Pakistan Peshawar Blast: उत्तर पश्चिम पाकिस्तान के पेशावर शहर की एक मस्जिद में आत्मघाती हमले को लेकर बड़ी जानकारी सामने आई है। बता दें कि इस हमले में 101 लोगों की जान गई। वहीं मौके वारदात पर हमलावर पुलिस की वर्दी पहनकर आया था। न्यूज एजेंसी पीटीआई भाषा के मुताबिक हमलावर धमाके से पहले उच्च सुरक्षा वाले क्षेत्र में हेलमेट और मास्क लगाकर मोटरसाइकिल से आया था।
खैबर-पख्तुनख्वा के पुलिस महानिरीक्षक मोअज्जम जाह अंसारी ने गुरुवार (2 फरवरी) को मीडिया को जानकारी दी कि पुलिस लाइन्स के मेन गेट पर सुरक्षा जांच चौकी पर तैनात कर्मियों ने पुलिस की वर्दी में हमलावर की जांच नहीं की और उसे अंदर जाने दिया। उन्होंने कहा कि सीसीटीवी फुटेज (CCTV Footage) से पता चला कि हमलावर खैबर रोड के रास्ते पुलिस लाइन्स क्षेत्र में आया था।
अंसारी के मुताबिक पुलिस की वर्दी में आए हमलावर ने वहां मौजूद एक पुलिस अधिकारी से पश्तो भाषा में मस्जिद जाने का रास्ता भी पूछा था। उन्होंने कहा कि उक्त मोटरसाइकिल के पंजीकरण नंबर का पता लगा लिया गया है। पुलिस अधिकारी ने यह भी बताया कि हमलावर अकेले नहीं था बल्कि घटना को अंजाम देने के वक्त उसके साथ एक पूरा नेटवर्क उसकी मदद कर रहा था।
उन्होंने कहा कि पुलिस हमले के लिए जिम्मेदार आतंकवादी नेटवर्क के करीब है। इससे पहले सूत्रों ने बताया था कि पाकिस्तान की सुरक्षा एजेंसियों ने इस आत्मघाती विस्फोट के सिलसिले में 17 संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। बता दें कि पेशावर में हुए इस घातक हमले में 97 पुलिसकर्मियों के अलावा 101 लोगों की जान गई है।
कब हुआ था विस्फोट:
गौरतलब है कि सोमवार (30 जनवरी) की दोपहर को पेशावर में नमाज के दौरान मस्जिद में आगे की कतार में मौजूद तालिबान के आत्मघाती हमलावर ने खुद को विस्फोट से उड़ा लिया था। सूत्रों ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि पुलिस लाइन्स इलाके के नजदीकी क्षेत्रों से गिरफ्तारियां की गयी हैं और संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है।
तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी लेते हुए दावा किया कि उनके कथित कमांडर उमर खालिद खुरासानी की पिछले साल अगस्त में अफगानिस्तान में हुई मौत का बदला लेने के लिए यह हमला किया गया।