Dutch Researcher Predicted Turkey-Syria Earthquake: तुर्की (Turkey) में सोमवार को आए विनाशकारी भूकंप से अभी तक 4000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। 7.8 की तीव्रता वाले इस भूकंप (Earthquake) ने देश में भारी तबाही की है। हजारों लोग इस हादसे में बुरी तरह जख्मी हुए हैं। तुर्की में यह विनाशकारी भूकंप आने वाला है, इसे लेकर तीन दिन पहले ही चेतावनी दी गई थी। डच के रिसर्चर फ्रैंक हूगरबीट्स (Frank Hoogerbeets) ने 3 फरवरी को ट्विटर पर एक पोस्ट करके इस विनाशकारी भूकंप की चेतावनी दी थी। उन्होंने इस बात का भी अनुमान लगाया था कि 7.5 तीव्रता के भूकंप के झटके, तुर्की, सीरिया, लेबनाना और जॉर्डन में लग सकते हैं।
ट्वीट कर दी थी चेतावनी
फ्रैंक हूगरबीट्स ने ट्विटर पर अपने बायो में बताया कि वे सोलर सिस्टम जियोमेट्री सर्वे (SSGS) में काम करते हैं। उन्होंने सोलर सिस्टम जियोमेट्री सर्वे (SSGS) का भी ट्वीट शेयर किया था। इसमें चेतावनी दी गई थी कि 4 से 6 फरवरी के बीच बड़ी सीस्मिक एक्टिविटी हो सकती है, जिसकी तीव्रता मध्यम से 6 तक हो सकती है। सोमवार को तुर्की में आई इस तबाही के बाद उनका ट्वीट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। सोशल मीडिया यूजर्स इस भविष्यवाणी को लेकर आश्चर्य में हैं।
बताई थी भूकंप की वजह
फ्रैंक हूगरबीट्स ने बाद में ट्वीट कर कहा, “मध्य तुर्की में बड़े भूकंप से प्रभावित सभी लोगों के प्रति मेरी संवेदना है। जैसा कि मैंने पहले कहा था कि ये भूकंप हमेशा पूर्व में आते हैं। ऐसा क्रिटिकल प्लैनेटरी ज्योमेट्री के कारण होता है।” हुगरबीट्स ने सोमवार के भूकंप के बाद आफ्टरशॉक्स की भी चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा था कि मध्य तुर्की और आस-पास के क्षेत्रों में अतिरिक्त मजबूत भूकंपीय गतिविधि पर नजर रखें क्योंकि बड़े भूकंप के बाद झटके आमतौर पर थोड़ी देर के लिए जारी रहते हैं।
तुर्की में भूकंप के बाद कई आफ्टरशॉक्स महसूस किए गए थे। दूसरा भूकंप तब आता है, जब पहले भूकंप की गतिविधियों के कारण जमीन के तनाव में परिवर्तन होता है। इस भूकंप के बाद कई झटके महसूस किए गए, इनमें से एक झटके की तीव्रता पहले भूकंप के लगभग बराबर ही थी। इसकी तीव्रता 7.5 थी, जो पहले भूकंप के 9 घंटे बाद आया था।
तुर्की में मंगलवार को भी भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। इस बार इसकी तीव्रता 5.5 बताई गई है। तुर्की में आई इस तबाही में भारत और अमेरिका समेत कई देशों ने मदद का हाथ बढ़ाया है। आज सुबह इंडियन एयर फोर्स के विमान सी-17 से टीमों को रवाना किया गया है। इस टीम में स्निफर डॉग भी शामिल हैं।