पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री को गिरफ्तार करने पुलिस उनके घर पहुंची है। पाक मीडिया के अनुसार तोशखाना मामले में पूर्व पीएम इमरान खान को गिरफ्तार करने इस्लामाबाद के जमान पार्क स्थित आवास पर रविवार (5 मार्च) को पुलिस पहुंची। पाक मीडिया के मुताबिक, तोशखाना मामले में इस्लामाबाद पुलिस के आने के बाद पीटीआई कार्यकर्ता लाहौर में इमरान खान के आवास पर इकट्ठा हुए। पीटीआई समर्थकों का कहना है कि वे किसी भी कीमत पर इमरान खान की गिरफ्तारी होने नहीं देंगे। वहीं IG ने कहा है कि बिना गिरफ्तार किए नहीं लौटेंगे। पुलिस का कहना है कि सरकारी काम में बाधा डालने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा
तोशखाना मामले में जारी किया गया गैर जमानती वारंट
पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान किसी भी समय गिरफ्तारी हो सकते हैं। तोशाखाना मामले में तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के प्रमुख को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस इस्लामाबाद के जमान पार्क स्थित उनके आवास पर भी पहुंच गई है। दरअसल, इमरान को कुछ दिन पहले ही इस्लामाबाद कोर्ट ने सरकारी खजाने (तोशखाना) के करोड़ों रुपए के उपहार सस्ते में बेचने का आरोपी माना है जिसके बाद उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया था।
इमरान खान के घर पहुंची पुलिस
गिरफ्तारी वारंट लेकर लाहौर पुलिस उनके घर पर पहुंच गई है। वहीं, दूसरी ओर इमरान खान ने सोशल मीडिया के जरिए मैसेज करके अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को जुटने के लिए कहा है। इसके बाद आशंका जताई गई है कि वहां हंगामा हो सकता है। पाकिस्तान मीडिया ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि इमरान खान के खिलाफ गिरफ्तारी वारंंट इस्लामाबाद से जारी हुआ है।
अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश जफर इकबाल ने 28 फरवरी को संघीय राजधानी में पूर्व प्रधानमंत्री को गैर-जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। जियो न्यूज ने बताया कि इस्लामाबाद पुलिस पीटीआई प्रमुख को गिरफ्तार करने के लिए लाहौर में है। सूत्रों के मुताबिक, सभी कानूनी आवश्यकताएं पूरी होने के बाद इमरान खान को गिरफ्तार किया जा सकता है।
पीटीआई के उपाध्यक्ष फवाद चौधरी ने दी चेतावनी
पीटीआई के वरिष्ठ उपाध्यक्ष फवाद चौधरी ने इमरान खान की गिरफ्तारी की खबरों पर प्रतिक्रिया देते हुए चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार पूर्व प्रधानमंत्री के खिलाफ कदम उठाती है तो देश में स्थिति और खराब होगी। फवाद ने कहा, “इमरान खान को गिरफ्तार करने का कोई भी प्रयास हालात को और खराब कर देगा, मैं इस अक्षम और देश विरोधी सरकार को चेतावनी देना चाहता हूं कि पाकिस्तान को और संकट में न डालें और समझदारी से काम लें।”
गौरतलब है कि इस्लामाबाद की जिला एवं सत्र अदालत के अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश जफर इकबाल ने मंगलवार को इस मामले में इमरान खान के खिलाफ गैर-जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। जिला एवं सत्र अदालत के फैसले से पहले आतंकवाद-रोधी अदालत और बैंकिंग अदालत ने न्यायिक परिसर में पेश होने के बाद पूर्व प्रधानमंत्री को अंतरिम जमानत दे दी थी। तोशखाना मामले में इमरान खान को अयोग्य घोषित किए जाने के बाद उनकी पार्टी कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर उतर कर संपत्ति को नुकसान पहुंचाया था। इसके बाद इस्लामाबाद पुलिस ने इमरान खान सहित पीटीआई नेताओं के खिलाफ मामले दर्ज किए थे।
क्या है तोशाखाना केस?
चुनाव आयोग के सामने सत्ताधारी पाकिस्तानी डेमोक्रेटिक मूवमेंट ने तोशाखाना गिफ्ट मामला उठाया था। उन्होंने कहा था कि इमरान ने अपने कार्यकाल के दौरान अलग-अलग देशों से मिले गिफ्ट को बेच दिया था। इमरानखान ने चुनाव आयोग को बताया था कि उन्होंने तोशाखाने से इन सभी गिफ्ट्स को 2.15 करोड़ रुपए में खरीदा था, बेचने पर उन्हें 5.8 करोड़ रुपए मिले थे। बाद में खुलासा हुआ कि यह रकम 20 करोड़ से ज्यादा थी।