scorecardresearch

Qari Fateh Killed: काबुल में मारा गया इस्लामिक स्टेट खुरासान का मिलिट्री चीफ कारी फतेह, UN रिपोर्ट के बाद अफगानिस्तान में तालिबान का बड़ा एक्शन

Qari Fateh Killed by Taliban: तालिबान सरकार के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने पुष्टि की है कि काबुल में सोमवार को एक ऑपरेशन में इस्लामिक स्टेट खुरासात प्रांत (ISKP) के मिनिस्टर ऑफ वॉर और मिलिट्री चीफ कारी फतेह को ढेर कर दिया गया है।

Qari Fateh Killed | Qari Fateh Killed by Taliban | Afghanistan News
तालिबान फोर्सेस ने काबुल में कारी फतेह समेत इस्लामिक स्टेट के सदस्यों को मार गिराया। (Photo Indian Express)

Qari Fateh Abu Usman Al-Kashmiri Killed: अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में तालिबान सरकार ने सोमवार को एक अभियान चलाकर इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत (ISKP) के मिनिस्टर ऑफ वॉर और मिलिट्री चीफ कारी फतेह को ढेर कर दिया। तालिबान सरकार के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि काबुल में सोमवार को एक ऑपरेशन में कुख्यात कारी तुफैल उर्फ कारी फतेह के अलावा इस्लामिक स्टेट हिंद प्रांत (ISHP) के आतंकी एजाज अहमद अहंगर और उसके दो साथियों को भी मार गिराया गया है।

कौन है कुख्यात कारी तुफैल उर्फ कारी फतेह

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) मॉनिटरिंग टीम ने मई 2022 में कारी तुफैल उर्फ कारी फतेह को इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत (ISKP) के सैन्य प्रमुख (मिलिट्री चीफ) के तौर पर लिस्टेड किया था। कारी फतेह का काम ISKP के लिए रणनीति बनाना था। इसके पहले कारी ​​फतेह नांगरहार में ISKP के कब्जे के दौरान पूर्वी क्षेत्र का कमांडर था। आतंकी समूह ने हाल ही में अपनी नई रणनीति के तहत उसे खुफिया प्रमुख नियुक्त या था। कारी फतेह ने हाल ही में काबुल में रूस, पाकिस्तान और चीन के दूतावासों पर भी आतंकी हमले की साजिश रची थी। आने वाले दिनों में कारी फतेह को लेकर खुरासान डायरी में और जानकारी अपडेट किए जाने की संभावना है।

UNSC की रिपोर्ट में क्या-क्या बताया गया है

इस्लामिक स्टेट इन इराक एंड खुरासान ने अफगानिस्तान में भारत-चीन और ईरान के दूतावास पर भी आतंकी हमले की धमकी दी है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की हालिया रिपोर्ट में इस ओर साफ अलर्ट किया गया है। इसके बाद ही तालिबान सरकार की ओर से अभियान चलाकर इस्लामिक स्टेट के लोकल ग्रुप्स को निशाना बनाया जा रहा है। यूएन की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि साझा रूप से कुख्यात Islamic State of Iraq and the Levant (ISIL) के पास करीब 3000 आतंकी हैं। इनमें से करीब 200 सेंट्रल एशिया में एक्टिव हो सकते हैं। हालांकि, कुछ देशों की खुफिया एजेंसियों का मानना है कि यह संख्या करीब 6000 है।

क्या है ISIL का मकसद, तालिबान से क्यों है अदावत

संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में ISIL से होने वाले खतरों का खुलासा करते हुए कई देशों को आगाह किया गया था। रिपोर्ट में बताया गया था कि कुख्यात आतंकी समूह ISIL अपनी हरकतों को और ज्यादा फैलाने की फिराक में साजिशें कर रहा है। ISIL-K ने खुद को तालिबान फोर्सेस के सबसे बड़े प्रतिद्वंदी के तौर पर स्थापित कर लिया है।

Afghanistan में Taliban के विदेश मंत्रालय के बाहर बम ब्लास्ट, कई लोगों के हताहत होने की खबर, देखें वीडियो

यह आतंकी समूह दुनिया के सामने यह साबित करना चाहता है कि तालिबान समूह सत्ता हथियाने के बाद भी अफगानिस्तान की सुरक्षा कर पाने में नाकाम है। इसलिए वह अफगानिस्तान के भीतर राजनयिक मिशन को निशाना बनाकर आईएस तालिबान से दूसरे देशों के रिश्तों को खत्म कराना चाहता है। उसका सबसे बड़ा मकसद तालिबान के कब्जे से अफगानिस्तान की सत्ता को हथियाना है।

पढें अंतरराष्ट्रीय (International News) खबरें, ताजा हिंदी समाचार (Latest Hindi News)के लिए डाउनलोड करें Hindi News App.

First published on: 28-02-2023 at 10:03 IST
अपडेट