Earthquake In Philippines: यूरोपियन मेडिटेरेनियन सीस्मोलॉजिकल सेंटर (EMSC) ने कहा कि बुधवार को फिलीपींस में मिंडानाओ (Mindanao) में 6.1 तीव्रता का भूकंप आया है। ईएमएससी के मुताबिक यह भूकंप दो किलोमीटर (1.24 मील) की गहराई दर्ज किया गया है। क्षेत्र की नागरिक आपदा एजेंसी ने फेसबुक पर कहा कि पूर्व राष्ट्रपति रोड्रिगो दुतेर्ते के गृहनगर दावो शहर में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। सोशल मीडिया पर तस्वीरों और वीडियो में दिखाया गया है कि लोग शॉपिंग मॉल और विश्वविद्यालय को खाली कर शहर के खुले स्थानों में जा रहे हैं, जबकि एक चर्च में लगी लाइटें हिल रही हैं।
Earthquake In Philippines : 6.1 की तीव्रता अनुमान
जानकारी के मुताबिक भूकंप बुधवार, 1 फरवरी, 2023 को स्थानीय समयानुसार शाम 6:44 बजे 13.5 किमी की उथली गहराई पर आया। एक रिपोर्ट में द इनकॉर्पोरेटेड रिसर्च इंस्टीट्यूशंस फॉर सीस्मोलॉजी (आईआरआईएस) ने जानकारी दी है कि 6.0 तीव्रता के भूकंप के रूप में भी सूचीबद्ध किया गया है हालांकि उसी भूकंप की सूचना देने वाली अन्य एजेंसियों में 6.1 की तीव्रता मापी गयी है। आमतौर पर इस परिमाण के भूकंप एक से अधिक एजेंसियों द्वारा दर्ज किए जाते हैं और परिणाम अलग-अलग हो सकते हैं।
क्यों और कैसे आता है भूकंप (Eartquake)
भूगोल (Geography) के मुताबिक धरती के अंदर प्लेटों के आपस में टकराने से भूकंप आने की घटना होती है। धरती के अंदर इस तरह की सात प्लेट्स होती हैं। ये सभी लगातार घूमती रहती हैं। इस दौरान कभी-कभी किसी जगह ये प्लेट आपस में टकराती हैं। इसके बाद वहां फॉल्ट लाइन जोन बन जाता है। प्लेट की सतह के कोने मुड़ जाते हैं। सतह के कोने मुड़ने की वजह से वहां दबाव बनता है। इससे प्लेट्स टूटने लगती हैं। इनके टूटने से अंदर की ऊर्जा बाहर आने लगती है। इससे निर्मित दबाव से धरती हिलती है। इस भौगोलिक घटना को ही भूकंप कहा जाता है।
कैसे मापते हैं भूकंप की तीव्रता
भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल (Richter Scale) पर मापी जाती है। रिक्टर स्केल पर 2.0 से कम तीव्रता वाले भूकंप को माइक्रो कैटेगरी (Miro category) में रखा जाता है। आमतौर पर इस तीव्रता के भूकंप महसूस नहीं किए जाते। दुनियाभर में रोजाना आठ हजार से भी ज्यादा ऐसे भूकंप दर्ज किए जाते हैं। रिक्टर स्केल पर 2.0 से 2.9 तीव्रता वाले भूकंप को माइनर कैटेगरी (Minor Category) में रखा जाता है। आमतौर पर इसे भी महसूस नहीं किया जाता। दुनिया में रोजाना हजार से भी ज्यादा बार इस तीव्रता के भूकंप आते हैं।