पनामा पेपर्स में लगाए आरोपों को खारिज किया चीन ने
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता होंग लेई ने एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा, ‘इस तरह के बेबुनियाद आरोपों पर मुझे कोई टिप्पणी नहीं करनी।’

चीन ने बुधवार को इन आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए खारिज कर दिया कि राष्ट्रपति शी चिनफिंग के करीबी संबंधी सहित कम्युनिस्ट पार्टी के आठ अधिकारियों ने विदेश स्थित कर पनाहगाहों का इस्तेमाल किया। वहीं, आधिकारिक मीडिया ने यहां आरोप लगाया कि ‘पनामा पेपर्स’ के पीछे पश्चिमी शक्तियों का हाथ है।
पनामा पेपर्स के बारे में पूछे जाने पर चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता होंग लेई ने एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा, ‘इस तरह के बेबुनियाद आरोपों पर मुझे कोई टिप्पणी नहीं करनी।’ उन्होंने एक अन्य सवाल का जवाब देने से इनकार कर दिया, जिसमें यह पूछा गया था कि क्या विदेश स्थित खातों की जांच की जाएगी।
चीन के जिन अधिकारियों का पनामा पेपर्स में नाम आया है उनमें शी के करीब संबंधी डेंग जियाजुई भी शामिल हैं जिन्होंने 2009 में कथित तौर पर दो ब्रिटिश वर्जिन आईलैंड कंपनियां गठित की थी। उस वक्त शी कम्युनिस्ट पार्टी आॅफ चाइना की स्थायी समिति के सदस्य थे।
आधिकारिक मीडिया ने लीक दस्तावेजों को प्रकाशित नहीं किया है। हालांकि सरकार संचालित ग्लोबल टाइम्स ने पश्चिमी देशों पर प्रहार करते हुए कहा कि वे अन्य नेताओं को निशाना बनाने के लिए ऐसे खुलासों का इस्तेमाल कर रहे हैं।
सीपीसी संचालित अखबार ने अपने संपादकीय में कहा है कि इंटरनेट युग में गलत सूचना पश्चिमी प्रभावशाली एलिट या पश्चिम के लिए कोई बड़ा खतरा नहीं पैदा करती। संपादकीय में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का जिक्र किया गया है लेकिन इसमे शी के करीबी संबंधी व सीपीसी के पूर्व और मौजूदा अधिकारियों का कोई जिक्र नहीं किया गया है।