भारतीय मूल की मनप्रीत मोनिका सिंह (Manpreet Monica Singh) अमेरिका में पहली महिला सिख जज बन गईं हैं। मोनिका सिंह के टेक्सास की हैरिस काउंटी जज बनते ही एक इतिहास बन गया। मोनिका सिंह ने जज बनने के बाद कहा कि उनके लिए यह एक सच्चा सम्मान है।
यह एक ऐतिहासिक क्षण- मोनिका सिंह
मनप्रीत मोनिका सिंह ने एक फेसबुक पोस्ट में लिखा, “मामा हमने इसे कर दिखाया! हैरिस काउंटी (Harris County) के लोगों को एक सिख सिविल कोर्ट जज (Sikh civil court judge) के रूप में प्रतिनिधि बनाना एक ‘सच्चा सम्मान’ है। इसे एक ऐतिहासिक क्षण बनाने के लिए सभी को धन्यवाद क्योंकि यह एक ऐसा क्षण है, जो किसी दिन एक असामान्य घटना नहीं होगी। एक न्यायपालिका होगी जिसमें अनगिनत सिख लोग और अन्य अल्पसंख्यक शामिल होंगे। मैं अपने 2 दशकों के अनुभव का अच्छा उपयोग करने के लिए तैयार हूं।”
मोनिका सिंह ह्यूस्टन (Houston) में पैदा हुईं और वहीं पली-बढ़ी वह अब अपने पति और दो बच्चों के साथ बेलेयर में रहती है। 20 वर्षों से एक वकील मोनिका स्थानीय, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर कई नागरिक अधिकार संगठनों में शामिल रही हैं। उन्होंने कहा, “यह मेरे लिए बहुत मायने रखता है क्योंकि मैं एच-टाउन का सबसे अधिक प्रतिनिधित्व करती हूं। इसलिए यह हमारे लिए है, मैं इसके लिए खुश हूं।”
एबीसी 13 की रिपोर्ट के अनुसार जज रवि सैंडिल (राज्य के पहले दक्षिण एशियाई न्यायाधीश) ने पिछले शुक्रवार को खचाखच भरे कोर्ट रूम में समारोह की अध्यक्षता की। रवि सैंडिल (Judge Ravi Sandill) ने कहा, “यह सिख समुदाय के लिए वास्तव में एक बड़ा क्षण है। जब वे किसी रंग के व्यक्ति को देखते हैं, कोई थोड़ा अलग है, वे जानते हैं कि संभावना उनके लिए उपलब्ध है। मनप्रीत न केवल सिखों के लिए बल्कि सभी रंग की महिलाओं के लिए भी एक राजदूत हैं।”
सिख धर्म दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा धर्म
एबीसी 13 की रिपोर्ट के अनुसार सिख धर्म दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा धर्म है। अमेरिका में अनुमानित 500,000 सिख हैं, जिनमें 20,000 सिख केवल ह्यूस्टन क्षेत्र में हैं। हालांकि मनप्रीत से पहले देश में एक भी महिला सिख न्यायाधीश नहीं थी। मोनिका सिंह ने कहा, “मुझे लगा कि यह बच्चों के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि वे अपनी शिक्षा से गुजरते हैं, ताकि वे देख सकें कि ऐसे पेशों की संभावना है, जिन तक हमारी पहुंच पहले कभी नहीं थी।”