खराब आर्थिक स्थिति से जूझ रहे पड़ोसी देश श्रीलंका ने भारत से बड़े स्तर पर अंडे का आयात किया है। भारत ने श्रीलंका को 20 लाख अंडे भेजे हैं जो कि श्रीलंका में पहुंच भी चुके हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत ने श्रीलंका को ये अंडे क्यों भेजे हैं? दरअसल, श्रीलंका में अंडों की भारी किल्लत हो गई है।
भारत ने श्रीलंका को भेजे 20 लाख अंडे
श्रीलंका के व्यापार मंत्री नलिन फर्नांडो ने गुरुवार को कहा कि संकटग्रस्त देश में खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए श्रीलंका ने भारत से 20 लाख अंडों का आयात किया है। फर्नांडो ने संसद को बताया कि स्टेट ट्रेडिंग जनरल कॉर्पोरेशन द्वारा आयातित शिपमेंट आ गया है और स्टॉक को तीन दिनों के भीतर बाजार में जारी कर दिया जाएगा।
श्रीलंका में अंडों की कमी
फर्नांडो ने कहा कि अंडे आयात करने का निर्णय खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक कैबिनेट समिति के निर्णय पर आधारित था। व्यापार मंत्री ने कहा कि देश में खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मंत्रिमंडल समिति ने अंडे आयात करने का फैसला किया। इससे पहले भी श्रीलंका में अंडों की कमी हो गई थी, जब इसके आयात का फैसला किया गया था। हालांकि, तब भारत से आयात नहीं किया गया था।
भारत और पाकिस्तान से किया था अंडों के आयात से इनकार
जनवरी में जब श्रीलंका के बाजार में अंडों में कमी देखी गई, तो पशु उत्पादन और स्वास्थ्य विभाग ने भारत या पाकिस्तान से अंडों के आयात को मंजूरी देने से इनकार कर दिया क्योंकि दोनों देशों ने पिछले 6 महीनों में बर्ड-फ्लू के प्रकोप की सूचना दी थी। स्वास्थ्य विभाग की महानिदेशक हिमाली कोटेलावाला ने तब संवाददाताओं से कहा था, “अंडे उसी देश से मंगवाए जाने चाहिए जहां बीते 6 महीने में बर्ड फ्लू के मामले सामने नहीं आए हों। भारत ने हाल ही में बर्ड फ्लू के गंभीर प्रकोप का अनुभव किया था इसलिए भारत से अंडे आयात करना श्रीलंका में पशु स्वास्थ्य रोग अधिनियम के विपरीत है। आयात और निर्यात महानियंत्रक को भारत से अंडे आयात करने की अनुमति नहीं दी जा सकती।”
व्यापार मंत्रालय ने कहा कि आवश्यक गुणवत्ता जांच के बाद ही भारत से आए अंडों को केवल बेकरी उद्योग में इस्तेमाल करने की इजाजत दी जाएगी। स्थानीय पोल्ट्री किसान संघ ने कहा कि थाईलैंड, मलेशिया, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, ब्राजील और संयुक्त राज्य अमेरिका जैसे बर्ड फ्लू से मुक्त देशों से आयात होना चाहिए।