राम चंद्र पौडेल नेपाल के नए राष्ट्रपति बने हैं। सोमवार (13 मार्च, 2023) को उन्होंने प्रेजीडेंशियल पैलेस पर एक समारोह के बीच राष्ट्रपति पद की शपथ ली। राम चंद्र पौडेल गुरुवार को नेपाल के नए राष्ट्रपति चुने गए थे। उन्हें चुनाव में 33,802 वोट हासिल हुए थे, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी सुभाष चंद्र नेम्बवांग को 15,518 वोट मिले थे।
8 दलों का मिला समर्थन
नेपाल के चुनाव आयोग के अनुसार, राष्ट्रपति चुनाव में संघीय संसद के 313 और प्रांत विधानसभाओं के 518 सदस्यों ने हिस्सा लिया था। काठमांडू के न्यू बनेश्वर में नेपाल के संसद भवन में चुनाव हुआ था। पौडेल को आठ दलों का समर्थन प्राप्त था, जबकि सीपीएन-यूएमएल के एकमात्र उम्मीदवार सुभाष चंद्र नेमबांग को निर्दलीय सांसदों का समर्थन था। पौडेल ने गुरुवार को एएनआई से बात करते हुए कहा कि उनके पास शासन और राज्य तंत्र के कामकाज का अनुभव है।
उन्होंने बताया कि वह विभिन्न सरकारी भूमिकाएं निभा चुके हैं। उन्होंने आगे कहा, “मैं पूर्व राष्ट्रपतियों के साथ भी बैठकों में रहा हूं और वहां की कार्यप्रणाली को भी जानता हूं। मैं भूमिका और कर्तव्यों के लिए नया नहीं हूं।” सदन के पूर्व अध्यक्ष होने के अलावा, पौडेल ने एक दशक से अधिक समय जेल में बिताया है। वह अब तक छह बार विधायक और पांच बार मंत्री बन चुके हैं।
17 मार्च को होगा उपराष्ट्रपति का चुनाव
वहीं, नेपाल के शीर्ष निर्वाचन निकाय ने रविवार को बताया कि 17 मार्च को होने वाले उपराष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए तीन महिलाओं सहित सभी चार उम्मीदवारों का नामांकन बरकरार रखा गया है। निर्वाचन आयोग के अनुसार, नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी (एकीकृत मार्क्सवादी-लेनिनवादी) (सीपीएन-यूएमएल) ने आस्था लक्ष्मी शाक्य, जनमत पार्टी ने ममता झा और जनता समाजवादी पार्टी ने प्रमिला यादव एवं राम सहाय यादव को इस चुनाव में उम्मीदवार बनाया है।
उन्होंने शनिवार को अपने नामांकन पत्र दाखिल किए थे। आयोग ने बताया कि उसने नामांकन वापसी के लिए रविवार का समय तय किया और चूंकि इस समय तक किसी भी उम्मीदवार ने अपना नाम वापस नहीं लिया, इसलिए उपराष्ट्रपति पद के लिए उनका नामांकन वैध रहेगा। निर्वाचन आयोग ने नामांकन दाखिल करने के लिए शनिवार अपराह्न दो बजे (स्थानीय समय) की समय सीमा तय की थी। चुनाव शुक्रवार को होगा। झा और यादव दोनों मधेसी समुदाय से हैं और दोनों आठ दलों के गठबंधन का हिस्सा हैं। नेपाल के दक्षिणी तराई क्षेत्र में मधेसी समुदाय में ज्यादातर भारतीय मूल के लोग हैं। राष्ट्रपति की तरह ही उपराष्ट्रपति का चुनाव संघीय संसद (प्रतिनिधि सभा और नेशनल असेंबली) एवं प्रांतीय विधानसभा के सदस्यों का एक निर्वाचक मंडल करता है। उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदाताओं की कुल संख्या 882 है, जिसमें संसद के 332 सदस्य और सात प्रांतों की विधानसभाओं के 550 सदस्य शामिल हैं।