विचार करेंगे, जिससे संकटग्रस्त ईरानी रियाल को संभावित राहत मिलेगी। खामेनी ने कहा, ‘‘यदि आप उनकी खुद की स्थिति को देखते हैं, तो यह देखना बहुत मजेदार है। वर्तमान राष्ट्रपति जिनसे चुनाव कराने की उम्मीद की जाती है, उनका कहना है कि यह देश के इतिहास का सबसे धांधली वाला अमेरिकी चुनाव है।’’
मतदान से पहले ही अहम सरकारी प्रतिष्ठान हाई अलर्ट पर हैं। सीक्रेट सर्विस (खुफिया सेवा) ने व्हाइट हाउस को किले में तब्दील कर दिया है। इसके बाद राष्ट्रपति के आवास के परिसर के चारों तरफ एक अस्थाई ऊंची दीवार खड़ी की गई है। चुनाव की पूर्व संध्या पर, हिंसा की आशंका के मद्देनजर, कामगार प्रमुख दुकानों और स्टोरों पर सुरक्षा के लिए लकड़ी के फ्रेम लगाते दिखे। यह स्थिति न्यूयॉर्क से लेकर बोस्टन और ह्यूस्टन से लेकर वाशिंगटन एवं शिकागो तक देखने को मिली।
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के बीच तमिलनाडु के तिरुवर जिले के एक गांव में उपराष्ट्रपति पद की डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस की जीत के लिए विशेष पूजा हुई। तिरुवर जिले के थुलसेंद्रापुरम में कमला हैरिस के रिश्तेदार रहते हैं। इस गांव के लोगों ने कमला हैरिस की जीत के लिए पूजा की है। इस गांव के स्थानीय मंदिर की दीवारों पर कमला हैरिस का नाम लिखा है। ये मंदिर कमला हैरिस का पारिवारिक मंदिर है। इस मंदिर की दीवारों पर कमला हैरिस के नाना का नाम भी लिखा हुआ है।
ट्रंप ने आधी रात के बाद ट्वीट किया, ‘मेरे सभी समर्थकों को : हृदय की गहराइयों से शुक्रिया। आप शुरुआत से जुड़े रहे हैं और मैं आपको निराश नहीं करूंगा। आपकी उम्मीदें, मेरी उम्मीदें हैं, आपके सपने मेरे सपने हैं और आपके भविष्य के लिये मैं रोजाना जूझ रहा हूं।’ बाइडेन पर हमला करते हुए राष्ट्रपति ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘जो बाइडेन के लिये किया गया वोट सरकार का नियंत्रण वैश्विकता के समर्थकों, कम्युनिस्टों, समाजवादियों और अमीर उदारवादी पाखंडियों को दे देगा जो आपको खामोश करना, नियंत्रित करना, रोकना और दंडित करना चाहते हैं। जाइए और कल अमेरिका को फिर से महान बनाने के लिये वोट कीजिए।’
न्यू हैंपशायर के दो छोटे समुदाय राष्ट्रपति चुनाव के लिये अपना मत आधी रात के बाद डालते हैं, इनमें से एक को तो इस परंपरा को निभाते हुए इस बार 60 साल हो जाएंगे। कनाडा की सीमा के निकट डिक्सविले नॉच में नतीजे पूर्व उपराष्ट्रपति जो बाइडेन के पक्ष में एक तरफा थे, जिन्हें कस्बे के पांच वोट मिले। यहां से करीब 20 किलोमीटर दूर मिल्सफील्ड में बाइडेन के पांच मतों के मुकाबले डोनाल्ड ट्रंप ने 16 मत हासिल किये। डिक्सविले नॉच में कस्बे के संचालक टॉम टिलोट्सन ने पिछले हफ्ते कहा कि आम तौर पर यहां बड़ा भोज होता है और मतदान देखने के लिये इस छोटी जगह पर बड़ी संख्या में मीडियाकर्मी जुटते हैं। लेकिन इस बार कोविड-19 महामारी की वजह से यह संभव नहीं है। इस बार नवंबर 1960 में शुरू हुई परंपरा की 60वीं वर्षगांठ मनाना भी मुश्किल हो रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘60 साल- और दुर्भाग्य देखिये, हम इसका जश्न भी नहीं मना सकते।’’ आधी रात को मतदान करने वाले तीसरे समुदाय, हार्ट्स लोकेशन, ने कोरोना वायरस से जुड़े खतरों के मद्देनजर इस साल चुनावों से जुड़ी इस परंपरा को स्थगित कर दिया है।
जमैका मूल के पिता और भारतीय मूल की मां की संतान 56 वर्षीय कमला हैरिस पहली भारतीय मूल की और अश्वेत महिला हैं जिन्हें अमेरिका की प्रमुख पार्टी ने उप राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया है। फ्लोरिडा में आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए ट्रंप ने कैलिफोर्निया से सीनेटर हैरिस के कट्टर वाम समूह की सदस्य होने का दावा किया। इससे पहले आयोवा में उन्होंने कमला नाम का भी मजाक उड़ाया था। हैरिस ने ट्रंप पर जानबूझकर उनके नाम का गलत उच्चारण करने का आरोप लगाया है।