पुर्तगाली पीएम ने नरेंद्र मोदी के लिए भोज में करवाया खास गुजराती व्यंजन का इंतजाम, देखिए मेनू
मोदी के लिए लिस्बन में खास गुजराती व्यंजन परोसे गए।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन देशों की अपनी यात्रा के पहले चरण में शनिवार को पुर्तगाल की राजधानी लिस्बन पहुंचे। पुर्तगाल के प्रधानमंत्री एंटोनियो कोस्टा के इसी वर्ष जनवरी में भारत दौरे के बाद मोदी पुर्तगाल दौरे पर पहुंचे हैं। कोस्टा गोवा (भारत) मूल के ही हैं। मोदी के सम्मान में पुर्तगाली पीएम ने खास लंच रखा। मोदी के लिए लिस्बन में खास गुजराती व्यंजन परोसे गए। मेन्यू की जो सूची सामने आई है उसमें आखू शाक, साग कोफ्ता, राजमा और मकई, तड़का दाल, केसर राइस, पराठा, रोटी, पापड़, आम श्रीखंड, गुलाबजामुन, लस्सी और मसाला चाय का जिक्र है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने कुछ तस्वीरों के साथ ट्वीट किया, ‘‘ओला (हलो) पुर्तगाल। पीएम नरेंद्र मोदी लिस्बन पहुंचे, प्रोटोकोल से परे जाकर विदेश मंत्री आॅगस्टो सैंटोस सिल्वा ने प्रधानमंत्री का स्वागत किया।’’ लिस्बन के लिए रवाना होने से पहले मोदी ने कहा था कि कोस्टा से अपनी मुलाकात के दौरान दोनों नेता अपनी हालिया चर्चाओं पर आगे कदम बढ़ाएंगे और विभिन्न संयुक्त पहलों एवं निर्णयों की प्रगति की समीक्षा करेंगे। पुर्तगाली प्रधानमंत्री कोस्टा ने ट्वीट किया कि यह उनकी भारत यात्रा के दौरान हुए समझौतों के क्रियान्वयन की समीक्षा और नए समझौतों पर दस्तखत का सुनहरा अवसर है।
देखें लंच का मेनू:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पुर्तगाली पीएम की तरफ से दिए गए भोज का मेनू। (Source: ANI)
प्रधानमंत्री ने पुर्तगाल में निवास करने वाले भारतीय समुदाय से भी मुलाकात को लेकर उत्सुकता जाहिर की। भारतीय समुदाय से मुलाकात के बाद शनिवार को ही मोदी पुर्तगाल के प्रधानमंत्री कोस्टा के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की बैठक करेंगे और विभिन्न समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे। इसके अलावा वह यहां भारत-पुर्तगाल स्टार्ट-अप केंद्र का भी उद्घाटन करेंगे। पुर्तगाल ने अक्टूबर, 2005 में भारत में वांछित आतंकवादी अबू सलेम और मोनिका बेदी का भारत को प्रत्यर्पण कर दिया था, जो किसी यूरोपीय देश से भारत को होने वाला पहला प्रत्यर्पण था।
मोदी की तीन देशों की चार दिवसीय यात्रा में सबसे ज्यादा ध्यान उनकी अमेरिका यात्रा पर होगा। अमेरिका में मोदी 26 जून को पहली बार राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मिलेंगे। अपनी अमेरिका यात्रा से पहले मोदी ने कहा कि वह विचारों के गहन आदान-प्रदान के अवसर को लेकर उत्सुक हैं। उन्होंने ट्वीट किया था, ‘‘मेरी अमेरिका यात्रा का मकसद हमारे देशों के बीच संबंधों को गहरा करना है। भारत और अमेरिका के मजबूत संबंधों से हमारे देशों और दुनिया को फायदा मिलेगा।’’
फेसबुक पर लिखे गए एक बयान में मोदी ने कहा कि 25 जून से हो रही उनकी दो दिवसीय वाशिंगटन यात्रा ट्रंप के आमंत्रण पर हो रही है। ट्रंप और उनके कैबिनेट सहर्किमयों से आधिकारिक मुलाकात के अलावा मोदी कुछ बड़ी अमेरिकी कंपनियों के सीईओ से भी मिलेंगे।
अमेरिका की यात्रा के बाद मोदी 27 जून को नीदरलैंड जाएंगे, जहां वह डच प्रधानमंत्री मार्क रूट्टे के अलावा राजा विलेम-अलेक्जेंडर और रानी मैक्सिमा से भी मुलाकात करेंगे । इस साल भारत और नीदरलैंड दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध स्थापित होने के 70 साल मना रहे हैं।
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