आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान के दोहरे रवैये की पोल एक बार फिर खुल गई है। एएनआई की खबर के अनुसार पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् से 2008 मुंबई आतंकी हमले के मास्टरमाइंड और वैश्विक आतंकी हाफिज सईद के मासिक खर्च के लिए राशि जारी करने का आग्रह किया है।
सुरक्षा परिषद् की तरफ से निर्धारित समय सीमा के भीतर किसी भी तरह की आपत्ति सामने नहीं आने पर इसे मंजूरी दे दी है। 15 अगस्त को जारी अधिसूचना में कहा गया कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् समिति प्रस्ताव 1267, 1989, 2253 के अनुसार चेयर इस्लामिक गणराज्य पाकिस्तान की तरफ से पेश पत्र के अनुसार हाफिज सईद, हाजी मुहम्मद अशरफ, जफर इकबाल के मूलभूत खर्च के लिए राशि के लिए पाकिस्तानी प्रशासन को अधिकृत करती है।
पत्र में आगे कहा गया कि चेयर यह सूचित करना चाहता है कि पत्र के मसौदे के संबंध में 15 अगस्त 2019 की तय समय सीमा के अंतर्गत कोई भी आपत्ति दर्ज नहीं कराई गई। इसके बाद इस पत्र को मंजूर किया जाता है। चेयर सचिवालय को इसे भेजने की मंजूरी देता है।
इससे पहले पाकिस्तान ने सुरक्षा परिषद् से कहा था कि हाफिज सईद चार सदस्यों के परिवार का खर्च चलाने वाला अकेला व्यक्ति है। अपने परिवार के सदस्यों के खाने, पीने और कपड़ों के खर्च की जिम्मेदारी उस पर है। पाकिस्तान की तरफ से कहा गया था कि सरकार संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् के प्रस्ताव 1267 के तहत हाफिज का बैंक खाता ब्लॉक कर चुकी है।
हाफिज सईद के बैंक खाते में अभी 11.50 लाख पाकिस्तानी रुपये हैं। पाकिस्तान ने फ्रीज की गई संपत्तियों में से इस खाते को छूट देने की गुहार लगाई है। पाकिस्तान की तरफ से यह प्रस्ताव उस समय आया है जब वह लगातार दावा कर रहा कि आतंक के खिलाफ सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। इस साल मई में पाकिस्तान के आतंक रोधी विभाग ने हाफिज सईद और जमात-उद-दावा के नेताओं के खिलाफ आतंकी गतिविधियों के लिए धन मुहैया कराने के आरोप में केस दर्ज किया था।
पाकिस्तानी प्रशासन ने इस मामले में हाफिज सईद को गिरफ्तार भी किया था। हालांकि, भारत की तरफ से लगाता पाकिस्तान द्वारा आतंकियों को शरण मुहैया कराए जाने और आतंक का समर्थन किए जाने की बात कही जाती रही है। भारत ने हाफिज सईद की गिरफ्तार की पाकिस्तान सरकार का महज ‘ड्रामा’ करार दिया था।