दक्षिण-पूर्वी एशियाई देश फिलीपींस में गुरुवार (30 मार्च, 2023) को एक बड़ा हादसा हो गया, जिसमें 12 लोगों की मौत हो गई है। यहां 250 लोगों को ले जा रही एक फेरी में आग लग गई। बताया जा रहा है कि इस आग में कई लोग जिंद जल गए। घटनास्थल पर तत्काल बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है।
आग की लपटों को देखकर जान बचाने के लिए समुद्र में कूदे लोग
प्रांतीय गवर्नर ने बताया कि राहत-बचाव कार्य जारी है। हादसे में 12 लोगों की मौत हो गई है और 7 लोग अभी भी लापता हैं। बेसिलन के दक्षिणी द्वीप प्रांत के गवर्नर जिम हैटामन ने बताया कि आग की लंबी-लंबी लपटों को देखकर लोग डर गए और नौका से समुद्र में कूद गए। बाद में तट रक्षक, नौसेना, एक अन्य नौका और स्थानीय मछुआरों ने समुद्र से लोगों को निकाला।
इस फेरी का नाम एमवी लेडी मैरी जॉय 3 है, जिस पर 250 लोग सवार थे। गवर्नर ने बताया कि फेरी पर सवार ज्यादातर लोगों को रात भर में बचा लिया गया। उन्होंने कहा कि हालांकि, अधिकारी एक बार फिर से विभिन्न बचाव दलों द्वारा बचाए गए लोगों की संख्या की जांच कर रहे हैं इसलिए आंकड़े बदल भी सकते हैं।
मरने वालों में तीन बच्चे भी शामिल
उन्होंने कहा कि नौका दक्षिणी बंदरगाह शहर जाम्बोआंगा से सुलु प्रांत के जोलो शहर जा रही थी, तभी बीच रास्ते में बेसिलन के पास उसमें आग लग गई। उन्होंने कहा कि मरने वालों में कम से कम तीन बच्चे भी शामिल हैं, जो हादसे के दौरान अपने माता-पिता से बिछड़ गए। इस हादसे में कम से कम 23 यात्री घायल हो गए और उन्हें अस्पतालों में लाया गया। द एसोसिएटेड प्रेस के मुताबिक, गवर्नर ने कहा कि आग के कारण हुए हंगामे की वजह से कुछ यात्रियों की नींद खुल गई। कुछ ने जहाज से छलांग लगा दी। अधिकारियों ने कहा कि मरने वालों के शव समुद्र से बरामद किए गए हैं।
हाटामन ने कहा कि जली हुई नौका को बेसिलन के तटरेखा तक ले जाया गया है और जांच चल रही है। फिलीपींस द्वीपसमूह में लगातार तूफान, खराब रखरखाव वाली नावों, भीड़भाड़ और सुरक्षा नियमों के खराब प्रवर्तन के कारण समुद्री दुर्घटनाएं आम हैं, विशेष रूप से दूरदराज के प्रांतों में। दिसंबर 1987 में एक नौका डोना पाज एक ईंधन टैंकर से टकराने के बाद डूब गई थी, जिससे दुनिया की सबसे खराब शांतिकालीन समुद्री आपदा में 4,300 से अधिक लोग मारे गए थे।