Pakistan Crazy On Indian Cruise: हाल ही में भारत में चले दुनिया की सबसे लंबे रिवर क्रूज एमवी गंगा विलास (MV Ganga Vilas River Cruise) की चर्चा पड़ोसी देश पाकिस्तान (Pakistan) में भी होने लगी है। खास बात यह है कि वहां के लोग इसके दिवाने हो गए हैं और कई यूजरों ने सोशल मीडिया पर इसके बारे में लिखा। एक वीडियो में एक युवक ने कहा कि उनका देश चालीस साल में भी ऐसी उपलब्धि नहीं हासिल कर सकता है।
62 मीटर लंबी और 12 मीटर चौड़ी क्रूज है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने 13 जनवरी को दुनिया के सबसे लंबे नदी क्रूज-एमवी गंगा विलास को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। यह क्रूज 51 दिनों में भारत और बांग्लादेश के बीच के पांच राज्यों में करीब 3200 किमी की दूरी तय कर बांग्लादेश के नजदीक डिब्रूगढ़ तक जाएगा। यह पहली क्रूज है, जिसमें शाकाहारी भारतीय खानपान और बिना अल्कोहल वाले पेय के साथ फाइव स्टार होटल जैसी विलासी सुविधाएं मिल रही हैं। यह 62 मीटर लंबा और 12 मीटर चौड़ा क्रूज है।
पाकिस्तानी युवती ने कहा- बहुत अच्छा है, लेकिन उनके देश में भी हैं टैलेंट
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में एक युवती आम लोगों को क्रूज का वीडियो दिखाकर उनकी राय पूछी। इस दौरान अरूज मजहर नाम की एक युवती ने क्रूज की तारीफ करते हुए कहा, “बहुत अच्छा लगा, फाइव स्टार होटल जैसी सुविधाएं हैं, लेकिन पाकिस्तान में भी यह चीजें होनी चाहिए। पाकिस्तान में भी टैलेंट है। हमें भी इसे आगे लानी चाहिए।” उन्होंने कहा कि इसका किराया प्रति दिन 30 से 40 हजार रुपये होंगे तो इस पर एंकर ने उन्हें बताया कि केवल पचीस हजार रुपये प्रतिदिन हैं। इस पर वह ताज्जुब जताती हैं।
एक युवक ने कहा, “यह इंडिया का फैंटास्टिक प्रोजेक्ट है। वह हमसे टेक्नोलाजी में काफी आगे हैं। पाकिस्तान की बात करें तो यह 30-40 साल में भी इस तरह का प्रोजेक्ट नहीं बना सकते हैं। कहा कि पाकिस्तान में है ही क्या, इंडिया हमसे काफी आगे है।”
पाकिस्तानी युवक बोले- हर सेक्टर में भारत ने अपनी प्रतिभा साबित की है
एक अन्य पाकिस्तानी युवक ने कहा, “बहुत अच्छा है। टूरिज्म को प्रमोट करने के लिए यह बहुत अच्छा इनिशिएटिव है। इस तरह की इनिशिएटिव कंट्री की बैकबोन होती है। इंडिया के अंदर डेवलपमेंट बहुत ज्यादा हुआ है। उनका इंफ्रास्ट्रक्चर बहुत स्ट्रांग है। टेक्नोलाजी के हिसाब से चाहे इंजीनियर हैं या डॉक्टर हैं वे सारे इंडिया के ही हैं, चाहे आप यूएस चले जाएं चाहे यूके चले जाएं। इंडिया ने ये तो मनवाया है कि उनका एजूकेशन टॉप का है। इंडिया हर सेक्टर (Sector) को साथ लेकर चल रहा है, लेकिन हर सेक्ट (Sect) को साथ लेकर नहीं चल रहा है।”