पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने सत्ता हाथ से निकलते देख अमेरिका पर साजिश रचने का आरोप लगाया था। अब पाकिस्तान के रक्षामंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक टीवी चैनल पर खुलासा किया है कि इमरान की पार्टी PTI ने साजिश के मनगढ़ंत आरोपों के लिए अमेरिका से माफी मांगी है।
इमरान खान की पार्टी ने अमेरिकी अधिकारी डोनाल्ड लू से गुपचुप माफी मांग ली है। यह वही अधिकारी हैं जिन पर इमरान खान ने अपनी सरकार को गिराने के लिए धमकी देने का आरोप लगाया था। पाकिस्तान के रक्षामंत्री ख्वाजा आसिफ ने दावा किया कि शरीफ सरकार ने इमरान खान की पार्टी के राजनयिक से माफी मांगने के सभी रिकॉर्ड हासिल कर लिए हैं।
इमरान ने अमेरिका को भेजा मैसेज: ख्वाजा आसिफ ने यह भी खुलासा किया कि इमरान खान ने अमेरिका को मैसेज भेज कर संबंध सुधारने की ख्वाहिश जाहिर की है। उन्होंने कहा कि पीटीआई के नेताओं ने अमेरिकी सरकार के साथ बैठक कर माफी मांगी है। पाकिस्तानी रक्षामंत्री ने कहा कि एक तरफ इमरान खान जनता के सामने अमेरिका के विरोध में नारे लगा रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ उनकी पार्टी अपनी गलतियों के लिए माफी मांग रही है।
रक्षामंत्री बहरे हो गए हैं: वहीं, दूसरी ओर इमरान सरकार में सूचना मंत्री रह चुके फवाद चौधरी ने माफी मांगने का खंडन किया है। डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, चौधरी ने कहा कि क्या पिछले शनिवार को जब इस्लामाबाद के परेड ग्राउंड में इमरान खान ने हजारों लोगों के सामने अपना बयान दिया था, तो रक्षामंत्री बहरे हो गए थे। फवाद चौधरी ने कहा, “क्या आपके कानों में रुई थी कि आप समझ नहीं पाए कि इमरान क्या कह रहे थे?” उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी सभी देशों के साथ अच्छे संबंध चाहती है लेकिन किसी भी देश को यह तय करने की अनुमति नहीं देगी कि पाकिस्तान पर शासन कौन करेगा।
इमरान खान ने लगाए थे आरोप: गौरतलब है कि पद से हटाए जाने से पहले इस्लामाबाद में एक बैठक के दौरान, इमरान खान ने आरोप लगाया था कि डोनाल्ड लू उनकी सरकार को गिराने के लिए विदेशी साजिश में शामिल थे। पीटीआई प्रमुख ने यहां तक दावा किया था कि डोनाल्ड ने अमेरिका में पाकिस्तान के राजदूत असद मजीद को चेतावनी दी थी कि अगर वह अविश्वास प्रस्ताव से बच गए तो इसके परिणाम भुगतने होंगे।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि वर्तमान प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की सरकार अमेरिका के आदेशों का पालन कर रही है। इमरान खान ने सीएनएन को दिए इंटरव्यू में यह भी मांग कर डाली थी कि डोनाल्ड लू को खराब बर्ताव के लिए अमेरिका को बर्खास्त कर देना चाहिए।