PoK में पाकिस्तान की गुस्ताखी, चीन संग बना रहा स्पेशल इकनॉमिक जोन, सैटेलाइट तस्वीरों से खुलासा
मई, 2019 में पाकिस्तान के बोर्ड ऑफ इन्वेस्टमेंट्स (बीओआई) ने नौ स्पेशल इकनॉमिक जोन विकसित करने के लिए मंजूरी दी थी, जिसमें गिलगित शहर से लगभग 40 किमी दूर स्थित Moqpondass का जिक्र भी उनमें था।

जम्मू और कश्मीर मसले पर पाकिस्तान की बौखलाहट कम नहीं हुई है। वह अब इसी खुन्नस में पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) में बड़ी गुस्ताखी कर रहा है। पाकिस्तान इन दिनों चीन के साथ वहां स्पेशल इकनॉमिक जोन (एसईजेड) तैयार करने में जुटा है। यह खुलासा हाल ही में कुछ सैटेलाइट तस्वीरों के जरिए हुआ है।
‘द प्रिंट’ की एक रिपोर्ट में कर्नल विनायक भट्ट (रिटायर्ड) के हवाले से बताया गया कि ये दोनों देश मिलकर गिलगित-बाल्तिस्तान क्षेत्र में एसईजेड बना रहे हैं, जिसे Moqpondass कहा जा रहा है। इस एसईजेड की सैटेलाइट तस्वीर 24 अगस्त 2019 की बताई जा रही है और उसमें दो जगह क्रशर प्लांट, एक जगह कंक्रीट प्लांट, एक स्टोरेज एरिया के साथ एक जगह पर नई गतिविधियां होते दिख रही हैं।
मई, 2019 में पाकिस्तान के बोर्ड ऑफ इन्वेस्टमेंट्स (बीओआई) ने नौ स्पेशल इकनॉमिक जोन विकसित करने के लिए मंजूरी दी थी, जिसमें गिलगित शहर से लगभग 40 किमी दूर स्थित Moqpondass का जिक्र भी उनमें था। बताया जाता है कि यह करार चीन-पाक में तब हुआ, जब पाकिस्तानी पीएम इमरान खान इसी साल अप्रैल में बीजिंग के दौरे पर गए थे।
रिपोर्ट में दावा किया गया कि उस करार के बाद ही फौरन इस एसईजेड का निर्माण शुरू कर दिया गया था। वैसे, पाकिस्तानी सरकार की सीपीईसी वेबसाइट बताती है कि वहां 250 एकड़ का क्षेत्र आवंटित किया गया है, जबकि सैटेलाइट से लिए फोटो बताते हैं कि चीन वहां 750 एकड़ से अधिक जमीन इस्तेमाल कर रहा है। यही नहीं, वहां उक्त क्षेत्र में एक मस्जिद भी बनाई गई है। माना जा रहा है कि पाकिस्तान स्टाफ के इस्तेमाल के लिए उसका निर्माण किया गया है।
बाजवा ने चीन के शीर्ष जनरल संग JK पर की चर्चाः पाकिस्तान और चीन ने रक्षा सहयोग और पाकिस्तानी सेना की निर्माण क्षमता बढ़ाने के लिए एक सहमति पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर किये। दोनों सेनाओं के शीर्ष जनरलों ने जम्मू कश्मीर की स्थिति पर भी चर्चा की। जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को हटाये जाने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है।
चीन के केन्द्रीय सैन्य आयोग के उपाध्यक्ष जनरल जू किलियांग सोमवार को एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ रावलपिंडी में सेना के मुख्यालय गये और पाकिस्तानी सेना के प्रमुख कमर जावेद बाजवा के साथ एक बैठक की। पाकिस्तानी सेना की मीडिया इकाई इंटर र्सिवसेज पब्लिक रिलेशन्स (आईएसपीआर) ने बताया कि बैठक के दौरान आपसी हित के मुद्दों, क्षेत्रीय सुरक्षा, द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को बढ़ाने के उपायों और कश्मीर की स्थिति पर विशेष तौर पर चर्चा की गई।
बाजवा ने सभी महत्वपूर्ण मुद्दों विशेष रूप से कश्मीर पर चीन की समझ और समर्थन की सराहना की। आईएसपीआर के बयान के अनुसार किलियांग ने कहा, ‘‘चीन, पाकिस्तान और उसकी सेना के साथ अपने संबंधों को महत्व देता है और इन संबंधों को और मजबूत करने के लिए तत्पर है।’’ रक्षा सहयोग और पाकिस्तान सेना की निर्माण क्षमता बढ़ाने के लिए दोनों देशों के बीच एक एमओयू पर हस्ताक्षर किये गए। (पीटीआई-भाषा इनपुट्स के साथ)